पटना: उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को राज्यों को मुआवजा देने के लिए वित्त पोषण के विकल्पों की तलाश करनी चाहिए. मोदी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘यह केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता है कि वह जीएसटी संग्रह में कमी के चलते राज्यों को मुआवजा दे. यह सही है कि केंद्र सरकार इसके लिए कानूनी तौर पर बाध्य नहीं है, लेकिन उसकी नैतिक बाध्यता है.''
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार या तो बाजार धन उठा सकती है या राज्यों की ऋण लेने पर गारंटर बन सकती है. जीएसटी परिषद की 41वीं बैठक बृहस्पतिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से होनी है. सूत्रों ने बताया कि इस बार की बैठक का मुख्य एजेंडा राज्यों के राजस्व में कमी की प्रतिपूर्ति करना है. मोदी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में राज्यों को मुआवजे के तौर पर करीब 3.65 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना है. इसमें बिहार की हिस्सेदारी 12,000 करोड़ रुपये की है.
Govt. Is not binded to follow state.
Why can't it be taken as right ?
'नैतिकता' शब्द इनके मुँह से सुन कर आप को कैसा लगा ?
दुर हट छपासरोगी BijayKumarMithu
hahaha bechara majboor neta
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
मोदी सरकार को घेरने की तैयारी, सोनिया आज करेंगी कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठकनेशनल टेस्टिंग एजंसी ने एक सितंबर से छह सितंबर तक जेईई और 13 सितंबर को नीट 2020 परीक्षा तय समय पर कराने की घोषणा कर दी है। INCIndia 😛😛😝😁😂😂🤣😆🤪🤪😉😉😉🦁🦁🦁
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
दुनिया के सबसे उम्रदराज जानवर 188 साल के कछुए से कैंसर के इलाज की उम्मीददुनिया के सबसे उम्रदराज जानवर 188 साल के कछुए से कैंसर के इलाज की उम्मीद Oldesttortoise jonathantorroise cancertreatment
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
GST काउंसिल की 41वीं बैठक आज, मोदी सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्षभारत न्यूज़: GST Council Meeting: आज जीएसटी काउंसिल की 41वीं बैठक होने जा रही है। गैर बीजेपी शासित राज्य जीएसटी लागू होने के राजस्व में हुए नुकसान की भरपाई को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ लामबंद हैं। बैठक से एक दिन पहले ही विपक्ष के नेताओं ने सरकार को घेरने को लेकर पूरी प्लानिंग की है। 2पहियाGST करदो कम पर खरीद क्षमता? जब जनधन सोसाइटी बैंक को-ऑपरेटिव बैक शेयर बाजार NBFC HOUSING बीमा में सिंक करा दो तो अमेरिका शेयरबाजार मे हाई भारतमे शेयर बाजार में अपनो में रिलायंस अडानि हाईहाई तो किराणा हाउसिंग ...आम बाजार में हाय हाय भाईयों बहनो होगऐ 5H बोलो हुऐ की नहीं! कल सुबह बाल काटते बोला शख्स,शर्माजी से जिसकी 29को मंगनि है दिनभर बोनि नहीं होती घर दुकान बिजली बिल 8000 6000कैसै घर चलेंगे मै कह रहा हूँ अंकल कोरोना में मरे से ज्यादा आत्महत्या करेगे फाँसी खा खा मरेगे! जवान बच्चे तक समझ रहे पर मोर चराते मंदिर बाहर वर्षाआनंद में डूबें नहीं!😢
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »
महाराष्ट्र में इमारत ढहने की घटना में एक की मौत, PM मोदी ने जताया दुखपीएम मोदी ने घटना पर क्षोभ जताते हुए कहा, महाराष्ट्र के रायगढ़ के महाड में बिल्डिंग गिरने की घटना से दुखी हूं. मेरी संवेदना इस हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के साथ है. मेरी प्रार्थना है कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं. फिलहाल NDRF की टीमें और स्थानीय अथॉरिटीज़ घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं और लोगों को जरूरी मदद पहुंचा रही हैं. MODIJI_POSTPONEJEENEET ऐ मोदी यूपी में भी धियान देदो इहा भी रोज लोग जान गवां रहे हैं Who is responsible? 1.Material quality. 2.maintenance. JhaMrityunjai
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »
रामा सिंह की एंट्री का मतलब रघुवंश के लिए RJD के दरवाजे पूरी तरह बंद?पूर्व सांसद रामा सिंह की आरजेडी में एंट्री का रास्ता साफ हो गया है. रामा सिंह ने साफ कर दिया है कि लालू प्रसाद, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और तेजस्वी यादव की सहमति मिलने के बाद ही 29 अगस्त को आरजेडी में शामिल होने का फैसला किया है. इससे यह तय हो गया है कि आरजेडी ने अपने वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह से किनारा करने का मन बना लिया है, क्योंकि रामा सिंह की पार्टी में एंट्री का वो विरोध करते रहे हैं. बिहार 🤔 कभी रामा सिंह लालू के कट्टर दुश्मन थे और रघुवंश प्रसाद अजीज दोस्त...राजनीति क्या न कराये... कोई कहि भी जाए या आए बिहार में परिवर्तन होने जा रहा है।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
Employment | भारत के युवाओं के लिए रोज़गार की राह हुई और मुश्किलकोरोना के आने से पहले भी दुनियाभर में यह बहुत बड़ा सवाल था कि आनेवाले दिनों में रोज़गार कैसे मिलेगा, कहां मिलेगा और किस किसको मिलेगा? अर्थशास्त्र में नोबल पुरस्कार पानेवाले दंपती अभिजीत बनर्जी और एस्टर डूफलो तो तभी कह चुके थे कि अब दुनियाभर की सरकारों को अपनी बड़ी आबादी को सहारा देने का इंतज़ाम करना पड़ेगा, क्योंकि सबके लिए रोज़गार नहीं रह पाएगा।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »