ऑनलाईन ट्रांजेक्शन के जरीए 1 करोड़ 3 लाख रुपए भक्तों ने दान किए हैं. वहीं 18 लाख 87 हजार मूल्य का 645 ग्राम सोना साई बाबा के चढ़ावे के रूप में दान किया गया है. 5 किलो चांदी भी चढ़ावे के रूप में आई. इसका मुल्य 1 लाख 30 हजार रुपए है. साईबाबा के मंदिर में देशी भक्तों के साथ साथ विदेशी भक्तों द्वारा भी भी जमकर दान आया है. मंदिर में 8 लाख रुपए मूल्य की 17 देशों की विदेशी करेंसी दान की गयी है.
पिछले साल गुरु पुर्णिमा के वक्त या चार दिन में 6 करोड 66 लाख रुपए दान स्वरुप प्राप्त हुए थे. अब की बार तीन दिन में 4 करोड 52 लाख का डोनेशन मिला है. इन तीन दिनों में करीब डेढ़ लाख से ज्यादा भक्तों ने दर्शन किए हैं. गत कुछ सालों में मंदिर में भक्त रक्तदान भी बड़े पैमाने पर कर रहे हैं. इस पूर्णिमा के तीन दिनों में करीब 800 लोगों ने रक्तदान किया है.
शिरडी साईबाबा संस्थान के सीईओ दीपक मुलगीकर ने बताया कि हर साल साईबाबा के चढ़ावे में आई दानराशि को मंदिर के प्रसाद और भोजन के लिए उपयोग में लाई जाती है. साथ ही शिरडी के साई अस्पताल के लिए यह राशि इस्तेमाल होती है.
शिरडी में साईं की मूर्ति है, ऐसे में यह तो तय है कि वहाँ कोई इस्लामवादी पूजा करने तो नहीं ही जाता होगा, फिर कौन हैं वे जो इतना चढ़ावा चढ़ाकर धन्य हो जाते हैं।निश्चित रूप से वे हिन्दू, जो किसी रिक्शे वाले को 15 की बजाय 10 रुपये मजदूरी देने को बड़प्पन समझते है। कर्महीन हिन्दू।
This how Rich people get rid of their sins. Help poors , ills and other needy person. God don't want your money.
Kya sarkar sabhi mandiron masjido gurudwara.. Ya jitne bhi bade bade dharmik sthal h wahan jo bhi chadhawa aata h uspar income tax gst kabhi laga nahi sakti? Ya in paison ka desh hit me istemal kyu nahi karte hai Please jawab de..
यह सभी पैसा अल्पसंख्यक और चर्च के विकास और धर्मांतरण में काम आनेवाला है । ना ही हिंदूओं के लिए और ना ही देश के विकास के लिए अब हिंदूओं को समझना चाहिए ।
श्री राम जी तम्बू में है हिंदुओ,,, और इस चाँद मियां को आलीशान महल में बिठाकर पूजते हो ,,,, धिक्कार है ,,,,👈👊👊 🇮🇳वन्देमातरम🇮🇳
इस भारत की जनता सबसे ज्यादा बेवकूफ है मंदिर के बाहर बूढ़े ऐसाय अनाथ ऐसे बेसहारों का साथ देने से तो जनता गई उन्हें भोजन कराएं कभी कोई भी हिंदूधर्म में भगवान रुपए मांगता है बाहर बेचारा गरीब भूखामर रहा है और जनता अंदर भगवान के चरणों में पैसा चढ़ा रही है यह है हिंदू धर्म की आस्था
कुछ बिहार के बारे में सोचे लोग मंदिर से कुछ नहीं होता 😥
जो महापुरुष कुछ नहीं मांगते हैं उनके लिए लोग करोड़ों ढालते है,और जिनको जरूरत है उनको देने मे लोग सोचने लगते हैं ।जयहिन्द जय भारत
यह सब गरीब को दान देते तो देश की गरीबी मिट जाती है सब खजाने का उपयोग देश हित मे होना चाहिए
करोड़ हिंदू करोड़ों रुपया का चढ़ावा चढ़ाए हैं मगर यह सारे पैसे खर्च कहां होता है क्या पैसा हिंदुओं की भलाई में लगता है अन्यथा इस मंदिर में दान देना ही बेकार है
हे भगवान जरा महाराष्ट्राला पण पाव जरा पाऊस
भगवान श्रद्धा और प्रेम का भूखा होता है। पैसा और सोना तो इंसान खुद को दिखावे के लिए चढ़ाता है।
इस कंपटीशन के दौर में सारे व्यापार फेल हैं सिर्फ इस व्यापार को छोड़कर, दुकान खोलने से अच्छा है कि मंदिर खोल लो और बस इंतजार करो, यकीन मानिए जितना आप व्यापार में दस सालों में कमाएंगे उससे कहीं ज्यादा आप मंदिर से सिर्फ एक साल में है कमा लेंगे
अगर मंदिरों के दान को भी सरकार अपने खजाने में शामिल ना करके गरीबों की स्थिति सुधारने में लगाएं तो भारत आज के 20 साल पहले ही गरीबी से बाहर निकल जाता और विकसित देशों में शामिल हो जाता
धन्य है भारत कोई भी संत भगवान बन सकता है बस मीडिया और बॉलीवुड चाह ले आगे का काम हिन्दू भाई कर लेते है मुराद पूरी होने आह साई जी राम, कृष्ण, और शिव से भी बड़े देवता हो गए धन्य हैं हम चमत्कार और मोराद के आधार पर देवता बदल देते है
Ab to had ho gaye ye mandir he tod dena chaiye
इतना माल जाता कहाँ है? जबकि ये संस्था न बाढ़ में, न हॉस्पिटल में, न स्कूल कॉलेज में, न ही आपदा स्थिति में , न ट्रेन हादसे में , न ही सोशल कामो में ख़र्च करती है। फिर अरबो कहाँ जाते है? PMOIndia narendramodi
HINDUSTAAN MEIN LOG KARJ KE KARAN ATAMHATYA KAR LETE HAIN ,AUR MANDIR MEIN KUCH LOG ITNA CHADAWA CHADA RAHE HAI, CHADAWA DENE WALE AGAR YEH SOCHTE HAI KI PUNAY MIL GAYA TO YEH UNKA VAHAM HAI narendramodi rssurjewala sherryontopp RahulGandhi
msjid me kitne paise aate hai kaha se aate hai aur kis kam m khrch hota hai ye bhi btaye
hindustan me bewkufo ki kmi nhi
अगर यह चंदा का पैसा देश में आई बाढ़ पीड़ितों के खाने-पीने और राहत सामग्री में लगाया जाए
यहाँ अभी भी बेवकुफो की संख्या भरी पडी़ है| भगवान को पैसे की क्या जरूरत है |
इस पैसे से होता क्या है?
Jo bhi chadhawa ata hai usamese 75% Govt Yojnaome kharcha ho,samaj ki samsya me turant Kam me laye.byaj ya koi business me Na Lage.
मुझे गर्व हैं कि साईं बाबा एक मुस्लिम थे। और उनके माता पिता मुसलमान थे।
Utilize this on natural disaster areas
Same same
ये अंधे हिंदुओं की काली कमाई है जो जाकर कही भी पीर फकीर पर उड़ेल देते हैं बाकी रामलला के लिए न इनके पास पैसा है और न समय
चढ़ावा लालच के कारण चढ़ाया जाता है।
जय हो साई नाथ.. सब पर कृपा बनाए रक्खे
मंदिर में भक्त चढ़ावा जरूर चढ़ावे लेकिन साथ साथ अपने आस पास के जरूरत मन्द लोगो की मदद के लिए भी दिल से मदद करे चाहे वो मदद गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए हो, बीमार लोगो के इलाज के लिए हो या पशु पक्षियों की मदद में और ये मदद आप स्वयं अपने हाथ से करे आपको असीम आनन्द की अनुभूति होगी।
अगर कोई गरीब मर रहा हो बिना इलाज के तो ये साले वहां दान नही दे सकते भगवान के यहाँ जरूर चढ़ा सकते हैं।भगवान कभी नही बोलये जनता को दुखी छोड़ कर मुझे चढ़ाओ
ये पैसा जाता कहाँ है , इस पैसे को समाजसेवा या गरीबों के उत्थान के लिए इस्तेमाल क्यों नहीं किया जा रहा है ,, क्या साईंबाबा इस पैसे का इस्तेमाल कर रहे हैं
Sab pagal he pathar ki murti ko paisa chadate he lekin garib ki madad nahi karenge
अरे वाह गजब.
इस एक्स्ट्रा कमाई वाले वर्ग को तो दान पुण्य करने का भी समय और सोच नहीं होती , दान पुण्य के नाम पर बस नकदी या सोना किसी साईं बाबा तिरुपति आदि के मंदिरों और गंगा यमुना आदि में फेंक कर अपना परलोक सुधारते हैं थोड़ा समय निकाल कर ये इस पैसे को जरूरत की जगह पर भी दान कर सकते हैं ,
धन्य हैं हम हिन्दू जो अपने ही धर्म में साईं रूपी क्षेपक को जोड़ कर अपनी सनातनता को भ्रष्ट कर रहे हैं। साईं की कलई खुलने के बाद आज साईं के साथ ओम्,राम,कृष्ण,शिव आदि शब्दों का खुल कर इस्तेमाल किया जा रहा है। साई का यह बलात् सांस्कृतिक समन्वय हिन्दू धर्म का बलात्कार करने जैसा ही है।
बिहार आसाम इतना भाग्यशाली नहीं है,जहां जिंदा लोगों की चिंता हमारे देश में किसी को नहीं है ऐसा लगता है कि ईश्वर को खुश करने की एक नई सोच है ये पढ़े लिखे मूर्खों के अंदर ऐसे अंधकार में ईश्वर क्या करेंगे हमारी'अनुकम्पा'का,
Ye paisa garibon ko dedo lekin neta logon ka hissa hoga
भारत में जनता के पास व्यर्थ कार्यों के लिए कितना धन उपलब्ध है सरकार इस सब धन को जप्त करें।
ये पैसा कहां जाता है?
मुझे पैसे की सख्त जरूरत है मेरी पत्नी गोरखपुर सिटी हास्पिटल में भर्ती है कृपया कुछ पैसा मुझे देदो ताकि मैं अपने पत्नी का अच्छा इलाज करा सकूं बहुत आभारी रहूंगा आप सब का🙏
Ye sab paiso ka use society ke development me kyo nhi hota?
सूखा प्रभावित जगहों पर पेड़ लगाये, तालाब बनवाये, ये सच्ची साई भक्ति है,
कांजीलाल जी मेहता भाई का सही कहना है...लोगो को बाबाओं की सच्चाई बताओ फिर थोड़े दिन बाद भूल जाएंगे और वही मंदिर बन जाएंगे फकीर बाबाओं के!
But still after receiving such huge amount barely any temple spends these money to feed anyone as small Gurudwaras receving no such hefty amounts still they feed needy...🤔🤔🤔
Ye sab kala dhan
Congratulations to Zee news for running that nice PR for Sai trust.
Congratulations on that nice PR stunt.
Ye h hamara dharam jinke samne matha tek kar jindgi ki sari kusiya mangte h usi khusi ke liye ham log bhagvan ko rishvat bhi dete h
I Need This sureshhaware ssteingraber1
सारे ख़जाने का सही इस्तेमाल देशहित में ही हो..! कृपया सरकार यह सुनिश्चित करें। 🙏
करोड़पति बाबा...
इन मदिंर मे बैठै कर्मचारियों को कोइ बोलो कोइ एक या दो स्कूल भी गोद लिये गये तो बाबा ओर भी खुश होगें और बच्चो की शिक्षा में सहयोग भी होगा मेरी कोई बात पहुँचायेगा वहॉ 🙏🏻💐
Chutiye sab bc jo mandir me pese deta he
Mulle katwe Sai ko hi poojne lage... Hinduo se bada murkh koi nahi h is duniya me. Kisi bhi aire gerebko pujne lagte h... Aaak thuuuuu Sai ki shakal pe
मूर्ख हिंदू ना सुधरने वाला पैसे कमायेगा और चाँद मियाँ की कब्र पर दान कर आयेगा.. पर किसी गरीब हिंदू को नही दे पायेगा..
Log chutiya ho gye gai
Jisne bhi ye chdhawa diya Kaash !! wo log flood mai fse logo ya kisi garib ko de deta
We're living in a country where people blindly make over donations to Temple which a temple surely any need but think not to donate to poor and helpless states which are facing major floods. Help Bihar and Assam not Temple. Temple ain't need much money to be in operation.
Donate to Assam flood
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