खास बातेंनई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना की दोस्ती और दुश्मनी किसी से छुपी नहीं है. दोस्ती के दिनों में भी शिवसेना आए दिन अपने मुखपत्र 'सामना' के जरिए मोदी सरकार पर हमलावर रहती थी. महाराष्ट्र चुनाव के बाद अब जब दोस्ती दुश्मनी में बदल चुकी है, तो जाहिर है शिवसेना खुलकर सामने आ चुकी है. पार्टी ने 'सामना' की आड़ में एक बार फिर देश की अर्थव्यवस्था और प्याज की आसमान छू रही कीमतों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है.
शिवसेना ने मंगलवार को 'सामना' के संपादकीय में कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि की दर 6 वर्षों में सबसे कम 4.5 फीसदी रही है. देश की अर्थव्यवस्था का जो सर्वनाश हो रहा है उसके लिए पंडित नेहरू तथा इंदिरा गांधी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है. संपादकीय में कहा गया, 'मैं प्याज-लहसुन नहीं खाती इसलिए प्याज के बारे में मुझे मत पूछो', ऐसा बचकाना जवाब देने वाली वित्त मंत्री इस देश को मिली हैं और प्रधानमंत्री को इसमें सुधार करने की इच्छा दिखाई नहीं देती.
शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय में सत्ता का केंद्रीकरण देश की 'खराब' अर्थव्यवस्था के मुख्य कारणों में से एक है. केंद्र सरकार वित्त मंत्री और आरबीआई गवर्नर को अपने नियंत्रण में रखना चाहती है. वर्तमान सरकार विशेषज्ञों की सुनने की मन:स्थिति में नहीं है और देश की अर्थव्यवस्था उनकी नजर में शेयर बाजार का 'सट्टा' हो गई है. अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र में जोरदार पतझड़ जारी है, लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं है.
'सामना' में आगे कहा गया कि रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा था कि हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था गिरती जा रही है. अर्थव्यवस्था बीमार पड़ गई है. उन्होंने इसकी वजह प्रधानमंत्री कार्यालय में अधिकारों का केंद्रीकरण और अधिकार शून्य मंत्री को बताया है. उन्होंने कहा है कि वर्तमान सरकार में निर्णय, कल्पना, योजना इन तमाम स्तरों का केंद्रीकरण हो गया है.
आगे कहा गया कि शासकों को अपनी मुट्ठी में रहने वाले वित्त मंत्री, रिजर्व बैंक के गवर्नर, वित्त सचिव, नीति आयोग के अध्यक्ष चाहिए और यही अर्थव्यवस्था की बीमारी की जड़ है. शिवसेना ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को लकवा मार गया है, यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है. रघुराम अर्थव्यवस्था के बेहतरीन डॉक्टर हैं और उनके द्वारा किया गया नाड़ी परीक्षण योग्य ही है.शिवसेना ने आगे कहा कि बुलेट ट्रेन जैसी परियोजनाओं पर बेवजह जोर देकर आर्थिक भार बढ़ाया जा रहा है.
हा जैसे शिवसेना के सर्वनाश को हम बालासाहब ठाकरे को जिम्मेदार नही ठहरा सकते उसके लिए आप खुद ही जिम्मेदार हो
सही कहा पर नेहरू खानदान ज़रूर जिम्मेदार है। कांग्रेस की सरकार के टाइम की 66 लाख करोड़ बैंक एन पी ए लूट जोकि अमरीका की जीडीपी का 3 गुना है। मोदीजी ने देश को दिवालिया होने से बचा लिया। फिर भी कांग्रेस की लूट की भरपाई के लिए अभी मोदीजी को 10 साल और लगेंगे।
तेरी जैसी नालायक ओलाद हो तो क्या कहना तेरे पिता जी की आत्मा भटकने लग गई होगी वो दुबारा मर गए होंगे।
TasleemQadri2 हाहा बहाने मत बनाओ, संघी
क्या तुम भी आज CRB, NRC पे साथ खड़े हो कल फिर बोलोगे देश के इस हालत के नेहरू जिम्मेदार नही तुम्हारे आज पे ही देश का कल और काल निर्भर है
Good
This was expected after an unwholesome&in-congruent disjointed convergence to oppose narendramodi AmitShah He's forgotten what's been said by his party in the past. ShivSena main agenda of Ram Mandir has been defused by BJPLive & therefore had no other possibility but this
अर्थव्यवस्था के सर्वनाशके लिये नोटबंदीही सर्वस्वी जिम्मेदार है!Shivsena
पहले पाँच साल तो पिछली सरकार को गाली देकर निकाल दिए। अपने किए के नतीजे तो अब आने लगे हैं। अभी देखते जाओ।
Congress to shiv sena
पहला नशा पहला खुमार नया प्यार है___
Kum se kum 5 saal to jimmedar nhi hi thahra sakte
तो बाला साहेब ठाकरे को जिम्मेदार ठहराएँ ?
हाँ भाई अब चाटना तो बनता है
Shivsena se kaho one side par rahe warna dhobi ka kutta ghar ka na ghat ka hota hai... CitizenshipAmendmentBill2019 par loksabha me shiv sena ne support kiya hai..aur ab rajyasabha me walkout karegi... IndiaRejectsCAB VoteAgainstCAB asadowaisi RahulGandhi
Very good statement
आप ने जो खोया है उसे दूसरों ने पाया है।आप का निरंतर अपमान दूसरों के सम्मान का कारण है।आप का निरादर, आप का अभाव, कष्ट, दरिद्रता व अपमान पिछले जन्म के पापों के कारण नहीं हैं बल्कि यह आप पर ढाये हुए लोगों के अत्याचार, अन्याय व शोषण के कारण है
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