कश्मीर घाटी में प्रतिबंध का हवाला देकर अगस्त में नौकरी छोड़ने वाले भारतीय प्रशासनिक अधिकारी कन्नन गोपीनाथन को जुलाई में कर्तव्यों का पालन नहीं करने के विभिन्न मामलों में संलिप्त पाए जाने पर गृह मंत्रालय की तरफ से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। केरल में 2018 में बाढ़ आने पर गोपीनाथन के काम की प्रशंसा की गई थी। उन्होंने यह कहते हुए 21 अगस्त को अपने प्रतिष्ठित पद से इस्तीफा दे दिया था कि वे जम्मू एवं कश्मीर में पांच अगस्त से लागू प्रतिबंधों से परेशान...
लेकिन अब यह तथ्य सामने आया है कि IAS अधिकारी के इस्तीफा देने से पहले उन्हें आठ जुलाई को कारण बताओ नोटिस भेजा गया था। इसमें केंद्र शासित प्रदेशों दमन एवं दीव और दादरा एवं नगर हवेली ने उनके मामले में गृह मंत्रालय को उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का प्रस्ताव भेजा था। दोनों केंद्र शासित प्रदेशों ने गृह मंत्रालय को बताया था कि गोपीनाथन ने कई मामलों में अपने कर्तव्यों का पालन नहीं किया है। यह अखिल भारतीय सेवा कानून 1968 के नियम का उल्लंघन है। इसके बाद केंद्र ने गोपीनाथन को नोटिस जारी कर दिया...
केंद्र शासित प्रदेशों ने मंत्रालय को 11 जून को पत्र लिखकर बताया कि गोपीनाथन अवज्ञा, काम में ढीले-ढाले रवैये और ड्यूटी नहीं करने के मामलों में संलिप्त हैं। अधिकारी पर स्थाई प्रमाण पत्र जारी करने से संबंधित नीति में संशोधन करने के लिए एक फाइल दाखिल करने में नौ महीने की देरी करने समेत अन्य आरोप लगाए गए थे।दादरा एवं नगर हवेली में नरोली से शहीद चौक से समरवानी तक सड़क मार्गो के सुंदरीकरण के लिए अधिकारी को बिजली के तारों को अंडरग्राउंड बिछाने और बिजली के खंभों को एक स्थान से हटाकर दूसरे स्थान पर लगाने...
नोटिस में कहा गया कि गोपीनाथन ने निर्धारित रिपोर्टिग माध्यम को भी नजरअंदाज किया। नोटिस में कहा गया 26 जून 2018, 16 जुलाई 2018 और 15 अक्टूबर 2018 की तारीख के डीएनएच ऊर्जा वितरण कंपनी लिमिटेड के बोर्ड निदेशक की नियुक्ति के ऐसे तीन मामले भी इसमें शामिल हैं। गोपीनाथन ने एडवाइजर के माध्यम से प्रशासक को फाइल जमा करने के बजाय सीधे प्रशासक के पास फाइल जमा की थी।नोटिस में लिखा है कि गोपीनाथन ने केरल में भारी बाढ़ के बीच संबंधित अधिकारियों से मुलाकात करने और बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए केंद्र शासित...
IAS KABHI DHILA NHI HOTA
ऐसे लोग जो अपने दायित्वों को निभाने में आनाकानी करते हैं। खासकर उच्च पदस्थ लोगों को तत्काल भगा देना चाहिए।
मैंने पहले ही दिन कहा था कामचोर है
यह तो पता था कि कमी आईएसएस की ही निकलेगी, चलो दूसरे वाली की कमी ढूंढो👏👏👏👏 देखो बचना नहीं चाहिए दोनों के दोनों।। बिकाऊ मीडिया आपसे अनुरोध है कि कि तीन पुस्तों की जांच की जाए।। और मुझे विश्वास है कि यह काम आप बखूबी करेंगे।।PaidMedia
Kam ke prati seriousness kaise hoti dil and dimag to politics me laga tha...
आज श्री कन्नन आईएएस कहीं भी हो , उनका साहस, ईमानदारी , स्वाभिमान और अपने कर्तव्य को बिना राजनैतिक हस्तक्षेप के सर्वोपरि रखा , यही सब उनको अकेला महसूस नहीं रखेगा और वो निरंतर अपने पथ पर अग्रसर होगा। God bless you.
आइएएस श्री कन्नन राजनैतिक उठापटक का शिकार हुवा है जो उनके दादरा नगर हवेली कार्यकाल में बहुत कुछ सुनने को मिल रहा था। मैं स्वयं उनसे बहुत बार मिला हुँ। वो स्वाभिमानी और ईमानदार अफसर था एसे अफसर मेरे अब तक के जीवन में देखने को नहीं मिला है। यह खबर सुन कर मुझे बहुत दुख हुवा है।
This is wrong and made by personal political touching . I self visited to him about more time's he was great IAS Officer. I also said about this matter's.
Es kaamchhor ke bayan se he iski asliyat jhalakti thi ki asliyat kuch aur he h,aur ab asliyat samne aa he gyie
Badnam karna shuru kr diye,ab ye bhi batao kin kin karano ke liye mila tha.dalle
Deshdohee
पता नही किया ढीला था इसका, और ये ढीले ही कियो राहुल गंदी को पसंद आते है
बस हीरो बनने के लिए इस्तीफा दिया इसने जनता को बेवकूफ समझ रखा है
और नाटक ऐसा कि भारत सरकार इस बडे बाबू का दमन कर रही थी, और भी किसी का दम घुट रहा हो तो निकल ले yogrishiramdev BJPLive narendramodi177 DrPriyankaBJP Priyankamish_
सरकारी नौकरी में काम करने वाले को ही नोटिस मिलता है भाई , निठल्लों को तो ओहदा मिलने की सम्भावना ज़्यादा रहती है
इसका मतलब जिम्मेदारी से भाग गया। भगोड़ा।
There's Godi Media and then, there's Sanghi Media. Mr. anantvijay is part of this cartel.
ऐसे अधिकारी ही देश का नाम ख़राब कर रहें है AliSohrab007
अच्छा किये फिर तो नौकरी त्यागकर,ढीले लोगों की ज़रूरत ही क्या
Sir ne Kashmir K naam per aapne Paap chupane k lie Shaeed hona cahahte the
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »