कोरोना महामारी ने ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी को भी गफलत में डाला है। डिक्शनरी कोरोना की वजह से वर्ड ऑफ द ईयर नहीं चुन पाई है। बल्कि बेमिसाल 12 महीनों की बात कहते हुए उसने वर्ड ऑफ द ईयर के बजाय शब्दों की सूची जारी की है।
कंपनी के हेड ऑफ प्रोडक्ट कैथरीन कॉन्नॉर मार्टिन कहती हैं, इस साल 57,000 फीसदी बढ़ गया। कोरोना वायरस शब्द सबसे पहले 1968 में इस्तेमाल हुआ था और चिकित्सीय संदर्भ से बाहर बहुत कम प्रयोग हुआ, लेकिन इस साल इसका प्रयोग बढ़ गया। कैथरीन के मुताबिक, महामारी में सोशल डिस्टेंसिंग या फ्लैटन द कर्व जैसे शब्द भी घर-घर बोले जाने लगे। लॉकडाउन और स्टे-एट-होम जैसे वाक्य बहुत इस्तेमाल हुए। पहले रिमोट, विलेज, आइलैंड और कंट्रोल जैसे शब्द साथ-साथ नजर आते थे, लेकिन अब लर्निंग, वर्किंग और वर्क फोर्स साथ नजर आने लगे। इस साल शब्द भी खौफ में रहे। हालांकि 2021 अधिक आनंदपूर्ण, सकारात्मक शब्द लाएगा।ऑक्सफोर्ड की सूची पर कोरोना का प्रभाव है। इसमें एंटी-वैक्सर , एंथ्रोपॉज बीसी , ब्लैक लाइव्स मैटर, बबल, कोविडिएट , फ्लैटन द कर्व, वर्केशन ,...
कंपनी के हेड ऑफ प्रोडक्ट कैथरीन कॉन्नॉर मार्टिन कहती हैं, इस साल 57,000 फीसदी बढ़ गया। कोरोना वायरस शब्द सबसे पहले 1968 में इस्तेमाल हुआ था और चिकित्सीय संदर्भ से बाहर बहुत कम प्रयोग हुआ, लेकिन इस साल इसका प्रयोग बढ़ गया।
Achha. Toh humko kya lottery de kar gaya?
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »