40 साल पहले सियाचिन में पाकिस्तान को भारतीय सेना ने चटाई थी धूल, जानिए क्या था ‘ऑपरेशन मेघदूत’?

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Siachen समाचार

सियाचिन दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र है और इसकी ऊंचाई करीब 20 हजार फीट है।

'ऑपरेशन मेघदूत' के 40 साल पूरे हो चुके हैं। साल 1984 में भारतीय सेना ने सियाचिन ग्लेशियर पर कब्जा किया था। पाकिस्तान सियाचिन पर कब्जा करना चाहता था और उसने 'ऑपरेशन अबाबील' चलाया था। इसके जवाब में भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन मेघदूत' को अंजाम दिया था। 13 अप्रैल को ही सियाचिन में सेना ने भारत का झंडा लहरा दिया। 1984 में 13 अप्रैल को ही बैसाखी थी और पाकिस्तान को भी अंदाजा नहीं था कि भारत त्यौहार के दिन ऐसा करेगा। ऑपरेशन मेघदूत क्या है? भारत सियाचिन के महत्व को पहले से ही समझता था...

-50 से -70 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। पाकिस्तान का लक्ष्य 17 अप्रैल 1984 तक सियाचिन पर कब्जा करने का था लेकिन भारतीय सेना ने अपने शौर्य का परिचय देते हुए उसे नाकाम कर दिया। सेना के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि सियाचिन में भारत की युद्ध क्षमता और बढ़ी है। सेना ने कहा कि हेवी लिफ्ट हेलीकॉप्टर और लॉजिस्टिक ड्रोन को भी सेना के बेड़े में शामिल किया गया है और उससे सेना मजबूत हुई है। इसके अलावा सेना ने सभी इलाकों में काम आने वाले वाहनों की तैनाती भी की है और पटरियों का एक व्यापक नेटवर्क बिछाया है।...

Indian Army Operation Meghdoot Pakistan India Defeated Pakistan War Zone सियाचिन इंडियन आर्मी

 

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