हिंदुस्तान में मांओं के बड़े किस्से हैं, कई बातें हैं. मां का आशीर्वाद, मां का आंचल, मां का प्यार और दुलार, मां की चप्पल, मां के पैरों के नीचे की जन्नत. मां औरत है पर औरत नहीं है. मां एक जादुई करिश्मा है. मां कोई आसमानी मोजिज़ा है.
हम सब चुपचाप बैठे रहे. न हमारे पास कोई जवाब था न कोई उपाय. और ऐसी सूरतों में चुप रहना ही मुनासिब होता है. एक अजीब-सी ख़ामोशी थी, उमर के वालिद भी वहां थे. वो काफी देर से वालिद का रोल प्ले कर रहे थे. एक इंकलाबी का बाप होना बड़ा काम है, अपने असली जज़्बात को दबाना पड़ता है, खून के घूंट ऐसे पीने पड़ते हैं कि किसी को पता न चले.
हम सब भी ज़ोर से हंस पड़े. हम सबको लगा, बच गए क्योंकि उनके पहले सवाल का जवाब हमारे पास नहीं था. अभी कुछ साल पहले आमिर खान ने भी कुछ ऐसा ही सवाल किया था कि ‘उनकी पत्नी को भी यहां डर लगने लगा है.’ और लोगों ने फिर उन्हें इतना डरा दिया कि उनका बोलना और डर दोनों ही खत्म हो गए. दूसरे दिन हज़ारों की भीड़ उनके समर्थन में जमा होती है, जिन्होंने उस चूड़ीवाले को मारा. मतलब बिल्कुल साफ है, हम तुम्हे मारेंगे भी और अगर तुमने आवाज़ भी निकाली तो तुम्हें और तुम्हारे सारे हिमायतियों को जेल में डालकर सड़ा देंगे.लेकिन अभी कहानी में ट्विस्ट है, क्योंकि वो जो आगे कहती हैं वो भी आपके लिए जानना ज़रूरी है. वो कहती हैं, ‘लेकिन वो बाहर जाएगा कहां? न जाने ख़ुदा ने उसके कान में क्या कहकर भेजा है कि डरता ही नहीं है. हिम्मत हारना तो जैसे उसने सीखा ही नहीं है.
हम सब मुस्कुराने लगे. ये असल में एक इंकलाबी की मां के ख्यालों का सफ़र था, जिसे आज हमने अपनी आंखों के सामने खुलते, पलटते, संभलते और फिर परवाज़ होते देखा.
तुम सबका बाप मोदी है..
और jinke सकल पर mask है 150 मे मिलेगी....
उमर खालिद वो madherchod इंसान है जो खाता है हिंदुस्तान का और बोलता है अपने आबूजान् Pakistan ka...
वैसे तो मुझे पता नहीं है कौन-सी रैली है, पर एक बात कान खोलकर सुन लो, अगर मुझे जाना हुआ तो कोई ताक़त मुझे वहां जाने से नहीं रोक सकती है. वो वहां दंग खड़ा हमारा मुंह ताकता रह गया… अब मैं भी बदल गई हूं.. ये इंकलाबी की मां। उमरखालिद
वल्लाह हम भी इंकलाबी है अफगान के आओ कभी बिरादर अपनी बेगम के साथ तुमको इंकलाब दिखाएंगे 😎
Haq bolna muhal ho gaya hain.. Awaaz ko dabana hoga warna awaaz hi daba di jayegi..
ये तुम लोगों के लिए इंकलाबी है 😂
दंगाईयों का महिमामंडन करता एक दल्ला न्यूज़ पोर्टल
इससे कई गुना ज्यादा तकलीफ मे वो कश्मीरी माये हैं जिनके बच्चों, बेटीयों, को काटा गया कश्मीर में, उमर खालिद तो फिर भी जिंदा हैं.
_YogendraYadav साले को उल्टा लटका कर रगड़ दो और जो ऐसे कुत्तों की तरफदारी करे, उसको भी साथ में रगड़ दो। ऐसा रगड़ो कि दूसरे वैसा करने के पहले सोचें। वो पत्रकार हो, मीडिया हो या चैनल का मालिक हो। ये हिन्दुस्तान है जो ऐसे हरामखोरों को बर्दाश्त करता है पाकिस्तान में करें,पूरा परिवार साफ हो जाएगा
_YogendraYadav Godi medias propagenda.
_YogendraYadav
_YogendraYadav
_YogendraYadav
_YogendraYadav
_YogendraYadav
_YogendraYadav
_YogendraYadav आप क्या लगती हो उसकी the wire
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »