UP में चुनाव के नतीजों से पहले EVM को लेकर प्रदेशभर में हंगामा मचा हुआ है। इस बीच वाराणसी में बड़ी कार्रवाई हुई है। स्ट्रांग रूम के बाहर गाड़ी में EVM मिलने के मामले में EVM प्रभारी ADM नलिनीकांत सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। इससे पहले डीएम और कमिश्नर के हटाए जाने की बात सामने आई थी। लेकिन बाद में शासन ने इंकार कर दिया।
वाराणसी के पहड़िया मंडी में एक वाहन से EVM बाहर भेजे जाने से खफा सपा कार्यकर्ताओं ने घेराबंदी और हंगामा किया। इस दौरान EVM बाहर ले जाते हुए वाहन को सपा कार्यकर्ताओं ने पकड़ा और चालक को बंधक बना लिया। आक्रोशित सपा कार्यकर्ता स्ट्रांग रूम तक पहुंच गए। जहां सुरक्षा में तैनात अर्धसैनिक बलों और पुलिसकर्मियों से उनकी नोकझोंक भी हुई। रात तक लगभग दो हजार से अधिक सपा कार्यकर्ता पहड़िया मंडी पहुंचते रहे। पांडेयपुर-आशापुर मार्ग को जाम कर...
सोनभद्र में सपाइयों ने बैलेट पेपर लेकर जा रहे वाहन रोक लिया। यह वाहन नायब तहसीलदार घोरावल का था। कुछ ही देर में बसपा प्रत्याशी भी जुट गए। सभी ने प्रशासन पर गड़बड़ी का अंदेशा जताते हुए जांच की मांग की। सूचना पाकर फोर्स के साथ ADM राकेश सिंह, सदर SDM राजेश सिंह, CO राजकुमार तिवारी और कोतवाल सत्यनारायण मिश्रा भी पहुंच गए और लोगों को समझा बुझाकर शांत कराने में जुट गए।समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने UP के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर मांग की है कि मतगणना की वेबकास्टिंग...
मतगणना स्थलों पर हुए हंगामों के बारे में बताने से पहले जान लीजिए कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने EVM सुरक्षा को लेकर क्या कुछ कहा..
But satya to satya hota hain aaj sri ram chandra jee vijayei huay jai sri ram
जैसा माहौल बना हैं , लगता हैं कल आजाद भारत के भीषण दंगे होने वाले हैं । UP_भीषण_दंगे_2022
ईवीएम पर सारी पार्टियां गंभीर है केवल बीजेपी को छोड़कर भाजपा का कोई नेता मंत्री संत्री ईवीएम पर खामोश क्यों है प्रधान सेवक के हाथ में चुनाव आयुक्त है उसको कटहरे में क्यों नहीं खड़ा करते
Chor ko hamesa sab chor hi dikhte hai.
narendramodi सर डिएम तक की निष्ठा संदिग्ध मानी गयी जहां आपने गजब का बड़ा वाला डमरु बजा बड़ा तमाशा दिखाया था..इसको पुरे सिस्टम पर प्रहार मान रहे लोग?ईवीएम गरीब लचार, आम जन के नजरो मे संदिग्ध हो चुकी है?डिएम ने किसके इशारे पर लोकतंत्र का भरोसा तोड़ा सर?
Great
Fake news about removing of commissioner and DM from counting process. UPPViralCheck
आजादी के 75 वर्षों के बाद ये परिदृश्य लोकतंत्र पर बदनुमा दाग है। बनारस की घटना शंका पैदा करती है। सत्ता में बैठे लोगों पर भरोसा नहीं है अब , रात-रात भर जागकर ई वी एम की पहरेदारी कर रहे हैं तो यह हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर कितना बड़ा सवाल है ? yadavakhilesh priyankagandhi
बाकी जगह का क्या हुआ कचरे में मिली evm
बिल्कुल पिछली बार की तरह evm से बेईमानी हो चुकी है और exit पोल के जरिए सपा की लहर को बीजेपी में बदला जा रहा है। एक सत्याग्रह की जरूरत है और सत्याग्रह के लिए चाहिए एक गांधी, जो नमक सत्याग्रह की तरह अड़ जाए और नमक का कानून तोड़ कर ही दम ले यानी evm हटवाकर ही हटे।
इस भो सज्री वालों को समझाये कौन के ये परिशिक्षण में उपयोग होने वाली EVM हैँ 🤦♂️
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