'पिंजरा तोड़' की लड़कियांः गिरफ़्तारी, ज़मानत और फिर पुलिस कस्टडी

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लड़कियों की आज़ादी से जुड़ी मुहिम 'पिंजरा तोड़' की दो महिला कार्यकर्ताओं को दो दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.

इससे पहले उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा से जुड़े एक मामले में रविवार को ज़मानत मिल गई थी.

मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट अजीत नारायण ने 20 हज़ार रुपए के मुचलके पर नताशा नरवाल और देवांगाना कालिता को इन आरोपों में ज़मानत दे दी थी. नताशा नरवाल और देवांगना कालिता के वकील वे कहा कि 24 फ़रवरी को एफ़आईआर दर्ज की गई थी. नताशा और देवांगना पुलिस की जांच में सहयोग भी कर रही हैं. इसलिए उन्हें इस मामले में ज़मानत दी जाए.

 

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khede_ji brahminicalvoilence

Bhot acha aise hi sabak ki jaroorat hai inhe

सुप्रीम कोर्ट अब जो सरकार कहती ह वो ही कर्ता ह

Ye to hona hi tha carona k wajah s toda late hua

LSL JHANDA STARTING SAE HI JNU AUR ZAMIA MAE ACTIVE THA YE DO NO LADKIYA SURU SAE HI ACTIVE THI HO SAKTA H CHINA KA BHI. HATH HO TRUMP FAMILY INDIA MAE THI

PreranaJoshi07 ये पिंजरा तोड़ क्या बला है? 🤔

कोर्ट को बंद कर देना चाहिए या किसी और काम के लिए यूज़ करना चाहिए, ना उसकी गरिमा बची है ना ही किसी को उसका डर है, फैसले कहीं और तय किये जा रहे हैं, डेमोक्रेसी का झूठा नाटक करके क्या मतलब है।।

azizkavish

कृपया दोबारा अपने डिपार्टमेंट को कानून का रक्षक ना कहें डीपी।

बच्चीं लग रही उमर के जोष में पर उल्लू हर शाख पे नाम लक्ष्य का उत्साही है सीमा ज्ञान आने बाद कौशल बढ सकना

दंगाई कुर्सियों पर जमें है और दंगाइयों का विरोध करने वाले जेल में है !

दिल्ली पुलिस अब दलली पुलिस बन कर रह गई हैं

BJP सरकार का विरोध अब देशद्रोह की श्रेणी में आने लगा है।

देश में तानाशाही चल रही है

जैसा करणी वैसा भरणी

इन महिला दंगाईयो को हमेशा के लिए जेल भेज देना चाहिए ।

Kanoon se majak chal raha hai

Pinjara tod ke chidiya pakad li

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