Coronavirus Update: महामारी से राहत की उम्मीद, जानें- कब से शुरू होगी संक्रमण के मामलों में गिरावट

  • 📰 Dainik Jagran
  • ⏱ Reading Time:
  • 51 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 24%
  • Publisher: 53%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

विकराल रूप लेती कोरोना वायरस महामारी से जानिए कब-तक देश को मिलेगी राहत ! CoronaVirus

कोरोना संक्रमण के कहर का सामना कर रहे इस महीने दूसरी बार चार लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं और करीब चार हजार लोगों की मौत भी हुई है। संक्रमण में बढ़ोतरी का आलम यह है कि एक हफ्ते के दौरान ही 25 लाख से ज्यादा मामले बढ़ गए हैं।

गगनदीप कांग के मुताबिक अभी कोरोना संक्रमण की एक या दो लहर और आ सकती है यानी नए मामलों में वृद्धि हो सकती है, लेकिन हालात मौजूदा दौर की तरह खराब नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि इस समय कोरोना संक्रमण ऐसे क्षेत्रों को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है, जो पहले बचे हुए थे। मध्यम वर्ग और ग्रामीण इलाकों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। हालांकि, लंबे समय तक इन क्षेत्रों में इसका प्रसार बने रहने की संभावना कम है।कांग ने एक वेबिनार को संबोधित करते हुए कोरोना वायरस की घटती जांच पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि...

कोरोना वायरस की अभी एक या दो और लहर की आशंका जताते हुए उन्होंने यह भी कहा कि यह कब होगा इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के बारे में हमें बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है और न ही इसके बारे में ही पता है कि वह आगे क्या रूप लेगा। इसलिए हमें सचेत रहना होगा।कोरोना वायरस की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह बुरा फ्लू वायरस जैसा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह मौसमी वायरस बन जाएगा, जैसा कि कोई खराब फ्लू वायरस होता है। बार-बार संक्रमित होने और टीकाकरण के...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Good done India🇮🇳. Data in how much time period 🔴

तुम लोग बस करो कुछ लोगो की मदद करदो गवर्नमेंट को भी कुछ बोल दो....

विद्युत सुरक्षा निदेशालय के सभी काम आनलाइन है, पर इलैक्ट्रिकल इंस्पेक्टर को तो साइट विजिट करके ही रिपोर्ट लगानी पड़ती है, सहारनपुर में मेरठ से इलैक्ट्रिकल इंस्पेक्टर को आना पड़ता है जिसमें समय खराब होता है, सभी कमिश्नरी तक मेंं कार्यालय नहीं है ptshrikant rssinghpatelbjp

झूठ बोलने की हद्द है

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 10. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

Coronavirus: कोरोना के इलाज में विदेशी दवाओं पर निर्भर रहने से बचें: बांबे हाई कोर्टCoronavirus मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और जस्टिस जीएस कुलकर्णी ने कहा कि टोसिलिजुमाब के अभाव में सरकार नागरिकों को अन्य स्थानीय निर्मित सस्ती और व्यापक रूप से उपलब्ध दवाएं जिनका इसकी जगह इस्तेमाल किया जा सकता है के बारे में अनिवार्य रूप से बताए। आत्मनिर्भर भारत का भी विरोध करते रहना है ना ? कोरोना और कांग्रेस के बीचमें कोर्ट क्यो सरकार को किस करने लगते हैं। ये जादू के छड़ी तो नही जो किसी के फुक से तू टल जाए।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

Coronavirus के नए वेरियंट फैलने से खड़ा हुआ सवाल, कौन सा मास्क कहां आएगा काम?अमेरिका न्यूज़: कम्युनिटी हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा किए गए स्टडी से पता चला है कि पिछले साल 56 फीसदी लोगों ने अपने परिवार के लोगों को संक्रमित किया था।
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

Coronavirus Recovery: कोविड-19 से रिकवर हुए हैं, तो इन संकेतों को न करें नज़रअंदाज़!Coronavirus Recovery कोविड-19 से ठीक हुए ज़्यादातर लोग आगे एक स्वस्थ जीवन बिता सकते हैं। हालांकि कई मामलों में ये भी देखा जा रहा है कि कोविड से ठीक होने के बाद लोगों को स्वास्थ्य से जुड़े कई परेशानियां झेलनी पड़ती हैं।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

Coronavirus India Live: गिलेड साइंस से आईं रेमडेसिविर की 25,600 डोज, विदेश मंत्रालय ने जताया आभारCoronavirus India Live: तमिलनाडु में 10 मई से संपूर्ण लॉकडाउन, कोरोना के चलते लिया फैसला TamilNadu Coronavirus CoronaSecondWave
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

ग्रामीण और अर्ध शहरी इलाकों में महामारी से कैसे निपट रही यूपी सरकार: इलाहाबाद हाईकोर्टइलाहाबाद हाईकोर्ट को बताया गया कि हाल के समय में सरकार का ध्यान बड़े शहरों पर रहा है और छोटे ज़िले एवं शहर दुर्भाग्य से नज़रअंदाज़ कर दिए गए और मीडिया ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया. अब ग्रामीण इलाकों में महामारी का प्रकोप बढ़ते हुए देखा जा रहा है और उचित चिकित्सा सुविधा के अभाव में स्थिति ख़राब हुई है.
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »