पुलिस का कहना है कि दुबे को जिस गाड़ी से लाया जा रहा था वह दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसके बाद अपराधी ने भागने की कोशिश की और पुलिस की गोलियों का शिकार हो गया।कानपुर के बिकरू गांव में तीन जुलाई को आठ पुलिकर्मियों को मारने के बाद से पुलिस दुबे को पकड़ने की कोशिश में कई जगहों पर दबिश दे रही थी। इस दौरान पुलिस ने जांच की और उसके करीबी साथियों को उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में मुठभेड़ में मार गिराया। तीन जुलाई को पुलिस ने उसके मामा प्रेम प्रकाश पांडे और चचेरे भाई अतुल दुबे को ढेर कर दिया...
आठ जुलाई को उसके राइट हैंड कहे जाने वाले अमर दुबे को हमीरपुर जिले में मुठभेड़ में मार गिराया गया। उसके सिर पर 50 हजार रुपये का ईनाम था। नौ जुलाई को उसके दो और साथियों प्रभात मिश्रा और प्रवीण उर्फ बउवा दुबे को कानपुर और इटावा जिले में हुई मुठभेड़ में मार गिराया। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा विकास दुबे के पांच सहयोगियों की हत्या की सीबीआई जांच की मांग को लेकर शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय के समक्ष एक जनहित याचिका दायर की गई है। दुबे के पांचों साथियों को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। कथित मुठभेड़ में दुबे की मौत से पहले यह याचिका दायर की गई थी। इसमें आशंका जताई गई थी कि गैंगस्टर के साथ भी ऐसा ही हो सकता है।याचिका को घनश्याम उपाध्याय ने दायर किया है। उसने अपनी याचिका में दुबे को कानून के अनुसार पर्याप्त सुरक्षा देने को कहा था। याचिका में कहा गया है,...
पुलिस का कहना है कि दुबे को जिस गाड़ी से लाया जा रहा था वह दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसके बाद अपराधी ने भागने की कोशिश की और पुलिस की गोलियों का शिकार हो गया।कानपुर के बिकरू गांव में तीन जुलाई को आठ पुलिकर्मियों को मारने के बाद से पुलिस दुबे को पकड़ने की कोशिश में कई जगहों पर दबिश दे रही थी। इस दौरान पुलिस ने जांच की और उसके करीबी साथियों को उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में मुठभेड़ में मार गिराया। तीन जुलाई को पुलिस ने उसके मामा प्रेम प्रकाश पांडे और चचेरे भाई अतुल दुबे को ढेर कर दिया...
आठ जुलाई को उसके राइट हैंड कहे जाने वाले अमर दुबे को हमीरपुर जिले में मुठभेड़ में मार गिराया गया। उसके सिर पर 50 हजार रुपये का ईनाम था। नौ जुलाई को उसके दो और साथियों प्रभात मिश्रा और प्रवीण उर्फ बउवा दुबे को कानपुर और इटावा जिले में हुई मुठभेड़ में मार गिराया।
myogioffice Good koshish
myogioffice अपराधियों के लिए इतनी दया दृष्टि कौन दिखता है। और क्यों समझ से बाहर है। ऐसी याचिकाएं कभी आम इंसान की भलाई के लिए क्यों नहीं दायर होती।
myogioffice बहुत सही
myogioffice
myogioffice जब 8 पुलिसकर्मी मारे गए तब उनका मानवाधिकार कहां चला गया?
myogioffice WHO filed this pls let INDIA KNOW
myogioffice myogiadityanath narendramodi AmitShah अपराधियों के बचाव में याचिका दायर कर समाज को भय के साये में जीने के लिए मजबूर करनेवाले लोगों का भी एनकाउंटर होना चाहिए। अपराधी के मानवाधिकार की दुहाई देने वाले क्या यह बताएंगे, कि अपराध के शिकार लोगों के मानवाधिकार नहीं होते हैं क्या?
myogioffice Aise log Court ka sa may baebad karte hai
myogioffice Obviously human-rights workers always come when criminals shoot down but not for when common public as well police died. He never appeals when 8 policemen killed
myogioffice Ye jo log court court karne lage ,unka koyi saga mara hota tab pata chalta
myogioffice 👌
myogioffice Ganda kam surukardia
myogioffice विकास_दुबे की मौत का कोई अफसोस नही है ! आतंकी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए मगर VikasDubeyEncountered से एक बात ये हुई कि सिस्टम में जो जयचंद है और जो नेताओं के रूप में भेड़िये है वो इस एनकाउंटर की वजह से बच जाएंगे , दूसरे शब्दों में कहु तो उनको बचाया गया एनकाउन्टर कर के !
myogioffice बधाई हो अपराधी मारा गया 👌
myogioffice Bhut accha
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