IAS अफसरों पर बिफरे गडकरी- ताकत होती तो नौकरी नहीं करते, उद्योग लगाते

  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 58 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 27%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

अफसरों पर भड़के गडकरी, कहा- निर्णय करने में हिम्मत चाहिए, वो आप में नहीं

केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आईएएस अफसरों को लेकर लताड़ लगाई. नागपुर में विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के हीरक जयंती समारोह के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते नितिन गडकरी ने कहा, 'मैं आपको सच बताता हूं, पैसे की कोई कमी नहीं है, जो कुछ कमी है वो सरकार में काम करने वाली जो मानसिकता है, जो निगेटिव एटीट्यूड है, निर्णय करने में जो हिम्मत चाहिए, वो नहीं है.'

नितिन गडकरी ने कहा, 'इसलिए मैं परसों हमारे एक बड़े फोरम में था तो कह रहे थे हमें यह शुरू करेंगे, वो शुरू करेंगे, तो मैंने उनको कहा आप क्यों शुरू करेंगे? आपकी अगर शुरू करने ताकत होती तो आप आईएएस अफसर बनकर यहां नौकरी नहीं करते. नितिन गडकरी ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप जाकर कोई बड़ा उद्योग कर सकते थे, आपका काम नहीं है ये करने का, जो कर सकता है उसकी आप ज्यादा मदद करो, आप इस लफड़े में मत पड़ो. वी आर ओनली फैसिलिटेटर.'केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों को उस क्षेत्र में काम करना चाहिए, जिसमें वे अच्छा कर सकते हैं. नितिन गडकरी इससे पहले रविवार को छत्रपति नगर के एक ग्राउंड में क्रिकेट भी खेला.

#WATCH Union Minister Nitin Gadkari in Nagpur, Maharashtra: Main aapko sach batata hoon, paise ki koi kami nahi hai. Jo kuchh kami hai vo sarkar mein kaam karne wali jo manskita hai, jo negative attitude hai, nirnaya karne mein jo himmat chahiye, vo nahi hai.... pic.twitter.com/NCWUefiR9j — ANI January 19, 2020नितिन गडकरी ने एक ट्वीट में कहा कि मैंने शहर की कई जगहों पर खिलाड़ियों के साथ अच्छा वक्त बिताया . छत्रपति नगर में, मैं खुद को खिलाड़ियों के साथ खेलने से नहीं रोक सका.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

,nitin_gadkari समझ में आ गया कि नोकरी करने वाला सिर्फ़ अपनी नोकरी बचाने को काम करता है, नोकरी देने और फैसले लेने से उसे कोई मतलब नहीं

गडकरी जी आपको नमन, साहेब आज कोई भी IAS चुनाव लड़ कर M.P/ MLA बन सकता है , मगर आप का ये औकात नहीं है के GROUP -D का परीक्षा पास कर जाइये । मंत्री तो गुंडे और बलात्कारी भी बन जाते हैं मगर IAS क्या है आपको पता नहीं है आप दिवालया हो गए हैं ।

May be, IAS should respond to uneducated politicians to whom they reporting like a slaves...?

Bilkul sahi kaha aapne sir

This idiot will make BJP MUKT BHARAT.

सही बात है क्या रखा है आई पी एस और आई ए एस बनने मैं पकोडे का रोजगार करो खुद का व्यवसाय 😂😂

अफसरों में हिम्मत केवल रिश्वतखोरी की होती है

बताओ.... बुद्धिमान कौन

हाहाहा .... अब नेता लोग (अनपढ़) बताएँगे आईएएस को कैसे काम करना है।

AtulyadavRamgar इसमें कमाई ज्यादा है , नेता भी देता है , और माफिया भी देते हैं , और सलाम भी ठोकते है ।

To ministry Ambani aur Adani ko dedo theke par.. baad mein desh de dena theke par

गडकरी जी बोला तो आपने सही है पर काम तो इन्ही अफसरो से लेना होगा,समयबध्द फाईल निपटारा के लिये बोले ताकी कार्य बढे ।

Agar IAS IPS na ho to kisi b govt per desh ni chlega agar ye imandar ho jaye to kisi ki himmat ni ki inko aisa bol de adhiktar to

आईएएस और आयपीएस अधिकारियों का कर्तव्य, निर्णय का पालन करना होता है, जो निर्णय करने वालों से कहीं अधिक जिम्मेदारी का काम है! ‌ देश के चलाने वाले तो यही तो बंदे हैं, नेताओं को क्या समझता है एक मुद्दे पर 10 नेता 10 भाषा में बात करते हैं अलग-अलग बै-अकल,

कर्तव्य दक्ष अफसरों को प्रताड़ित करना,महत्व ना देना,दुसरी तरफ चापलूस अफसरों को प्रमोशन देना अंत में परिणाम सामने है।जयहिन्द।

Achha beta😂😂.Aisa kahkar tum to sabko udhopati hi bna doge😂 .Agar tumpe takat Hoti to aaj naukariyan khda kr chuka hota,tum neta n bnte, economy itna niche n girta.Dont give to excuse just to avoid ur fiasco.U r the defaulter.Mind it & don't mock their

Sir don't abuse the passion, dedication and Hard work of officers. Most of them are from rural areas, where Udyog means farming on the land of Landlords. Ap apne bete se UPSC ka Pre clear krva k dikha dijiye.

बिजनेस तो बस BJP को आता है करना। पूरा देश बेच कर खा गए, वो भी बस ५ सालों में। वाह मोदी जी, वाह!

Absolutely right nitin_gadkari , these useless IAS are nothing but entitled crap and should be sacked

👏👏👏👏👏

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

क्या है IPC की धारा 279 और 337, जो एक लापरवाही पर दिला सकती है सजाक्या है IPC की धारा 279 और 337, जो एक लापरवाही पर दिला सकती है सजा Shabana Azmi ShabanaAzmi driver ShabanaAzmi ShabanaAzmiAccident ACCIDENT edutwitter currentaffairs JavedAkhtar माननीय संवाददाता जी कृपया उन गरीबों का भी ध्यान करें जो सरकारी कार्यालयों में प्राइवेट रूप में 15-20 वर्षों से नौकरी कर रहे हैं उन्हें पेट भर भोजन भी नसीब नहीं हो पा रहा है। जबकि वे 10-12 घण्टे काम करते हैं। सरकार से रेगुलर करने हेतु आदेश जारी कराने की कृपा करें। अति कृपा होगी। 279,337,338, of I,pc, is.cognizable, offence, to injure any person by, rash& negligence, drivings of vihicle. खबर में जाने पर धारा 337 की जगह शीर्षक में धारा 377 दो बार छपा हुआ है।🤔
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

निर्भया के पिता बोले, सोनिया गांधी के जैसा बड़े दिलवाला नहीं है उनका परिवारनई दिल्ली। वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह के हत्यारों को फांसी से माफी देने की अपील पर निर्भया के पिता ने कहा कि दरिंदों के लिए माफी मांगने के अपने सुझाव पर उन्हें शर्मिंदा होना चाहिए।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »

नहीं रहे दुनिया के सबसे छोटे व्यक्ति, गिनीज बुक में दर्ज है रिकॉर्ड - trending clicks AajTakदुनिया के सबसे छोटे व्यक्ति का खिताब जीतने वाले नेपाल के खगेंद्र थापा मागर की 27 साल की उम्र में मौत हो गई. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स Really sad R.I.P
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

ओवैसी का बयान: 'रोजाना 36 युवा दे रहे जान, पॉपुलेशन नहीं बेरोजगारी है असल प्रॉब्लम'आपको बता दें कि हाल ही में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने उत्तर प्रदेश में एक कार्यक्रम में कहा था कि 'आरएसएस की आगामी योजना देश में दो बच्चों का क़ानून लागू कराना है।' ये किस हिसाब से खुद को लॉयर कहता है असल जिहादी ये है
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

असगर वजाहत बोले- नहीं है मुल्क में लोकतंत्र73 वर्षीय वजाहत ने हाल के दिनों में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के चलते सुर्खियों में रही जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के बारे में भी बात की, जहां उन्होंने करीब 42 साल तक पढ़ाया। अब रहेगा भी नहीं इसलिए बेहतर है की अपनी हरकतें सुधार लो l वो तब रहेगा जब मुल्क में बम फूटेंगे, गरदनें काटीं जायेगी इस्लाम के लिए ? तो नहीं चाहिए लोकतंत्र ! क्या लोकतंत्र के लिए और एक कश्मीर झेला जाएँ ? इनके लिए लोकतंत्र केवल कथितअल्पसंख्यकों की मनमानी और सरकार द्वारा तुष्टीकरण है। जब तक हिन्दू बहुमत है, लोकतंत्र जिन्दाबाद है। मिडियोकर अखबार इसकी अनदेखी करते हैं।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

सीआइएसएफ की तैनाती का निर्णय वापस ले सकता है विश्वभारती विश्वविद्यालय, जानें क्‍या है वजहसुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए अपने परिसर में सीआइएसएफ की तैनाती की मांग करने वाला विश्व भारती विवि अब इस योजना को वापस ले सकता है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »