200 साल बाद सुलझेगा अयोध्या का मामला, क्या इतिहास रचेगी देश की सर्वोच्च अदालत

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200 साल बाद सुलझेगा अयोध्या का मामला, क्या इतिहास रचेगी देश की सर्वोच्च अदालत AyodhyaHearing AyodhyaVerdict

- फोटो : Shutterstockहमारे देश में कानून बनाने, उसे लागू करने और संरक्षण के लिए बेहद स्पष्ट शब्दों में संस्थान पारिभाषित हैं। विधायिका का कार्य कानून बनाना है तो न्यायपालिका की जिम्मेदारी इसका पालन सुनिश्चित रखना है। इसके लिए देशभर में कई स्तरों पर न्यायालय बनाए गए हैं। इनमें सबसे बड़ी अदालत है सर्वोच्च न्यायालय और इसके मुखिया को भारत का मुख्य न्यायाधीश कहा जाता है। संविधान के अनुच्छेद 124 में उच्चतम न्यायालय के गठन के संबंध में प्रावधान है। इसकी भूमिका संघीय न्यायालय और भारतीय संविधान के...

चुनाव के दौरान उम्मीदवारों को संपत्ति, शिक्षा और उन पर चल रहे मुक़दमों का ब्यौरा देने का आदेश वाला फैसला। जस्टिस गोगोई उन 11 जजों में शामिल थे जिन्होंने आपकी संपत्ति का आंकड़ा सार्वजानिक किया और उसकी घोषणा की थी।फैसला सुनाने वाली संवैधानिक बेंच में पांच जज शामिल हैं, जिसका नेतृत्व खुद मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई कर रहे हैं।जस्टिस एस अब्दुल नजीर।गौरतलब है कि आगामी 17 नवंबर को जस्टिस रंजन गोगोई सेवानिवृत हो जाएंगे और उससे पहले ये फैसला आना बहुत जरूरी है क्योंकि अगर इसमें कोई भी विलंब होगा तो फिर से नई बेंच बनेगी और इस मामले की सुनवाई शुरू होगी। समय, सुनवाई और समझ का फेरबदल भी होगा। 17 नवंबर को रविवार...

ने 46वें चीफ जस्टिस के तौर पर यह जिम्मेदारी संभाली। तो आइए, जानते हैं कि कैसे काम करता है देश का सर्वोच्च न्यायालय और कैसे होती है भारत के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति:संविधान के अनुच्छेद 124 के अनुसार भारत के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति होती है।मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति के लिए राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के न्यायाधीशों से राय भी ले सकते है।मुख्य न्यायाधीश आगामी मुख्य न्यायधीश के नाम का प्रस्ताव आगे बढ़ा सकते हैं।कानून और संविधान का जानकार होना चाहिए।उच्च न्यायालय का दस वर्ष तक का...

 

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पहले कोर्ट के उपर लोहे का तीखा त्रिशूल लगा होता था उसका मतलब होता था कोर्ट से ऊपर कोई नहीं है ' अगर ऊपर जाने की कोशिश करेंगे तो त्रिशूल चुभ जाएगा _अब तो कोर्टो के ऊपर से त्रिशूल भी खत्म कर दिए गए हैं इन्साफ कहाँ मेरा RTI CPW OF 2014 PUNJAB High Court ने दबा रखा है गरीब कारण

हो सकता है कि वह तराजू 200 साल के बाद इमबैलेंस होना बंद कर दे

उम्मीद करते सही फैसला होगा

जब से मोदी जी आए हैं इतिहास ही रचे जा रहे हैं

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