के कुछ अन्य नेता भी मौजूद थे। शिवसेना की सीएम पद की मांग को लेकर गतिरोध जारी रहने के कारण यह स्पष्ट नहीं है कि अगली सरकार कौन बनाएगा। हालांकि, बीजेपी के नेता लगातार दावा कर रहे हैं कि शिवसेना के साथ ही सरकार बनेगी और देवेंद्र फडणवीस ही दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे।'कभी नहीं हुई ढाई-ढाई साल सीएम की बात'
इस्तीफे के बाद फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा, 'चुनाव में हमें थोड़ी कम सीटें आईं। उद्धव ठाकरे ने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वह सरकार बनाने को तैयार हैं। मेरा भी मानना है कि यह जनादेश एनडीए को मिला है। मैं यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि ढाई-ढाई साल सीएम की कोई बात नहीं हुई थी। ना ही कभी यह तय हुआ कि ढाई-ढाई साल दो सीएम रहेंगे। मैंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और नितिन गडकरी से भी इस बारे में पूछा लेकिन उन्होंने भी सीएम पर 50-50 फॉर्म्युले पर किसी भी तरह के फैसले से इनकार...
शिवसेना पर गलतबयानी का आरोप लगाते हुए फडणवीस ने कहा, 'नतीजे आने के बाद से ही शिवसेना के कुछ नेता जिस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, हम उससे सख्त भाषा में जवाब दे सकते हैं लेकिन हमारी संस्कृति यह नहीं है। हम बाला साहब ठाकरे के खिलाफ कभी सोच भी नहीं सकते। यहां तक कि मोदी जी ने भी कभी उद्धव ठाकरे के खिलाफ कुछ नहीं कहा। उनपर व्यक्तिगत टिप्पणी की गई फिर भी हमने कभी कुछ नहीं कहा। इससे हमें बहुत दुख हुआ...
फडणवीस ने कहा कि राज्यपाल ने उनसे कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि जब भी महाराष्ट्र में सरकार बनेगी, वह बीजेपी के नेतृत्व में ही बनेगी। खरीद-फरोख्त के आरोप पर फडणवीस ने कहा कि जो भी इस तरह के आरोप लगा रहे हैं, वे आरोपों को साबित करके दिखाएं।दूसरी तरफ महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन से बचने के लिए बीजेपी ने आखिरी बचे कुछ घंटों में अंतिम प्रयास शुरू कर दिया है। संकटमोचक माने जाने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मुंबई पहुंच गए हैं। उधर, शिवसेना और...
सरकार गठन के लिए समय खत्म होता देखकर शिवसेना नेता संजय राउत एकबार फिर से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से मिलने पहुंचे। आपको बता दें कि शरद पवार साफ-साफ कह चुके हैं कि एनसीपी और कांग्रेस विपक्ष में ही बैठेंगी और वे शिवसेना को समर्थन नहीं देंगी।
Dev_Fadnavis आप लोग ने खुद अपनी औकात गिराली पिछली ही बार अगर अब भी नही सुधरे तो मुम्बई भी जायेगा लगवा दीजिये राष्ट्रपति शाशन और फिर चुनाव की तैयारियों में जुट जाइये यही तरीका है इन लोगो को सबक सिखाने का वैसे भी तो सत्ता दूर ही है
Dev_Fadnavis बुरे काम का बुरा नातिजा
Dev_Fadnavis इसलिए शिवसेना एनसीपी से चर्चा कर रही थी जिससे बीजेपी को ब्लैकमेल किया जा सके और बीजेपी दबाव मे आकर 50-50 के फार्मूले को मान ले मगर बीजेपी ने सही किया जो इनकी बात नहीं मानी और जनता के सामने इनकी सच्चाई आ गई।
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