आज किसानों को एक ऐसे ही उपाय से हम रूबरू कराते हैं. नीलगाय को खेत से दूर रखने के लिए किसानों को बस एक फसल की खेती करनी है. किसान चाहें तो इस फसल को एकड़ में लगाकर मुनाफा भी कमा सकते हैं और चाहें तो खेत की मेड़ पर इसे लगाकर खेत को नीलगाय से बचा भी सकते हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं कुसुम की खेती की. कुसुम का पौधा ऐसा पौधा है, जिसे नीलगाय नहीं खाती. इसकी पैदावार कहीं भी हो सकती है. पलामू क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ.
कम खर्च में किसान अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं. आगे बताया कि कुसुम के पौधे में कांटे निकले होते हैं, जिस कारण नीलगाय व अन्य जानवर इसे नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. इससे फसल नष्ट नहीं होती और भरपूर मुनाफा मिलता है. इसके साथ एक बार इसके अंकुरण होने के बाद पटवन नहीं भी किया जाए तो फसल अच्छी तैयार होता है. वहीं एक से दो बार अगर किसान पटवन कर दें तो 5 से 10% तक उत्पादन में बढ़ोतरी होती है. कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि कुसुम में अनसैचुरेटेड फैटी एसिड होता है, जो की सेहत के लिए लाभदायक है.
हृदय रोगियों के लिए बेहद लाभप्रद कुसुम का तेल सफोला तेल कुसुम के तेल से ही बनता है Safflower Plant Is Beneficial For Health Very Beneficial For Heart Patients Safflower Oil Saffola Oil Is Made From Safflower Oil Only
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