Ashish Mishra, son of Union Minister of State for Home Ajay Mishra, was accused of running over protesting farmers with his car on Sunday in Uttar Pradesh’s Lakhimpur Kheri. Two farmers died as a result of the incident, which led to a huge outcry, the police said. The farmers were protesting the Centre's three farm bills ahead of an event in Ajay Mishra's paternal village in Lakhimpur Kheri's Tikunia, where UP Deputy CM Keshav Prasad Maurya was to be the chief guest.
They had planned to show black flags to the deputy chief minister. The farmers also demonstrated in front of Ashish Mishra's car when he was going to receive Deputy CM. While speaking to Aaj Tak, Rakesh Tikait told that four farmers have died in this incident, while more than ten are injured and bullets have also been fired. The farmers were just protesting peacefully. The minister's son came and drove the car over the farmers.
पहिले यह फरजी आनदोलन बंद करो. सब देश सुरक्षित रहेजा.
haa yeahi toh baat hai ....dakaiton ki dakaiti saamne aarahi hai ....
Is suar Rakesh dakait ko pel dena chahiye tha ek se hi sare khalistani bhul jayege andolan Kisano ko badnam kiye he suar ke pille sale
इतनी गुँडअ गर्दी की किशीको अपनी बात कहने ना देना ओर फिर गाडी पर हमला ओर मोब लिंचिग वो भी की शी माँ के बेटे थे वो भी इस देश के नागरिक थे जिनहे पिट पिट कर मार डाला ये भी बोल डकैत और कितनी शव चहीऐ तुझे कुरसी के लिए हतयरे
This is the curse of VIP culture in UP. Even son of a Minister considers himself as VIP.
ऐसे ही कोई क्यों किसी पर गाड़ी चढ़ाएगा ये बात समझ नही आ रही कोई आया और भीड़ से भिड़ गया बिना वजह के और बिना ये जाने की इसका परिणाम क्या होगा
26 जनवरी को अगर राकेश टिकैत को गिरफ्तार कर लेते यह दिन देखना नहीं पड़ता
myogiadityanath ji इस का कड़ा संज्ञान ले ये किसान नही हो सकते जो किसी को जीने ना दें लड़को ओर निकलना मुश्किल करदे bjp वालों का , मैं bjp सपोर्टर नही हूँ पर ये सब पंजाब और उत्तरप्रदेश को दंगों में झोंक देंगे देखलेना narendramodi ji कृपया 🙏🙏🙏
वो गाड़ी से निकाल कर मार दिए जाते या अबोहर कांड दोहराया जाता तो कौन जिम्मेदार होता हद्द हो चुकी इन लोगो की गुंडागर्दी की जहाँ देखो डंडे झंडे लेकर पहुंच जाते हैं ये लोग, शांतिपूर्ण करना नही कुछ भी
जब भी कोई आंदोलन होता है तो पक्ष विपक्ष में जनता बंट जाती है लोग अपने 2 हिसाब से राय बनाते है जिसका जिस पार्टी की तरफ झुकाव वो वैसा ही बोलता है जैसे पार्टी।सही गलत के हिसाब से कोई नही सोचता।कभी2 तो लगता है सही से ज़्यादा गलत के साथ ज़्यादा लोग है जो देश का तो बिल्कुल नही सोचते
अम्बानी अडानी का मुनीम मुर्दाबाद
दलाल आंदोलन
Bhai Rakesh tiket sab mar bake chodega
Terrorists
Anpadh bhakts didn't get the reference of Tinanmen Square.
डकैत इन्सानों की खाल में छुपा दरींदा भेडीया सरकार को चाहिए इस भेडीये को जेल में डाल दे और पिछवाड़ा लाल🔥कर दे आतंकवादी💀है साला जय हिन्द 🇮🇳🙏
lakhimpurkheri jail m daalo RakeshTikait ko
Chin se paisa liye Jaao or desh ki janta ko marbaate Jaao gadaar
Gadi vale ko pese to nhi diye the
Tikait tera boss Rahul Gandhi Toh China ka dost hai aur Tu aise bol raha hai.
1 ब्राम्हण पर तथाकथित उपद्रवीयों ने हमला किया अब ब्राम्हण विरोधी RahulGandhi priyankagandhi ArvindKejriwal SanjayAzadSln yadavakhilesh Mayawati को ब्राम्हणों से ज्यादा फायदा भिंडरवाला सोच वाले उपद्रवीयों से दिख रहा है। अब ब्राम्हण अपना बचाव कर रहा था तो इनको तकलीफ हो गई।
राकेश टिकैत पर चढ़ा दिया होता तो सारी समस्या खत्म हो गई होती
Jo huwa achchha huwa
सही समय पर इसको पिटाई मिल गई होती आज यह अपनी नियत जगह पर बना रहता
अगर सरकारें इन फर्जी किसानों की अराजकता नहीं रोकेंगीं तो आम जनता का सब्र कभी तो टूटेगा ही। (असंवेदनशील किन्तु सत्य)
उप्र में चुनाव आ चुके हैं और कुछ संगठित अपराधी अपराध को अंजाम देने में लग चुके हैं ,जनता को बच के रहना होगा । ये साले किसान तो कतई नहीं हो सकते जो खुलेआम हत्याएं कर रहे हैं , गाड़ी चढ़ाने के लिए चढ़ाई या अपनी जान बचाने के लिए भगाई जांच का विषय है ,लेकिन ये तो हत्या जान बूझकर कर र
योगी जी चुनाव नजदीक आते ही इन विपक्षियों ने शाजिस सुरू कर दी है सरकार को बदनाम करने की अगर सख्ती से इनके नापाक मंसूबों को नहीं कुचला गया तो ये प्रदेश को अराजकता के माहौल में बदल देंगें।
बिलकुल, ये हिंदुस्तान है। यहां आंदोलनकारी चाहे जिसे लाठी-डंडे तलवारों से पीट-पीटकर मार दे लेकिन वो बेचारे ही रहेंगे क्योंकि वो आंदोलनकारी है। धिक्कार है ऐसे आंदोलनजीवियों पर जिनकी रोजी रोटी और राजनीति ऐसी ही घटनाओं की मोहताज है।
हमारे यहां कर के देखो चक्का क्या पूरा ट्रक ही राकेश डकैत पर चढ़ा देंगे। सड़क किसी के बाप का संपत्ति नहीं है ये सार्वजनिक संपत्ति है जीतना अधीकार इस डकैत का है उतना अधीकार हम सब का भी है। इसलिए कोई गलती नहीं किया चक्का चढ़ाने वाला। SudarshanNewsTV
पप्पू से पूछो,गोलियां चलवा सकते हैं क्या ?
RakeshTikaitBKU tumhe moka mil gya fir se politics khelne ka.
महीनो गिनती रास्ते बंद करके रखने से लोगो को असुविधा तो होती ही है पर इस तरह सडको पर बैठने से हादसे तो होंगे ही ।
Thats true, GodiMedia is still defending BJPGovt Lets raise our voice. Retweet लखीमपुर_किसान_नरसंहार
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »