जयशंकर गुप्ता कहते हैं, "बीजेपी दूसरे दलों से लोगों को लाकर उनका जितना इस्तेमाल करना होता है वह तो कर लेती है लेकिन जब उसे लगता है कि अब कोई ख़ास इस्तेमाल नहीं है, तो हटा देती है."उनका कहना है कि राजनीतिक दल कहते हैं कि वे लोकतांत्रिक हैं लेकिन कोई भी दल असहमति को बर्दाश्त नहीं करता है.राष्ट्रीय कार्यकारिणी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करती है और संगठन के कामकाज की रूपरेखा तय करती है.
वरुण गांधी का अगला क़दम क्या होगा यह कहना अभी पूर्वानुमान लगाना होगा, लेकिन यह ज़रूर है कि वरुण गांधी की छवि बीजेपी के भीतर अब पहले जैसी नहीं है.वरुण भाजपा में साल 2004 में शामिल हुए थे. उन्हें उस वक़्त भाजपा की मुख्य रणनीतिकारों लालकृष्ण आडवाणी और प्रमोद महाजन का पूरा समर्थन प्राप्त था. लेकिन उसके बाद भी भाजपा वरुण को बढ़ावा देती रही. पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष राजनाथ सिंह 'एकजुटता दिखाने के लिए' जेल में जाकर उनसे मिले थे.
क्योंकि वरुण ने संघी चड्ढी नही पहनी हुई है जितने भी गैर आरएसएस लोग bjp में शामिल हैं उंसबका यही हाल हो ने वाला है
नाराजी हर परिवार मे होती है इसके लिये कोई भला घर छोडकर जाता है? अपना घर अपना होता है चाहे झोंपडी ही सही। कुछ लोगों को दुसरे का घर परिवार तोडने मे मजा आता है बाद मे बेवकुफ ठहराते है। घर के ना हुए तो उनके क्या होंगे? मर मिटना हो तो अपनों के लिये, यहाँ जो मिलेगा उसमे सम्मान होगा।
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क्योंकि ' गांधी ' नाम की उपयोगिता अब समाप्त हो गयी है भाजपा के लिए । ' गांधी ' शब्द हीं भाजपा को असहज करता है ।
Because they are Gandhi
भाजपा मे पंजाबीयो की पूछ नही।कांग्रेस मे तो यह जाने से रहे इसलिए इनको बसपा या आप पार्टी ज्वाईन कर लेनी चाहिए।ऐसी कई पंजाबी बाहुल्य सीटें हैं जहापर भाजपा द्वारा पंजाबीयो को उनके हक से वंचित किया गया।हमारे बुजुर्गो ने सही कहा है कि जहा सम्मान नहीं वहा एक पल भी रुकना उचित नहीं होता।
कांग्रेस में ये दोनों देश के prime minister and home minister थे 😌😌😌.
क्यों का मतलब साफ है घर का जो न हो वह घाट का कैसे हो सकता है इसको कौन नहीं जानता है। धन्यवाद।
चापलूसी ज्यादा कर गए थे 😉
सच बोलने वाले हमेशा हासिये पर होते है
यह उसी दिन तय हो गया था जिस दिन गाँधी और गोडसे पर समीक्षात्मक बयान दिया था।
आज के राजनीतिज्ञों जैसे इनके छवि नहीं है साफ-सुथरी छवि वाले नेताओं की जरूरत इनके पार्टी में नहीं है
क्योकि बीजेपी को सच पसंद नहीं है।
जो ज़रुरत से ज्यादा चालाक होते हैं ओर अपनों को नही बर्दाश्त करते एक दिन उनको भी कोई बर्दाश्त नही करता! 🙄
Nafrat kabhi parwan nahin chadhti
Kbhi desh ke nhi ho skte
बीजेपी में जो भी सच बोलता है वो हासिए पर ही होता है
Tu apne ghar leja inko
भाजपा में सच बोलने वाले की जरूरत नहीं होती. जितना बड़ा फरेब, उतना बड़ा नेता..
WAQT WAQT KI BAAT HAI
Jumlebaaj bhagao bharat bachao
bjp chhodne ka wqt
Bas zara lagey haath ye bhee bataa dein ke Changoo Mangoo ko chhor kar Party mein haasheeye par kaun NAHEEN hain ? Bataao, bataao !! N
Samiullah Habibullah shafiullah
बीजेपी मोदी प्राईवेट लिमिटेड में तब्दील हो चूका.. ऐसे तमाम लोग हाशिये पर जिनकी शक़्ल साहेब को पसंद नहीं..! फिर तो इनमें गांधी की बदबू हैं ठाकुर भी खामोश हैं इसिलिए नौकरी बची हैं
राजनीति यूज एण्ड थ्रो का नाम है।यहाँ कुछ भी स्थायी नहीं होता है। आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी भी कभी बीजेपी के स्तम्भ हुआ करते थे आज हश्र जग जाहिर है।वैसे भी नेहरू-गाँधी परिवार के किसी सदस्य को देश की कोई अन्य पार्टी कभी अधिक महत्व दे भी नहीं सकती।अंततोगत्वा इनकी जगह कोंग्रेस ही होगी
दोनों माँ-बेटे सांसद है,वरुण को बिना संघर्ष किए सांसद का टिकट मिल गया क्या ये कम है? कैसे आप इन्हें हाशिए पर बोल सकते हो? अब क्या दोनों को प्रधानमंत्री बनवा दिया जाए जिससे ये शीर्ष पर नज़र आएं?
ये तो एक दिन होना ही था क्योंकि वरूण भी तो इंदिरा गांधी का पौत्र है।
इन्हे गांधी होने की सजा दी जा रही है - उदित राज
DNA तो एक ही है
क्या अब देवरानी (मेनका गांधी)और जेठानी (सोनिया गांधी) में सुलह हो जायेगी?
Kyoki congress ki tarah bjp me gandhi nam walo k talve nahi chate jate
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