सिविल सेवा परीक्षा: दो बहनों ने एकसाथ रचा इतिहास, कहा- कठिन परिश्रम और लक्ष्य पर रखा फोकस

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सिविल सेवा परीक्षा: दो बहनों ने एकसाथ रचा इतिहास, कहा- कठिन परिश्रम और लक्ष्य पर रखा फोकस UPSCresult CivilServices Exam History TwoSisters SrishtiAndSimran

रोहिणी सेक्टर- 15 निवासी दोनों बहनों ने इंजीनियरिंग और इॅकोनोमिक्स ऑनर्स की डिग्री पाने के बाद मल्टीनेशनल कंपनियों के लाखों के पैकेज छोड़कर देश और पिता नीरज कुमार का सपना पूरा करने के लिए यूपीएससी की तैयारी शुरू की। दोनों मूल रूप से आगरा की है।घर छोटा होने के चलते जगह नहीं होती थी तो दोनों बहनें पास की ही लाइब्रेरी में जाकर तैयारी करती थीं। सृष्टि को 373 वीं रैंक और सिमरन को 474 वीं रैंक मिली है। परिवार में पिता नीरज कुमार प्रापर्टी का काम करते हैं और मां सुमन गृहिणी...

सृष्टि और सिमरन कहती हैं कि कठिन परिश्रम और लक्ष्य पर फोकस रखने, अपना 100 फीसदी देकर तैयारी करने से सफलता जरूरत मिलती है। ध्यान को भटकने नहीं देना है।बीटेक पास सिमरन कहती हैं कि बचपन से पापा आईएएस बनने के लिए प्रेरित करते थे। हालांकि मुझे साइंस विषय पसंद थे।कॉलेज की सीनियर दुर्गा शक्ति नागपाल के बारे में सुना तो मेरे अंदर भी सिविल सेवा में जाने की इच्छा जागृत हो गई। मैं विदेश सेवा को चुनना चाहती हूं। मेरा सपना है कि यूनाइटेड नेशन में देश का प्रतिनिधित्व करूं।बचपन से पापा मुझे भी दीदी की तरह...

सृष्टि और सिमरन कहती हैं कि कठिन परिश्रम और लक्ष्य पर फोकस रखने, अपना 100 फीसदी देकर तैयारी करने से सफलता जरूरत मिलती है। ध्यान को भटकने नहीं देना है।बीटेक पास सिमरन कहती हैं कि बचपन से पापा आईएएस बनने के लिए प्रेरित करते थे। हालांकि मुझे साइंस विषय पसंद थे।कॉलेज की सीनियर दुर्गा शक्ति नागपाल के बारे में सुना तो मेरे अंदर भी सिविल सेवा में जाने की इच्छा जागृत हो गई। मैं विदेश सेवा को चुनना चाहती हूं। मेरा सपना है कि यूनाइटेड नेशन में देश का प्रतिनिधित्व करूं।बचपन से पापा मुझे भी दीदी की तरह...

 

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Hope All the qualified IAS will not behave like DM of Karnal...

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