हर साल 10 हजार प्लास्टिक के कण खा रहा है इंसान! | Plastic

  • 📰 Webdunia Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 35 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 17%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

इतना प्लास्टिक खाने के बाद क्या होता है plastic environment

माइक्रोप्लास्टिक यानी इंसान के बनाए प्लास्टिक के छोटे छोटे टुकड़े इस वक्त अकेली ऐसी चीज है जो धरती पर हर जगह मौजूद हैं। अब वो चाहे सिंथेटिक कपड़ों से निकले टुकड़े हों, कार के टायरों से या फिर कांटैक्ट लेंस या रोजमर्रा काम आने वाली किसी और चीज से। दुनिया के सबसे ऊंचे इलाकों में मौजूद ग्लेशियरों से लेकर समंदर की गहरी से गहरी खाइयों तक में यह मौजूद हैं।

बीते दिनों हुई कई रिसर्चों से पता चला है कि किस तरह माइक्रोप्लास्टिक इंसान की खाद्य श्रृंखला में घुस सकता है। यहां तक कि पिछले साल कई मशहूर ब्रांड के सीलबंद बोतलों में बिकने वाले पानी में भी प्लास्टिक के टुकड़े मिले। हाल में कनाडा के वैज्ञानिकों ने रिसर्च के दौरान माइक्रोप्लास्टिक की मौजूदगी के बारे में सैकड़ों आंकड़ों के विश्लेषण किया और फिर उन्हें अमेरिकी लोगों की खाने पीने की आदतों से तुलना की। इसके आधार पर उन्होंने पता लगाया है कि एक वयस्क इंसान एक साल में माइक्रोप्लास्टिक के करीब 52,000...

इस रिसर्च के नतीजे ऐसे वक्त में सामने आये हैं जब संयुक्त राष्ट्र की ओर से पूरी दुनिया में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। इस बार की थीम भी वायु प्रदूषण रखी गई है। एनआर/एए

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 17. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

भाजपा के साथ हमारे गठबंधन को तोड़ने की कोशिश कर रहा है विपक्षः अन्नाद्रमुकअन्नाद्रमुक के मुख्यपत्र में यह दावा किया कि भाजपा के साथ उसके गठबंधन को तोड़ने की कोशिशें की जा रही है. आप पहले विपक्ष को ही तोड़ लो.....। बात खत्म। आप अगर देस सेबा से अलग रह कर राजनित करते है।तो निस्चित बिरोधी परास्त करने मे कामयाब होगे।
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »

12वीं पास के लिए भारतीय वायुसेना में नौकरी का मौका, यहां है हर जानकारी12वीं पास के लिए भारतीय वायुसेना में नौकरी का मौका, यहां है हर जानकारी IAF indianairforce SarkariNaukari SarkariNaukari2019 govtjobs govtjobonline Jo viman gayeb hai uska kya? मोदी है तो मुमकिन है
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

भारत में खाना यानी मौत का निवाला...हर साल 15 लाख लोगों की जाती है जानभारत में हर साल करीब 15.73 लाख लोग खराब खाने (फूड पॉयजनिंग) से मारे जाते हैं. खराब खाने से मौत के मामले में भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 2008 से 2017 के बीच फूड पॉयजनिंग एक नए प्रकोप की तरह फैला है. यह अब भी फैल रहा है. 2008 से 2017 के बीच फूड पॉयजनिंग के 2867 मामले आए जो डायरिया के 4361 मामलों से अलग हैं. Quality of food products sold in India needs lot of improvement & checking for quality,most urgent for the health of millions. Tum Media wale ko dalali karne see fursat mile tab na desh k bare me sonchoge If from 2008 to 2017 there are less than 3000 cases how can someone come to conclusion 15 lac per annum are dying
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

इस देश में महिलाओं के लिए हाई हील सैंडल पहनना अनिवार्य, शुरू हुआ विरोध - trending clicks Gallery AajTakकार्यस्थल पर हाई हील के सैंडल के खिलाफ 4 जून तक लगभग 19 हजार लोगों ने उस याचिका पर अपने हस्ताक्षर किए हैं जिसमें मांग की गई है कि - photo 3 जापान
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

दंगल: कश्मीर में मजहब की आड़ में आतंकराष्ट्रवाद के नाम पर चुन कर आई नई सरकार के लिए कश्मीर कितनी बड़ी चुनौती है, आज इसकी एक तस्वीर सामने आई.  तस्वीर कल की है, ईद के दिन की जब कुलगाम की एक मस्जिद में तीन आतंकियों ने पिस्तौल लहरायी और वहां मौजूद लोगों के सामने तकरीर की. ये तीनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के साथ जुड़े बताए गए हैं, इन आतंकियों ने वहां पहुंचकर लोगों को धमकाया. एक-एक कर मारे जा रहे आतंकियों को लेकर लोगों पर मुखबिरी का शक जताया और इसके बाद वहां पैसे इकट्ठे किए.  वैसे तो पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है, लेकिन ईद के दिन आतंक फैलाने के लिए मस्जिद का इस्तेमाल करना - अपने आप में बेहद खतरनाक संकेत देता है.  कश्मीर में मजहब के नाम पर आतंक फैलाने की कोशिशें पहले भी सामने आई हैं.  हाल ही में मारे गए जाकिर मूसा के पिता ने उसकी मौत के बाद कहा कि ये लड़ाई अल्लाह के नाम पर हो रही है.  साफ है कश्मीरियत की आड़ में कश्मीर में आतंकवाद का जो खेल शुरू हुआ था उसका असली चेहरा अब सामने आ गया. सवाल ये है कि अमित शाह की अगुवाई वाला गृह मंत्रालय क्या इस हालात से निपटने के लिए क्या करेगा? sardanarohit 100 करोड़ की स्कॉलरशिप देकर 800 करोड़ की हज सब्सिडी बन्द कर दी खैर तुम लोग मोदी को क्या समझोगे....😂 sardanarohit तो कराइए ना हिन्दू मुस्लिम क्या दिक्कत आ रही है TRP चली गई क्या ? sardanarohit रोहित भाई जी आजतक में इतनी रात को बैठ के ट्वीट को करता है?🤔🤔🤔
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

Pakistan Army Budget: पाकिस्तानी सेना की स्वैच्छिक बजट कटौती के पीछे आर्थिक-वैश्विक दबाव?Pakistan News: पाकिस्तानी सेना ने आर्थिक संकट को देखते हुए स्वैच्छिक बजट कटौती का ऐलान किया है। पाक सेना के इस कदम के पीछे कई संकेत माने जा रहे हैं। अब तक पाकिस्तान अपने बजट का सबसे बड़ा हिस्सा सेना पर खर्च करता आ रहा है। माना जा रहा है कि गंभीर आर्थिक संकट के साथ वैश्विक दबाव के बीच पाक ने यह ऐलान किया है। रक्षा बजट मे कमी करने के अलावा भारत के कश्मीर मे आतंक फैलाने वाले जिहादी /आतंकवादी संगठनो को दी जाने वाली आर्थिक मदद भी बंद की जानी चाहिए।जिससे पाकिस्तान के नागरिको की आर्थिक स्तिथि सुधारी जा सके और वे जिहाद के नाम पर आतंक का रास्ता अपनाने से बाज़ आये .
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »