नई दिल्ली: परंपरा की मजबूत नींव पर आधुनिकता की गगनचुंबी मीनार कैसे खड़ी की जाए, इस दिशा में भारतीय सेना तेजी से कदम बढ़ा रही है। सेना भविष्य की युद्ध रणनीतियों के लिए महाभारत जैसे महाकाव्य से लेकर प्राचीन राजवंशों तक राष्ट्र शक्ति के विभिन्न पहलुओं पर ज्ञान अर्जित कर रही है। सेना प्रमुख मनोज पांडे ने कहा, ' भारतीय सेना ने 'महाभारत के युद्धों' और 'मौर्यों, गुप्तों एवं मराठों' की 'रणनीतिक प्रतिभा' का अध्ययन किया है, जिन्होंने 'भारत की समृद्ध सैन्य विरासत' को...
कवि-संत तिरुवल्लुवर के तिरुक्कुरल जैसे ग्रंथों का सहारा ले रही है। जनरल पांडे ने कहा, 'प्राचीन भारतीय ज्ञान 5,000 साल पुरानी सभ्यतागत विरासत में निहित है, जहां ज्ञान को बहुत महत्व दिया जाता है। इस विरासत का उदाहरण बौद्धिक साहित्य का विशाल भंडार, दुनिया की सबसे बड़ी पांडुलिपियों का संग्रह और विभिन्न क्षेत्रों में विचारकों और स्कूलों की बहुलता का पोषण है।'उन्होंने कहा कि इस परियोजना में वेद, पुराण, उपनिषद और अर्थशास्त्र जैसे प्राचीन ग्रंथों का गहन अध्ययन किया गया है, जो परस्पर जुड़ाव,...
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