हल्ला बोल: ताजमहल में मकबरा या शिव मंदिर? Halla Bol: Muslims defies ban, offers namaz at Taj Mahal - Halla Bol AajTak

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इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

ताज में नमाज़ पर मचा हंगामा। क्यों हो रही है नियमों की अनदेखी? देखिये HallaBol anjanaomkashyap के साथ:

 

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anjanaomkashyap I think you are not an anchor, it looks you are a judge, please try to see the frogein tv channels and see how reporters are talking, it looks your fighting

anjanaomkashyap kanon todne wale apradhi se ap tv pr bat kr rahe h wah

anjanaomkashyap Third class dibet conducted by ajnaji.

anjanaomkashyap Better ye hoga k Yogi ji k ghar k samne jumma ki Namaz pdne ki ijazat ho..

anjanaomkashyap YEH HAIN Q

anjanaomkashyap कभी तो मुद्दों पर बहस कर लिया करो , बक़वास दिखाकर लोगो को असल मुद्दों से दूर करने का जो एजेंडा चलाया जा रहा है , वो देश और समाज दोनों के लिए घातक है ,

anjanaomkashyap Rajasthan,,Chattisgarh,, MP mei Chunaav hai bas isiliye ?

anjanaomkashyap Mandir me Namaaz Nahi hoti hai !!!

anjanaomkashyap भाजप वाला और वो नमाज वाला दोनो भी क्या बोल रे है समझ नहीं आता..

anjanaomkashyap Tazmahal Kai nichai tejo mahal h shiv mandir h

anjanaomkashyap Tejo mahal h

anjanaomkashyap Don't you have any other work and news....why you trying to show nonsense and divide people, Jai Hind

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

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इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

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यहां जमीन से 400 फीट नीचे चल रहा कैफे, 18 साल से ज्यादा उम्र वालों को ही जाने की अनुमतिइंटरनेशनल डेस्क। सर्बिया में जमीन के नीचे 400 मीटर की गहराई में खदान के अंदर एक कैफे चलाया जा रहा है। इसकी खासियत यह है कि खतरे को देखते हुए 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ही इसमें जाने की अनुमति है। यहां जाने वाले व्यक्ति के लिए हैलमेट पहनना जरूरी होता है। कैफे में जाने के लिए लिफ्ट भी लगी है।‘चिंता थी कि वापस आऊंगी या नहीं'एक महिला मिलिका इवकोविच ने बताया, ‘‘मैं पहली बार ऐसे कैफे में जा रही थी। अंदर जाने से पहले मैं काफी डरा हुआ और असहज महसूस कर रही थी। मुझे चिंता हो रही थी कि वापस आ पाऊंगी या नहीं। लेकिन सबकुछ ठीक रहा। खदान के गाइड और कर्मचारी सासा सरबुलोविच कहते हैं कि यहां आने वालों के लिए कुछ नियम तय किए गए हैं। मसलन 18 साल से कम उम्र वालों को यहां आने नहीं दिया जाता। साथ ही यहां आने वालों का शारीरिक रूप से सक्षम होना जरूरी है। एक अकेले व्यक्ति को भी यहां आने की इजाजत नहीं है। यहां आप समूह में ही आ सकते हैं।’’ अंडरवॉटर रेस्त्रां 'अंडर'नॉर्वे के लिंडेसनेस इलाके में उत्तर सागर के तट पर दुनिया का सबसे बड़ा अंडरवॉटर रेस्त्रां बनाया जा रहा है। 110 फीट लंबा यह रेस्त्रां समुद्र से निकल रहे बड़े दूरबीन की तरह दिखाई देता है। इसमें 100 लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेगी। रेस्त्रां के 2019 तक शुरू होने का अनुमान है। रेस्त्रां को अंडर नाम दिया गया है। इसे नॉर्वे की कंपनी स्नोहेता बना रही है। तो वहा कैफे बनाना क्या जरुरी था?
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

MP Election/ मध्य प्रदेश में तीन निर्वाचन आयोग के अधिकारियों की दिल का दौरा पड़ने से मौतमध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2018 के लिए मतदान जारी है। इस बीच कुछ अप्रिय समाचार भी मिल रहे हैं। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, यहां तीन निर्वाचन आयोग के अधिकारियों की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। इस बारे में अभी ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है। एक अधिकारी की गुना जबकि दो की इंदौर में मौत हुई। इस बीच राज्य में कुछ जगहों पर ईवीएम में खराबी की जानकारी भी सामने आई है। भोपाल में 15, होशंगाबाद में 20, रीवा में 20, ग्वालियर में 25, जबलपुर में 15, खंडवा में 46, बुरहानपुर में 15, खरगोन में 3, बड़वानी में 6, इंदौर में 17, शाजापुर में 2, उज्जैन में 6, देवास में 12, आगर-मालवा में 3, रतलाम में 15, झाबुआ में 5, मंदसौर में 2, आलीराजपुर में 9 ईवीएम और वीवीपैट मशीनों में खराबी की शिकायतें मिली हैं।
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

उत्तर प्रदेश: दोबारा ऐतिहासिक जनादेश हासिल करने साथ आई सपा-बसपाउत्तर प्रदेश में सपा-बसपा, कांग्रेस से गठबंधन नहीं चाहते, या कांग्रेस अकेले लड़ना चाहती है, इस पर बहस जारी है। लखनऊ में सपा-बसपा की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस, तस्वीरों में एक साथ मौजूद आंबेडकर और लोहिया की तस्वीर के बाद दिल्ली दरबार का पूरा विमर्श बदल गया। उत्तर प्रदेश वह प्रयोगशाला है, जहां कांशीराम और मुलायम की लहर में भी गोरखपुर की सीट भाजपा के पास थी। इसके उलट जब बसपा को शून्य पर टिका और सपा को पारिवारिक सदस्यों के बीच सिमटा दिया गया था तब गोरखपुर अलग ही राजनीतिक मोड़ लेता है। 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश ने जो ऐतिहासिक जनादेश दिया था आज उससे उबरने के लिए सपा और बसपा साथ हैं। इस सूबे की राजनीति, केंद्र की भी राजनीति है। लोहिया-आंबेडकर की तस्वीरों को साथ रख इस समीकरण का उद्देश्य है अपने-अपने वोट बैंक को साध ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करना। केंद्र की राजनीति में सपा-बसपा के अंक मजबूत हों, इसलिए जरूरी है कि कांग्रेस का गणित बिगड़ जाए। संसद में आर्थिक आधार पर दस फीसद आरक्षण पर साथ-साथ चलने के बाद ये दोनों दल अपने-अपने वोट बैंक के पास उसी ‘पहचान’ के साथ लौट आए हैं जो इनकी बुनियाद हैं। बुनियादी विरोधाभासों के साथ वोट बैंक की ऊंची इमारत पर बैठे दोनों दलों की साझीदारी से निकले पाठ पर इस बार का बेबाक बोल।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

दंगल: समर्थकों के जोर से तय होगा सीएम? Dangal: Will supporters decide CM post in 3 states? - Dangal AajTakमध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की जीत के बाद भी अब तक सीएम पद के चेहरे सामने नहीं आ सके हैं.  राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के समर्थकों के बीच संग्राम छिड़ा हुआ है. मध्य प्रदेश में भी कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच पेच फंसा हुआ है. पार्टी छत्तीसगढ़ में भी अपने सीएम उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं कर सकी है. अब ऐसे हालात में सिर्फ और सिर्फ राहुल गांधी के फैसले का इंतजार है. आज सोनिया गांधी भी राहुल गांधी के घर भी पहुंची हैं. प्रियंका गांधी भी राहुल के घर पर हैं. ऐसे में ये भी पूछा जा रहा है कि क्या नए सीएम को चुनने में सोनिया और प्रियंका की सलाह भी ली जा रही है?  बहरहाल, जिस तरह से मध्य प्रदेश और राजस्थान में सीएम पद के दावेदारों के समर्थक अपने-अपने नेता के लिए मैदान में है, ये राहुल के नेतृत्व की परीक्षा भी है. sardanarohit RahulGandhi does not have the courage to promote the leaders of his own age, even though he claims to be working for the youth: SachinPilot JyotiradityaScindia मानो या ना मानो राहुल गांधी आप जीत के भी हार गये RahulGandhi काँग्रेस मध्यप्रदेश sardanarohit Bjp ka nath mp ka kamalnath sardanarohit जो टोंटी पे दाँत ना चुभने देगा cm वही बनेगा 😂😂😂
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

राजस्थान के चुनावी रण में भाजपा के मुक़ाबले में लौटने की चर्चा में कितना दम है?विशेष रिपोर्ट: चुनावी सर्वेक्षणों के आधार पर यह कहा जा रहा था कि भाजपा की राजस्थान से विदाई तय है, लेकिन टिकट वितरण और धुंआधार प्रचार को देखकर सियासी गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि पार्टी मुक़ाबले में लौट आई है. 0% उतना ही है जैसे स्वाति सिंह और अंजना कश्यप के नोटों में चिप होने का।।। RajasthanElections RajasthanElections2018 बहुत दम है जनता वसुंधरा राजे से नाराज थी भाजपा जो भी वापसी की है पीएम मोदीजी के रैलियों के बाद । यदि भाजपा समय रहते चेहरा बदल दी होती तो आप सीटों के लिए तरसते। अब पछताए होत का जब चिडिया चुग गई खेत
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »

जाती सर्दी में बागबानीसर्दी में फूलों की सजावट घर की खूबसूरती को चार चांद लगा देती है। इस मौसम में प्राय: सभी फूलदार पौधों वाले दो-चार गमले खरीद कर अपनी बालकनी में रखना पसंद करते हैं। जिन लोगों के पास जगह अधिक है, वे अधिक फूल उगाते या गमलों में लगाते हैं। इस मौसम में फूलों की विविधता भी खूब होती है। मगर सर्दी के इस मौसम में पौधों की देखभाल ठीक से न हो, तो फूल जल्दी सूखने और अपना सौंदर्य खोने लगते हैं। इसी तरह गरमी के लिए भी इसी मौसम में तैयारी करनी होती है। इस मौसम में बागवानी के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और अगले मौसम के लिए कैसी तैयारी की जरूरत है, बता रहे हैं रवि डे।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

PSE: दिल्ली में राहुल गांधी के लिए बुरी खबर, लोकप्रियता में गिरावट! PSE:Bad news for Rahul Gandhi, popularity declines! - Political Stock Exchange AajTakपॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज में आज हम आपको दिल्ली में नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता दिखाएंगे. अक्टूबर 2018 में, पीएम मोदी की लोकप्रियता 49 प्रतिशत थी और अब, जनवरी 2019 में भी उनकी लोकप्रियता 49 प्रतिशत है. इससे यह स्पष्ट है कि पीएम मोदी की लोकप्रियता में कोई बदलाव नहीं है. दिलचस्प बात यह है कि अक्टूबर 2018 में राहुल गांधी की लोकप्रियता 43 प्रतिशत से गिरकर जनवरी 2019 में 40 प्रतिशत हो गई है. क्या राहुल गांधी की लोकप्रियता गिरने का कारण सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों के साथ  हुआ अन्याय है? अरविंद केजरीवाल ने अक्टूबर 2018 के लोकप्रियता इंडेक्स की तुलना में लोकप्रियता में बढ़त हासिल की है. अरविंद केजरीवाल ने जनवरी 2019 में कितनी लोकप्रियता हासिल की है, यह जानने के लिए राजनीतिक स्टॉक एक्सचेंज देखें. anjanaomkashyap Lo ji. Aa gya bjp ka dalal channel. anjanaomkashyap बिल्कुल भी गिरावट नहीं है यह गोदी मीडिया की चाल है तुम तो पहले ही मोदी मीडिया हो तुम क्या किसी को गिरावट दिखाओगे anjanaomkashyap मोहतरमा आप इस आँकड़ो पे ज्यादा खुश हो ?
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

लालू के बेटे तेज प्रताप बोले- तलाक मामले पर पीछे नहीं हटूंगा; घर के बजाए पटना के होटल में ठहरेबिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप यादव ने साफ कर दिया है कि वो पत्नी से तलाक के मामले में पीछे नहीं हटेंगे। तेज प्रताप गुरुवार को पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक के मामले में पटना के फैमिली कोर्ट में पेश हुए। प्रधान न्यायाधीश उमा शंकर द्विवेदी की कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई। तेजप्रताप के वकील ने हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 22 के तहत आवेदन देकर सुनवाई बंद कमरे में किए जाने की मांग की। जज ने इसे स्वीकार करते हुए अपने चेंबर में सुनवाई की। मामले की अगली सुनवाई 8 जनवरी को होगी। कोर्ट ने ऐश्वर्या को भी नोटिस जारी किया है। सुनवाई के बाद तेजप्रताप ने कहा- मैं अपने पुराने स्टैंड पर कायम हूं। पीछे नहीं हटूंगा। इसके पास इतना माल कहाँ से आ रहा है महीनों से बाहर भटक रहा है, और होटेल में रहता है। कड़क मूड तेजू भाई का ! इससे ज्यादा अनपढ़ और --- वार क्या कहेंगा? वह तो अब बहूरिया का काम है की 'सिआरपीसी', की कौणसी धाराए लगाती है। वकिल 'अरूण जेटली' जी को करणा चाहिए, जल्दी ' पापा ' के साथ चले जाएगा। जय हिंद ।
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

'प्रधानमंत्री आवास योजना' के तहत अयोध्या में भगवान राम को भी मिले घर, BJP सांसद ने पत्र लिख की मांगवैसे तो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को घर मिलने का प्रावधान है, मगर उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने टेंट में विराजमान रामलला के लिए भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर दिए जाने की मांग की है. बीजेपी के सांसद हरि नारायण राजभर ने अयोध्या के जिला अधिकारी को एक पत्र लिख अयोध्या में टेंट में विराजमान रामलला के लिए एक घर की मांग की है. हरि नारायण की दलील है कि रामलला का जन्म सदियों पहले यहां हुआ था, जहां वह विराजमान है. इसलिए उनके लिए एक छत की व्यवस्था की जाए. unko tumhaare aawaas ki zarurat nahi hai ....... unka shraap laga na to apne ghar ko bhi mohtaaz ho jaoge .... aaya bada aavaas yojna wala😣😣 Suna Tha Khuda Rozi Deta hai Ghar deta hai Sukh Shanti Deta Par ye Log apne Bhagwan ko ghr denge jiska naam le le kar ye satta me aye Aise bayan de kar ye apne mazhab aur bhagwan dono ka apmaan kar rahe hain राम लल्ला देश के सबसे गरीब लोगों मैं एक है प्रधानमंत्री आवास योजना से घर मिलना चाहिए 😁😜😜😜
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

Congress Chief Rahul Gandhi Reached Rajasthan CM Ashok Gehlot Oath Taking Ceremony Place by Bus - राजस्थान सीएम अशोक गहलोत शपथग्रहणः राहुल गांधी की बस में दिखी विपक्षी एकता, दिग्गजों ने की सवारीहिंदी पट्टी के तीन राज्यों में कांग्रेस की सत्ता में वापसी के बाद सोमवार का दिन बेहद खास है। इस दौरान अलग-अलग पार्टियों के नेताओं के जमावड़े को जहां विपक्षी एकता की कसौटी पर परखा जा रहा है, वहीं शपथग्रहण के दौरान पहुंच रहे नेताओं की एकजुटता को बयां करती एक तस्वीर भी काफी दिलचस्प है। दरअसल जयपुर के अल्बर्ट हॉल में अशोक गहलोत सरकार का शपथग्रहण कार्यक्रम था। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक तस्वीर पोस्ट की है, जिसमें वह पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के बगल में बैठे हैं। खास बात यह है कि इसी बस में शरद यादव, फारूक अब्दुल्ला, एमके स्टालिन और शरद पवार जैसे विपक्ष के दिग्गज नेता बैठे नजर आए। इस विपक्ष को अगर बुद्धि आ जाए तो, मन्द बुद्धि बालक और उसकी माँ को देश से बाहर आराम से सम्मानित विदाई दी जा सकती है। पता नही ये नेता क्यों डरते हैं सोनिया गांधी के परिवार से... ' गुलामी की आदत कहां से लग गई... जबकि पेशा नेतागिरी का है'
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

प्रियंका में इंदिरा की छवि तो पति पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की परछाई भी2014 में हुआ लोकसभा चुनाव छवि बोध की जंग भी था। छवि की ब्रांडिंग में जो आगे होगा, मैदान वही मारेगा। सपा-बसपा गठबंधन के बाद उत्तर प्रदेश के मैदान में कांग्रेस को मूर्छित ही माना जा रहा था, लेकिन ब्रांडिंग वाला बाजार इसी क्लाइमेक्स वाले समय को अहम मानता है। तुरुप का पत्ता भी इसी ब्रांडिंग का हिस्सा है। भारतीय राजनीति में इंदिरा गांधी को एक ब्रांड बना दिया गया है। 2019 के करो या मरो वाले हालात में इंदिरा जैसी छवि को औपचारिक तौर से उतारने का वक्त आ गया था। आज जब कांग्रेस की ओर से डंका बजा कर प्रियंका को उतारा गया है तो वे गांधी के साथ वाड्रा के भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरेवाले कुलनाम को भी ढो रही हैं। 2019 के बाजार में हर दल की चाल को मास्टर स्ट्रोक ही बताया जा रहा है तो आमद का जयकारा थमने के बाद उन्हें बताना ही होगा कि उनकी ओर से जनता के लिए नया क्या है। कभी-कभी तुरुप का पत्ता जोकर से भी मात खा जाता है, खेल के इस विडंबना की याद दिलाता बेबाक बोल।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »