नई दिल्ली: आप इस खबर से तो वाकिफ होंगे ही रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद भारतीय विद्यार्थी वहां से बिदक गए हैं। अमेरिका, कनाडा या यूके के महंगे यूनवर्सिटीज का खर्च और रहन-सहन का खर्च ज्यादा है, इसलिए वहां ज्यादा विद्यार्थी जा नहीं सकते। इसलिए अब भारतीय विद्यार्थिंयों का नया ठिकाना जर्मनी बनता जा रहा है। जर्मनी इसलिए क्योंकि वहां शिक्षा विदेशियों के लिए भी नि:शुल्क है। रहना-खाना भी अन्य देशों की तुलना में सस्ता है। तभी तो इस समय वहां विदेशियों में सबसे बड़ा समूह भारतीय छात्रों का है। यही नहीं, जर्मनी ...
stays का स्वागत किया। यह पिछले वर्षों की तुलना में जर्मन पर्यटन में बड़ी वृद्धि को दर्शाता है। यह प्रवृत्ति एक सस्टेनेबल और ट्रेवल फ्रेंडली डेस्टिनेशन के रूप में जर्मनी की अपील को उजागर करती है। उनका कहना है कि जर्मनी विविध सांस्कृतिक अनुभवों और छिपे हुए रत्नों की पेशकश करती है जो यात्रियों के दिलों को लुभाती है, चाहे वे भारत से हों या दुनिया के किसी भी कोने से।भारतीयों की संख्या में 32.
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