हार्वर्ड स्टडी ने नहीं की यूपी सरकार के प्रवासी संकट प्रबंधन की तारीफ़, मीडिया का दावा ग़लत

  • 📰 द वायर हिंदी
  • ⏱ Reading Time:
  • 36 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 18%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

हार्वर्ड स्टडी ने नहीं की यूपी सरकार के प्रवासी संकट प्रबंधन की तारीफ़, मीडिया का दावा ग़लत HarvardStudy UPGovt FactCheck MigrantCrisis प्रवासीसंकट हार्वर्डस्टडी यूपीसरकार

एमओसी प्रतिस्पर्धा और आर्थिक विकास पर एक आवश्यक हार्वर्ड पाठ्यक्रम है. यह प्रोफेसर माइकल पोर्टर और इंस्टिट्यूट फॉर स्ट्रेटेजी एंड कॉम्पिटिटिवनेस के कर्मचारियों और सहयोगियों द्वारा विकसित किया गया था.

प्रॉस्पेक्टस सूची में आईएफसी को एमओसी एफिलिएट संस्थान के रूप में सूचीबद्ध किया गया है. दुनियाभर में लगभग 120 एफिलिएट संस्थान हैं जिनमें से चार भारत के हैं. आईएससी में कॉम्पिटिटिवनेस एंड इकॉनमिक डेवलपमेंट प्रोग्राम मैनेजर कैटलिन बी. अहर्न ईमेल के माध्यम से दिए गए जवाब में कहा, एमओसी से एफिलिएट एक अध्ययन को एक हार्वर्ड अध्ययन के रूप में संदर्भित करना सही नहीं है.

उन्होंने आगे कहा, ‘मीडिया रिपोर्टों के विपरीत हमारे अध्ययन से यह निष्कर्ष नहीं निकलता है कि यूपी सरकार ने अन्य राज्यों की तुलना में प्रवासी संकट को अधिक प्रभावी ढंग से संभाला है. दस्तावेज विभिन्न राज्यों द्वारा संकट से निपटने पर एक तुलनात्मक बयान नहीं है. यह उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास और उसी से नतीजा निकालने से संबंधित दस्तावेज है.’

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

मीडिया का दावा गलत ऐसा नहीं लिखो। दलालों का दावा गलत - ऐसा लिखो

गोबर मिडिया गोबर भक्त है लेकिन, दल्ला नमकहराम नहीं, सर तन से जुदा करने का नहीं।

वायर क्वांट प्रिंट ये सभी इस्लामिक आतंकवादी संगठन का हिस्सा है, ये सभी देश में धर्म के नाम पर अलग प्रकार का एजेंडा चला रहा है, PFI SDF ISIS फन्डिंग करता है।

ऐसे मीडिया वाले तो अपने को दुनिया का नं 1 भी मानते हैं।

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 3. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।