बीबीसी तमिल सेवा के लिएतमिलनाडु में एक ग्राम पंचायत के उपाध्यक्ष और एक वॉर्ड मेंबर पर ग्राम पंचायत की एक दलित महिला अध्यक्ष के साथ कथित तौर पर जातीय आधार पर भेदभाव का आरोप लगा है.
स्थानीय निकाय के दलित प्रतिनिधियों की हत्या या उन पर जानलेवा हमलों जैसे संगीन मामलों में ही अब तक कार्रवाई होती आई है. परिषद के एक पुरुष सदस्य और पंचायत सचिव जो कि महिला हैं, उन्हें पुलिस ने शनिवार को गिरफ़्तार कर लिया है. हालांकि, रविवार दोपहर तक मुख्य अभियुक्त और उपाध्यक्ष को पकड़ा नहीं जा सका था.हालांकि, तमिलनाडु में स्थानीय निकायों में दलितों के साथ भेदभाव एक आम बात है और यह अक्सर ख़बरों में आता रहता है. हालांकि, ज्यादातर बार इन मामलों में किसी को भी सज़ा नहीं हो पाती है. लेकिन, यह मामला दूसरों से अलग है.
सोशल मीडिया में इस फोटो के बड़े पैमाने पर सर्कुलेशन से क्षेत्रीय स्तर पर मीडिया का ध्यान इस पर गया. सोशल मीडिया पर यह फोटो वायरल नहीं होती तो शायद यह मामला जिले के स्तर तक ही सिमट जाता. राजेश्वरी कहती हैं, "गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज उपाध्यक्ष के पिता ने फहराया. ग्राम परिषद की बैठक में मैं जब भी कुछ कहना चाहती हूं तो उपाध्यक्ष मुझे चुप करा देते हैं. वह कह देते हैं कि मुझे कुछ नहीं आता है."उसी ग्राम परिषद की एक और महिला वॉर्ड सदस्य सुगंती बताती हैं कि उन्हें ग्राम परिषद के सदस्य के तौर पर न्यूनतम मानवीय सम्मान भी नहीं दिया जाता है. वे कहती हैं, "हमें यह सब इसलिए सहना पड़ता है क्योंकि हम दलित हैं.
Yahi to India hai, na yaha ke log change honge Or na hi unki thinking...
Ye jaati waale logo ko jaan se mar dena chahiye 😠
physical we r in 21 century, but mentally v r still in 18th century . Shame on us .
RamMehralive हरामी BBC वाले भारत को जातीय हिंसा में झोंकना चाहते हैं साबधान रहें !! ईसाई मिशनरियों के सहयोग में BBC लगी हुई है !!
'पद प्रतिष्ठा शुक्र विष्ठा'
तो कुर्सी का मोह किस काम का ? अपने सम्मान और स्वाभिमान कि रक्षा के लिए कुर्सी छोड़ दो लेकिन कुर्सी के लिए अपने सम्मान के साथ समझौता करना उन सब के स्वाभिमान और सम्मान को गिरवी रखना है जिन सबके आप प्रतिनिधि है..
असली भारत
BBC हिन्दी वाले हमारे देश में जातिवाद धर्म का जहर फ़ैलाने में सक्रीय नज़र आ रहे है. कभी भी देश की अच्छी खबर या सुझाव को नहीं दिखा पाये.
जो भी लोग ये सहन कर रहे, वे लोग सबसे बड़े गुनहगार है।
लगभग १२०० बरस की गुलामी सबको याद है, पर सदियों से आज तक बदस्तूर भेदभाव से लेकर अन्याय व अत्याचार पता नहीं कब तक जारी रहता है
अत्यंत निंदनीय।
ashishchauhan इस प्रकार का अपमान आज के time निंदनीय है
ऐसा लगता है हम सतयुग में. जीरहे हैं
अब भी कुछ लोग जाती के बंधन से मुक्त नहीं है।
राम_राज्य और विश्व_गुरु भारत में आपका स्वागत है
यह शर्मनाक है और दोषियों को सजा मिलना चाहिए।
मैं थुकता हुँ ऐसे धर्म पर जिसमें इज्जत नहीं
Baby dance
Bahut galat samaj ki soch
गलत बात है। ऐसा नहीं होना चाहिए।
जितने जातिवादी गुनहगार है,जो अपने हिन्दू होके आपस में भेदभाव करते है उनके लिए ना समाज में कोई जगह होनी चाहिए और ना ही उनके इस कृत्य के लिए माफी मिलनी चाहिए बल्कि उनकों सजा मिले जिससे समाज में एक उदाहरण पेश हो।
हिंदुस्तान की छोटी सी भी घटना दिखाने वाला बीबीसी क्या कभी ऐ शोध किया क्यो पाकिस्तान के दलित हिंदू जो 25% थे अचानक 70 सालो मे 0.7% क्यो हो गये,हिंदुस्तान मे जो कथित अपने लिए अलग देश मांगने वाले कथित अल्पसंख्यक 14% से कैसे 23% हो गये, इसी सवाल मे छुपख है बीबीसी का जबाब.कोई भी देदे
Govt must end caste based discrimination..and should start by stopping itself ..
😢
बहुत गलत l यह नया भारत है जहां हम आगे नही 100 साल पीछे जा रहे है शायद देश के लोगों को 100 पहले वाला भारत चाहिए l दुनिया बदल गई लेकिन घटिया लोगों की गंदी सोच नही बदली I sundayvibes BJPdestroysDemocracy BJP_भगाओ_देश_बचाओ दलित_अन्याय
राहुल गांधी जी को बताए 73 साल से कांग्रेस इनको हक दिलाने की बात करती है मुझे लगता है अभी ओर 73साल इंतजार करना पड़ेगा इस लिए इंतजार करे
ये कोई नयी बात नही है हमारे देश में ऐसा होना आम बात है
भेदभावपूर्ण व्यवहार से हम कभी भी विश्वगुरु तो क्या अपने देश के ही गुरु नहीं बन सकते हैं। EqualityForAll
भेदभाव जातिवाद तो बीबीसी भी करता है
ये भेदभाव तो के अंदर भी है और इसको TheShudra साबित भी कर चुका है।
उँची जाती सिर्फ नाम का है कर्म तो नीच वाला है
😥😥
ये ख़बर पढ़कर जो घोर जातिवादी हैं, एक विशेष उपनाम जुड़ जाने से अपने आप को ऊँचा व विशेष अधिकार प्राप्त मानते हैं, कहेंगे कि यहाँ जाति क्यों बताई गई, हिंदू धर्म को बाँटने का प्रयास है आदि आदि!
शर्मनाक
Desh aise hi develop karega?
विश्व गुरु
ਇਹ ਵੀ ਤੁਹਾਡੀ ਮਾਂ ਜੈਸੀ ਹੈ ਤੁਸੀਂ ਕੋਈ ਅਸਮਾਨ ਤੋ ਨਹੀਂ ਆਏ। ਆਪਣਾ ਰਵੱਈਆ/ਛੋਟੀ ਸੋਚ ਨੂੰ ਬਦਲੋ ਅੱਜ ਦੁਨੀਆਂ ਚੰਦ ਤੇ ਪਹੁੰਚ ਗਈ ਹੈ ਤੁਸੀ ਆਪਣੀ insult ਕਰਾਈ ਜਾਣੇ ਓ shame shame shame.
PawanMe55211419 this is kangna's modern India.
Ye apmaan sirf isliye nhi huaa ki ye mahila hai aisa isliye huaa qki ye ek dalit mahila hai. Isliye ye kahna ki caste system nhi ya sirf kuch jagah hai ya padhe likho me nhi hai, ye bilkul galat hai.
यह भेदभाव पूर्ण रवैया बिल्कुल गलत है
भेदभाव करने वाले लोग इंसान के औलाद नही हो सकते
इस्लाम में जातिवाद की जड़े हिन्दू धर्म से ज्यादा गहरी है। इस्लाम में नीची जाति के लोगों को रोज अपमान सहन करना पड़ता है। मूर्ख लोगों को लगता है इस्लाम में जातिगत भेदभाव नहीं होता।
धिक्कार है ऐसे धर्म पर को अपने अनुयायियों को समानता नहीं दे सकता, सम्मान नहीं दे सकता लानत है उन धर्म के ठेकेदारों को जिन्होंने इस धर्म का झंडा उठाया हुआ है
कुत्ते, कुर्सी खाली नहीं होगी,
ऐसा करने से क्या हांसिल होता है।
प्रतिनिधि के साथ ऐ वार्ताव पूर्णतः गलत है ।
गांव के मुखिया को जमीन पर बैठाया जाता है क्योंकि वह दलित है आजाद भारत मे दलित अभी गुलामी की जिंदगी जी रहा है और हम हर साल स्वतन्त्रता दिवस मनाते है
जाति पर भेदभाव कब तक
व्यवस्था और समाज में कमियाँ तो हैं इस सत्य को स्वीकारना होगा और सामाजिक संगठनों को और प्रयत्न करना होगा ।
Shame on officer
सब इंसान बराबर है फिर चाहे वो किसी भी जाति,धर्म,समुदाय,प्रान्त के ही क्यों न हो।
फूट ही तो राज करने का अवसर है हर चीज में फूट खुद के स्वार्थ को फलता है कौन इंसान किससे भेद नहीं करता है कहीं गोरे काले में भेद कहीं लंबे नाटे में भेद तो परिवार में भी भेद ही तो जीवन भेद ना हो तो कौन सा आकर्षण कहां से मिलेगा भेद ही जीवन की है सीख भेद में जो अपने है वो ही है अभेद..
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