समाज का गहराता संकट

  • 📰 Jansatta
  • ⏱ Reading Time:
  • 26 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 14%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

समाज में एक खास प्रकार का वर्ग खड़ा हो रहा है। उस वर्ग की अलग-अलग हीन भावनाएं हैं। अपने से कम आय वाले के साथ तालमेल न बिठाना और स्वयं को बेहतर मानना इनमें सबसे बड़ी और सामान्य है।

राजकुमार भारद्वाज सोसायटी का अर्थ समाज होता है। इसी अवधारणा के तहत भारत में मुंबई महानगर में शुरू हुई बहुमंजिली इमारतों वाली आवास समितियों की संस्कृति अब देश के दूसरे महानगरों और शहरों में भी दिखने लगी है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और दिल्ली में तो ऐसी हजारों सोसायटियां खड़ी हो गई हैं। वस्तुत: भारतीय समाज की आत्मा का सौंदर्य भाईचारे, समरसता और परस्पर सहयोग में ही निहित है। ये भारत के ही ऋषि थे जिन्होंने ‘सर्वे भवंतु सुखिन:’ और ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का संदेश युगों पूर्व दिया था। लेकिन कथित संभ्रांत...

विश्वविद्यालय के एक शिक्षक ने एक ऐसी सोसायटी में घर खरीदा जिसमें कई शिक्षक रहते हैं। लेकिन हैरानी की बात यह कि कई तो आपस में बात तक नहीं करते हैं। सोसायटी में केवल गेट पर नोटिस चिपकाए जाते हैं। इनमे हिंगलिश बोलने वाले गांव से आने वाले परिवारों और अपनी भाषा हरियाणवी, गढ़वाली, कुमाऊंनी, भोजपुरी और मैथिली आदि में बात करने वालों को कई बार हेय दृष्टि से देखा जाता है, उनका मजाक उड़ाया जाता है। कोविड के दौरान एक सोसायटी ने तो मौखिक आदेश दे दिया कि भिक्षा के लिए घर आने वाले जैन संतों को सोसायटी के बाहर...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 4. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

खेलों का महाकुंभ: चार बेटियों के साथ शुरू हुआ ओलंपिक का कारवां 55 तक पहुंचाचार बेटियों के साथ शुरू हुआ ओलंपिक का ऐतिहासिक सफर 69 साल में 14 गुणा बढ़ गया। यह लगातार दूसरा ओलंपिक है जब खेलों के महाकुंभ
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

Kerala सरकार का Bakrid पर छूट देने का फैसला, Supreme Court ने लगाई फटकारदेश में हर दिन कोरोना के 35 से 40 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं. जबकि बड़ी आबादी वाले राज्य जैसे यूपी, बिहार, राजस्थान में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा सैकड़ों में सिमट गया है. बावजूद इसके देश में इतनी बड़ी संख्या में कोरोना के केस आ रहे हैं. सवाल है क्यों, तो इसका जवाब है केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्य जहां पर कोरोना फैला हुआ है. इसमें भी केरल सबसे आगे है. बावजूद इसके वहां की सरकार ने जनता की जान को जोखिम में डालने वाला काम किया है. सुप्रीम कोर्ट ने केरल सरकार के बकरीद पर नियमों में ढील देने के फैसले पर जस्टिस आरएफ नरीमन की बेंच ने कहा कि ऐसे समय जब केरल में मेडिकल इमरजेंसी है, नियमों में छूट देने का सरकार का फैसला हैरान करने वाला है. देखिए ये रिपोर्ट. थोक में वोट जो लेन है?
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

खुदकुशी, समाज और सवालजिन समाजों में ‘मैं’ की बजाय ‘हम’ की भावना होती है, उन समाजों में आत्महत्या दर अपेक्षाकृत कम होती है। समाज की मूल भावना ‘हम’ में ही निहित है। ‘मैं’ की भावना व्यक्ति को अकेलेपन की ओर धकेलती है। जब स्वयं की उन्नति ही सर्वप्रमुख हो जाती है और इसमें सफलता नहीं मिलती तो आत्महत्या के कारण जन्म लेते हैं।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

डेनमार्क : मुस्लिम धर्मगुरु का कार्टून बनाने वाले कर्ट वेस्टरगार्ड का 86 साल में निधनडेनमार्क के वर्ष 2000 में मुस्लिम धर्मगुरु पर कार्टून बनाने वाले कार्टूनिस्ट कर्ट वेस्टरगार्ड की 86 साल की उम्र में मौत RIP
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

करीना की प्रेग्नेंसी बुक पर विवाद, ईसाई समाज की बाइबिल शब्द हटाने की मांगईसाई समाज ने करीना कपूर द्वारा अपनी पुस्तक का नाम 'प्रेगनेंसी बाइबिल' रखने को लेकर विरोध जताया है. सर्व ईसाई समाज ने मामले को लेकर जबलपुर के ओमती थाने में लिखित शिकायत दी है और आरोप लगाया कि पुस्तक के शीर्षक से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत करने की कोशिश की गई है.
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

सीएम योगी का फरमान : अब सप्ताह में एक घंटे सिर्फ कर्मचारियों की समस्याओं का समाधानमुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारियों की तमाम ऐसी शिकायतें हैं, जो स्थानीय स्तर पर अधिकारी के थोड़ा संज्ञान लेने से निस्तारित UPGovt myogioffice 😂😂😂😂😂 mast joke tha .. UPGovt myogioffice जल निगम के1300 निर्दोष बच्चों को बिना किसी गलती के ,बिना किसी नोटिस के 3 वर्ष 2 माह की नौकरी पूरी करने के बाद नौकरी से बाहर कर दिया गया है.. इस भीषण त्रासदी में हम सबका परिवार भुखमरी के कगार पर है😰 न्याय दिलवाने में मदद करें।🙏JusticeForUPJN2017 myogioffice UPGovt myogioffice Election aa gaya hai.
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »