हम खुशी में भी चीखने क्यों लगते हैं? - BBC News हिंदी

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तेज़ी से झूला झूलते वक़्त हम चीखते क्यों हैं?

23 साल की ट्रैवल ब्लॉगर डिंफ मेनसिंक इस बात से सहमति जताती हैं कि वो बचपन से रोलकोस्टर पर झूलने का मज़ा उठा रही हैं.

"जब आप रोलरकोस्टर के लिए लाइन लगी हुई देखते हैं और बार-बार वो घूमता है तो आप खुश होते हैं कि अच्छा है कि आप उस पर नहीं हैं. वो उसे और डरावना बना देता है. लेकिन, जब मैं उस पर सवार होती हूं, वो धीरे-धीरे ऊपर जाता है तो मुझे बहुत डर लगता है लेकिन जब वो नीचे उतरता है तो मुझे बहुत रोमांच और खुशी का अनुभव होता है और मैं चीखना चाहती हूं.''

 

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Phatne ke karan

गिरे तो फट जाएगी

हम खुशी से नही, डर को कम करने के लिए चीखते है।

पहला तो जब झूला केंद्र से आगे की ओर जाता है तो गुरुत्व उसे पीछे की ओर खींचता है इसी बल को बड़ाने के लिए हम झूले को पीछे की ओर खीचते हैं।

BBC tu 2 may ko apna seena nochega ro ro kar....

इसके दो कारण हो सकते है

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