वैसे तो भीम आर्मी और चंद्रशेखर आजाद के राजनीतिक उदय के साथ ही बसपा सुप्रीमो मायावती का बयान उनके खिलाफ रहता है. लेकिन लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद से ही दोनों के बीच तल्खी और बढ़ती जा रही है. 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस और एसपी-बीएसपी गठबंधन में तल्खी तब से और बढ़ने लगी, जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा चंद्रशेखर से मिलने मेरठ के एक अस्पताल पहुंचीं.
भीम आर्मी और चंद्रशेखर का नाम सबसे पहले चर्चा में तब आया, जब सहारनपुर के शब्बीपुर गांव में जातीय संघर्ष इतना बढ़ गया कि उसने पूरे इलाके को अपने आगोश में ले लिया. हिंसा भड़काने के आरोप में भीम आर्मी के कई सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया. लगातार दलित हितों की बात करने वाली बीएसपी सुप्रीमो मायावती इस घटना के बाद पहली बार संशय में नजर आईं.
यूपी प्रशासन ने आनन-फानन में माया को सहारनपुर जाने की इजाजत तो दे दी, लेकिन जब मामला बढ़ा तो सरकार बैकफुट पर आ गई. फिर जल्दबाजी में वहां के तत्कालीन जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निलंबित कर सरकार ने मामले से पल्ला झाड़ लिया. बीजेपी ने चंद्रशखेर पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाकर अपना सख्त रुख दिखाया, लेकिन जिस तरह आनन-फानन में चन्द्रशेखर की रिहाई हुई, उसके बाद एक बार फिर माया के आरोपों को बल मिला.
हालांकि, सहारनपुर घटना के बाद मायावती ने चंद्रशेखर पर कभी खुलकर कुछ नहीं बोला, लेकिन चंद्रशेखर लगातार मायावती को प्रधानमंत्री बनाने की बात करते रहे. चंद्रशेखर आजाद के वाराणसी से चुनाव लड़ने के फैसले ने ठहरे हुए पानी में पत्थर मारने का काम किया और लगातार चुप बैठी मायावती अचानक चंद्रशेखर को लेकर आक्रामक हो गईं. चंद्रशेखर को बीजेपी का एजेंट बताते हुए दलित वोटरों से सावधान रहने की अपील भी कर डाली.
मायावती के इस हमले के बाद चंद्रशेखर ने मायावती के सबसे करीबी समझे जाने वाले पार्टी महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा के बहाने मायावती पर जवाबी हमला बोला. उन्होंने मुद्दा बनाया दलित के हित का. वरिष्ठ पत्रकार अंबिका नंद सहाय का कहना है कि चंद्रशेखर के उदय के साथ ही बीजेपी और कांग्रेस दोनों मायावती के परंपरागत दलित वोट बैंक में बटवारे का रास्ता तलाशने में लगी हैं. ऐसे में दोनों दल ये चाहते हैं कि चन्द्रशेखर मजबूत हों.
Mayawati anilrai123 Bhikari jaha mile udhar hi jana
Mayawati anilrai123 C. Shekhar is creation of media only
Mayawati anilrai123 Kya dikket hai bhai बिनव्याही मायवती पहले उसको अपनी दत्तक पुत्र बनाले फिर चुन ले उत्तराधिकारी
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »