2018 में आधार पर हुआ खूब बवाल, नए साल में होंगे ये बड़े बदलाव

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नए साल से आधार में होने वाले परिवर्तनों के बारे में जानिए...

 

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A worldwide campaign by Sant Asaram Bapuji to celebrate Tulsi-Worship Day on 25th of December in place of Christmas in order to Safeguard Sanatan Dharma is Incredible👏🏻 संस्कृति_की_ओर_बढ़ते_कदम

Modi jo keraga , Always Right. 👍

भारत का नया साल तो गुड़ी पड़वा से है।

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मगरमच्छ की मौत से सदमे में गांव, खाता था दाल-भात, बनेगा मंद‍िरज‍िसे गांव वाले गंगाराम के नाम से बुलाते थे, उसकी 175 साल उम्र थी, ऐसा गांववालों का कहना है. उसकी मंगलवार को मौत हो गई. वह कभी-कभी दाल भात भी खाता था. यदि कोई उससे टकरा जाता था या पैर पड़ जाता था तो वह वहां से हट जाता था. दरअसल, वह एक मगरमच्छ था ज‍िसे लोग इंसानों की तरह प्यार करते थे. वैसे मगरमच्छ की औसत आयु 70 साल होती है. Rip भगवान् उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे । 🙏🙏
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बेबाक बोल: आनेवाला साल 2019आनेवाला साल 2019 है। नाम में क्या रखा है की तर्ज पर साल में क्या रखा है का भी सवाल किया जा सकता है। लेकिन कैलेंडरी रस्मअदायगी के अपने मायने हैं। भारतीय राज और समाज में आनेवाले नए साल पर तो पांच साल के हिसाब-किताब का बोझ है। पिछले आम चुनाव के बाद 2014 से ही 2019 का नारा गूंजने लगा था। नए साल की दहलीज पर कैलेंडर बदलने के पहले भारतीय राजनीति का कथ्य बदल रहा है। भारतीय राजनीति में क्षेत्रीय दलों के अस्तित्व और विकल्प की शुरुआत ही कांग्रेस विरोधी नारे के साथ हुई थी और उत्तर से लेकर दक्षिण तक के क्षेत्रीय दल भाजपा के विजय रथ से घबराए हुए दिख रहे थे। वहीं आज स्टालिन जैसे नेता कांग्रेस अध्यक्ष के जयकारे लगा रहे हैं। ओड़ीशा और पश्चिम बंगाल जैसे क्षेत्रीय दलों की अगुआई वाले राज्यों के लिए अब कांग्रेस नहीं भाजपा की चुनौती है। पिछले साल के दिसंबर से लेकर अलविदा कह रहे इस दिसंबर तक बदले राजकाज पर बेबाक बोल।
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बिहार: स्कूल में धर्म और जाति के आधार पर भेदभाव, सरकार ने दिए जांच के आदेशवैशाली जिले के एक सरकारी स्कूल में हिंदू और मुस्लिम बच्चों को अलग-अलग सेक्शन में बांटकर पढ़ाने का मामला सामने आया है. यहां पर अटेंडेंस रजिस्टर भी धर्म और जाति के आधार पर बनाया गया है. बिहार में कथित रूप से सुशासन है इस लिए यहां ऐसे ही काम होंगे जब जाति सर्टिफिकेट सरकार बना रही हो। अलग-अलग जातियों के लिए कोटा निर्धारित कर रही हो। तब स्कूलों में टीचरों द्वारा अलग-अलग जाति के लोगों को अलग अलग बिठाने में गलत क्या है। टीचरों ने सरकारी जाति व्यवस्था का समर्थन ही किया है
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2019 : पाठ दोबिना किसी बड़े आंदोलन, सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के भारतीय संसद ने सामान्य वर्ग के लोगों के लिए आर्थिक आधार पर दस फीसद आरक्षण के विधेयक को पास कर दिया। इस ऐतिहासिक फैसले का ठीकरा फोड़ा गया तीन राज्यों में भाजपा की हार पर, लेकिन राजद और दक्षिण भारत के कुछ दल छोड़ सभी इस फैसले के साथ खड़े हुए। वह कांग्रेस भी साथ थी, जिसे हिंदी के तीन हृदय प्रदेशों में जीत मिली थी। माकपा जैसे वाम दल ने संसद में इस आरक्षण को वोट दे बाहर आकर बस अलग सा प्रेस नोट ही जारी किया। विरोध के दो ही बिंदु एक तो ऐन लोकसभा चुनाव और शीतकालीन सत्र के अंतिम समय में इसे लाने की अवधि और गरीबी के दायरे में आने वाली आठ लाख से कम सालाना आमदनी की सीमा है। आम चुनावों के पहले साल के दूसरे हफ्ते का पाठ यही है कि रोजगार का संकट सब समझ रहे और समाधान किसी के पास नहीं। समस्या और समाधान के बीच आरक्षण के मरहम पर बेबाक बोल।
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राम मंदिर के लिए करना होगा इंतजार, RSS ने कहा- 2025 में शुरू होगा निर्माण– News18 हिंदीसंघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी ने प्रयागराज के कुंभ मेले में हुए एक कार्यक्रम में केंद्र की मोदी सरकार पर इशारों ही इशारों में निशाना साधते हुए कहा कि राम मंदिर साल 2025 में बनेगा. भैया जी जोशी ने विहिप के कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि अयोध्या में साल 2025 में जब राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा तो देश उसी तरह तेजी से विकास करेगा जैसा साल 1952 में सोमनाथ में मंदिर निर्माण के बाद हुआ था. RSS General Secretary Bhaiyyaji Joshi speaks on Ram temple in Ayodhya, declares new date UPAT RSSorg BJP4India आरएसएस भी जुमलेबाजी करने लगा यह अच्छा नही जी RSSorg BJP4India गलत न्यूज़ का ठेका ले रखा है क्या उन्होंने कहा अब से शुरू होगा और 2025 तक भव्य मंदिर बन जायेगा प्रामाणिक न्यूज़ एजेन्सी ANI को देखे RSSorg BJP4India यह तो सरासर नाइंसाफी है..!!!
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »

मोदी vs ऑल क्यों नहीं है 2019 का लोकसभा चुनाव? जानें पूरा सियासी गणितआगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बनने वाले महागठबंधन को तमाम राजनीतिक विमर्शों में मोदी vs ऑल कहकर प्रचारित किया जा रहा है. लेकिन विभिन्न राज्यों के राजनीतिक धरातल पर नजर डालें तो तस्वीर इससे बिल्कुल अलग है. yadavtejashwi wants Pappu yadavakhilesh wants Odd: MamataOfficial Even: Mayawati ... .. .. Bharat ji janta NaMoAgain Namo is best सब बुरी तरह हारेंगे! 😂🤣
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UPA के आधार का मास्टर माइंड नीलेकणी अब मोदी के कैशलेस ट्रांसफर के प्रभारीUPA के आधार के मास्टर माइंड नंदन नीलेकणी को केन्द्रीय रिजर्व बैंक के डिजिटल पेमेंट समिति का प्रमुख नियुक्त किया गया
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