नई दिल्ली: कोरोनावायरस की महामारी के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए भारत सरकार ने एक बड़ी योजना तैयार की है. सरकार ने विदेशों से लाए जाने वालों की भुगतान दर तय कर दी है. वहां से वापस आने वाले लोगों को खुद किराया देना होगा. नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि यूरोप से आने के लिए 50,000 रुपये और अमेरिका से लौटने के लिए 1 लाख रुपये की दर तय की गई है.
संबंधितThe rates fixed for the journey will be Rs 50,000 for London-Mumbai, similarly for London to Ahmedabad, London to Bengaluru and London to Delhi. For Chicago-Delhi-Hyderabad the rough cost will be about Rs 1 lakh: Civil Aviation Minister Hardeep Singh Puri — ANI May 5, 2020हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि लंदन से मुंबई, लंदन से अहमदाबाद, लंदन से बेंगलुरु और लंदन से दिल्ली के लिए 50 हजार रुपये देने होंगे. वहीं, शिकागो से दिल्ली, शिकागो से हैदराबाद के लिए लगभग 1 लाख रुपये देने पड़ेंगे. वहीं सैन फ्रांस्सिको और नेवार्क से भी लौटने के 1-1 लाख रुपये देने होंगे.
मालूम हो कि केंद्र सरकार विदेशों में फंसे 14,800 लोगों को वापस लाने के लिए आने वाले सप्ताह तक कम से कम 64 फ्लाइट्स संचालित की जाएंगी. इस योजना की शुरुआत बुधवार से होगी. विशेष उड़ानें अमेरिका, कुवैत, फिलीपींस, बांग्लादेश, ब्रिटेन, सऊदी अरब, मलेशिया और संयुक्त अरब अमीरात को भेजी जाएंगी. इनमें से अधिकांश उड़ानें एयर इंडिया द्वारा संचालित की जाएंगी.
बता दें कि देश में Covid-19 संक्रमित मरीजों का कुल आंकड़ा बढ़कर 46,000 के पार पर पहुंच गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी. आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोनावायरस से अब तक 1,568 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि संक्रमितों की संख्या 46,433 हो गई है. वहीं, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3900 नए मामले सामने आए हैं और 195 लोगों की मौत हुई है. 24 घन्टे में अब तक के सबसे ज्यादा नए मामले और मौत के आंकड़े भी सबसे ज्यादा है. इससे पहले 24 घंटे में सबसे ज्यादा 83 लोगों की मौत हुई थी.
वो रविश कुमार को भी बता देना यह बात
Talve chatna purani aadat he in log ki Pele gore logo k ab amir logo k
Please ask goverment to plan the same for domestic airline as well... Who can afford the fare for that.
Singapore se aane ka kitna lage ga ?
What about evacuating within nation
अपने देश में फंसे लोगों को घर पहुंचाने के लिए भी व्यवस्था हो ।
Good
Let them know how 1990 evacuation was handled and how the migrants were provided facilities in 2008 flood time
Better to stay in foreign contry. Indian healthcare infrastructure is not up to mark and condition in quartine center also bad. Once you go back, you will regret.
वो इतालवी परिवार बोला नही अभी तक कि पैसे क्यों लिए जा रहे हैं ,फ्री में लाओ। नीच चोर परिवार ।।
अपने देश के दूसरे राज्यों में फंसे नागरिकों को लाने के लिए सरकार का कोई प्लान नहीं हैं, क्योंकि लॉक डाउन के नियमो का पालन करना है, जो की सिर्फ आम लोगों पर ही लागू होता है.
Keya America se aur lundan se hi wapsi ho rahi h keya jo wahi ka kiraya bataya h
घटना पे घटना फिर होगी दुर्घटना क्या फर्क पड़ता है विदेशी के लिए विशेष विमान, देशी के लिए विशेष परिवहन पर जो आमजन है उसके लिए व्यापारी सरकार ने कोई योजना नही बनाई उसके तो पैर ही काफी है उसके कंधे और हाथ नही बोल सकता साहब क्योंकि वो तो पूंजीपतियों के पास आजीवन गिरवे रखे हैं
ओह मतलब सरकार बिना कोई खर्च में कोरोना लाने का इंतजाम कर रही हैं भारत में, ZeyaZafar jyotiyadaav WHOSEARO Rofl_RavishNdtv
Iss time bhi BJP government ko dalali hi Karna aata hai.
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