निर्भया के दोषियों की फांसी में बार-बार हो रही देरी पर निर्भया की मां ने आदमी आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी पर बेहद नाराजगी जताई है. AAP और BJP का नाम लिए बिना निर्भया की मां ने बिलखते हुए कहा कि जब 2012 में उनकी बेटी के दरिंदों ने वहशीपन किया था उस वक्त इन दोनों दलों के लोगों ने सिर पर काली पट्टी बांधी और हाथ में तिरंगा लेकर प्रदर्शन किया था.
लगभग सात सालों से अपनी बेटी को इंसाफ देने के लिए लड़ रहीं निर्भया की मां ने कहा कि 2012 में काली पट्टी बांधने वाले और तिरंगा लहराने वाले लोग उनकी बेटी की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. निर्भया की मां ने कहा कि कोई कह रहा है कि फांसी की सजा AAP ने रोक दी, कोई कह रहा है कि हमें पुलिस दे दीजिए, हम दो दिन में दिखा देंगे.बता दें कि दिल्ली के डिप्टी सीएम और आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा था कि दिल्ली पुलिस आप सरकार को दो दिन के लिए दे दी जाए, निर्भया के दोषियों को हम फांसी चढ़वा देंगे.
#WATCH Asha Devi, mother of 2012 Delhi gang-rape victim: Till now, I never talked about politics, but now I want to say that those people who held protests on streets in 2012, today the same people are only playing with my daughter's death for political gains. pic.twitter.com/FvaC89TwKIशुक्रवार को बेहद दुखी मन से निर्भया की मां ने कहा,"अबतक मैं पॉलिटिक्स की बात नहीं करती थी...सबसे दूर होकर सिर्फ हाथ जोड़कर इन लोगों के पास गई...कानून से इंसाफ मांगा...
आशा देवी ने पीएम नरेंद्र मोदी से भावुक अपील की और कहा कि वे निर्भया को इंसाफ दिलाएं. आशा देवी ने कहा,"पीएम मोदी आपने 2014 में कहा था कि अब बहुत हुआ नारी पर वार, अबकी बार मोदी सरकार...साहब मैं आपसे हाथ जोड़कर कहना चाहूंगी कि जिस तरह से आप दोबारा सरकार में आए हैं... जिस तरह आपने हजारों काम किया...धारा 370 हटाया...तीन तलाक हटाया...इस कानून को संशोधन करिए...आपसे मैं हाथ जोड़कर कहना चाहती हूं कि बच्ची की मौत के साथ मजाक मत होने दीजिए और चारों को फांसी पर लटकाइए.
Advocate AP Singh को कहना चाहता हूं हमारे यहां ऐसे केस और है आप लड़ेंगे आपको कमाए हो जाएगा। शायद आपका पत्थर का दिल है आप इस देश का वायरस है।
Kanoon andha tha, andha hey aur hameesha andha rahega. Lower court judges are only hungry for money & women. Navsari court case. Reporter can contact me for more details.
Juvenile ka issue pahle kyon nahin uthaya gaya aur yadi haan to tab appeal kyon nahin ki gayi hang hone ke baad God ke yahan prey karte
निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकवाने की वकालत करने वाला भीड़तंत्र क्या इन महिलाओं को फांसी पर लटकवाने की मांग करेगा?जिनकी दया याचिका खारिज हो चुकी और अब तक न डैथ वारंट निकला और न ही फांसी हुई?
are aap midiya wale to km se km is maa ka spot kro or un sbko ktgre main lao jo ye gndi rajniti kr rhe h chahe koi party ka ho
बलात्कारियों की हमदर्द इंदिरा जयसिंह, आतंकवादियों की हमदर्द सोनिया गांधी,दंगाइयों का हमदर्द केजरीवाल।
PMOIndia narendramodi kya is desh me mahilao k sath shoshan krne valo ko aise hi mughlo ki tarah badava diya jayega..... Ek maa-baap 7 saal se is kanuni jaddojahad me bs intjar kr rhe h k unki beti ko insaf milega.... Kya unki b umar samapt hone ki raah sarkare dekh rhi h..
ये माँ जाने कितनी बार मरी होंगी अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिये लानत है ऐसी सरकार और कानून पर जो होश में भी तब आये जब हैद्राबाद रेप कांड हुआ अगर ये वारदात ना हुई होती तो ये दरिंदे जेल में पुरी जिंदगी बसर करते थे और इंसाफ में मिलती इस माँ को तारीख..✍
ख़ामोशी इतनी है क्यों क्या गूंगे बहरे हो गए सारे सुना सकूं जो हालत तेरी वो जुबाँ कहाँ से लाऊँ चिल्लाहट पहुँचा सकूं मैं बहरे इन नेतावो को झकझोर सकूं इन मुर्दॊ को वो अलफाज कहाँ से लाऊँ..!😢😢
काश! ऐतराज जताने भर से दूर हो जाते सारे गम!! डे लाईफ की सोच पाते हम! तो नाईट लाईफ की जरूरत क्यों पड़ती! निर्भया हैदराबाद बेटी जैसे कान्ड भी जाते घट!! भारत में ड्यूटी घंटे 12से16 हैं न आदमी जाए न नहाऐ ! न माँ बाप बीबी बच्चों से मिल पाऐ सामाजिक प्राणी ! असमाजिक जीवन!!
तो इन्हे भी राजनेता बनना है
मौत का मज़ाक तो उसी दिन बन गया था जब निर्भया के माता पिता ने सरकार से पैसा, घर, कार, बेटों की फ्री उच्च शिक्षा मांग ली थी। अपराधी केवल वो दरिंदे नही, अपराधी वो ऑटो वाले भी है जिन्होंने जाने से मना करा, दो तीन गुना पैसे मांगे। देर रात अपनी बेटी को घूमने की छुट देना भी जायज नही।
Kejariwal sarkar ne system ka majak bana diya hai.
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