राजस्थान का संकट: चेहरे बदल गए हैं, कहानी पुरानी है

  • 📰 BBC News Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 48 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 23%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

राजस्थान का संकट: गहलोत-पायलट-कलराज मिश्र के रूप में चेहरे बदले, कहानी पुरानी है

राजनीतिक मंच वही है, पटकथा भी वही है मगर इस बार पात्र अलग हैं. राजस्थान में जो कुछ हो रहा है वो नब्बे के दशक की शुरुआत यानी 1993 में भी हो चुका है. फिर यही सबकुछ 1996 में भी हुआ.

उस वक़्त भारतीय जनता पार्टी के 95 विधायक थे जबकि कांग्रेस के पास 75 और बाक़ी के 20 निर्दलीय विधायक थे. वो संविधान का हवाला देते हुए कहते हैं कि अगर विलय की बात होती है तो पूरी की पूरी बहुजन समाज पार्टी का कांग्रेस के साथ विलय होना ज़रूरी है. उनका आरोप है कि इसी बात को उनकी पार्टी के विधायक मदन दिलावर ने अदालत में चुनौती दी है.

ऐसा उन्होंने जयपुर के होटल में रुके हुए अपने खेमे के विधायकों को संबोधित करते हुए दावा किया. इसके अलावा गहलोत ने सोमवार को राष्ट्रपति को भी चिट्ठी लिखने की बात कही जिसमें उन्होंने 'राजस्थान में संविधान की धज्जियाँ उड़ाए जाने' पर रामनाथ कोविंद से हस्तक्षेप का अनुरोध किया है. यह अधिकार उसे संविधान के अनुछेद 174 के तहत मिला हुआ है और राज्यपाल पर भी अनिवार्य है कि वो इसका अनुमोदन करें.लेकिन जाने माने वकील संग्राम सिंह कहते हैं कि राज्यपाल के ऊपर भी निर्भर करता है कि वो क्या करें. राज्यपाल को अगर लगता है कि सरकार अल्पमत में है या उनको किसी मुद्दे पर संशय हो तो वो राज्य सरकार से जवाब मांग सकते हैं.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

जब भैरों सिंह जी की सरकार गिराने की कौशिश हुई तब के विलेन आज भाजपा के प्रिय क्यों है ? तब अशोक जी ने प्रदेश अध्यक्ष के पद को जो उंचाई दी भाजपा में न वो माद्दा है न नैतिकता ?

चेहरे बदल गए है पर कहानी वही है?

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 18. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

'एक प्याली चाय दूर कर सकती है राजस्थान संकट', पूर्व गवर्नर ने सुझाया फार्मूलाकांग्रेस नेता मार्ग्रेट अल्वा ने सचिन पायलट को कांग्रेस का एक जुझारू और उभरता हुआ युवा सितारा बताया है। उन्होंने कहा कि कांगेस के अंदर कोई नहीं चाहता कि वो पार्टी छोड़कर जाएं।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

Rajasthan Political Crisis: अशोक गहलोत के लिए इस बार का सियासी संकट दिख रहा है कठिनRajasthan Political Crisis अपने राजनीतिक जीवन में ऐसी कई मुश्किलों से पार पा चुके अशोक गहलोत के लिए इस बार कहीं से भी राहत मिलती नहीं दिख रही है। अब चोर, कमिशन खोर कांग्रेस पार्टी मुक्त राजस्थान होना चाहिए Achha also involved in toppling ashokgehlot51 govt in Rajasthan? Such media need to be kicked on their back गहलोत तो गयो
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

किरण बेदी की हो सकती है दिल्ली वापसी, मिल सकता है 'कोविड-19 मंत्रालय' का जिम्माकिरण बेदी की हो सकती है दिल्ली वापसी, मिल सकता है 'कोविड-19 मंत्रालय' का जिम्मा COVIDー19 coronavirus Kiranbedi PMOIndia PMOIndia सही जगह PMOIndia If it happens then it will be a master stroke by any and all means. 🙏🙏 PMOIndia इनको युगांडा का मंत्री पद दे दो 🙏
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

फैक्ट चेक: अयोध्या के राम मंदिर का नहीं, बंगाल के इस्कॉन मंदिर का है ये डिजाइनइंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम ने पाया कि यह दावा गलत है. वायरल तस्वीर इस्कॉन संस्था के एक मंदिर का डिजाइन है, जो कि पश्चिम बंगाल में बन रहा है AFWAFactCheck FactCheck | journalistjyoti journalistjyoti oo nice pic Ya bat Galat ha kya journalistjyoti राम-राम journalistjyoti aap log fact check bhi krne lga.. kbse?
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट नारे के पीछे का LJP का लॉजिक क्या है?एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान अपने एजेंडे में बिहार के लोगों को केंद्र में रखकर अपनी सियासी बिसात बिछाने में जुटे हैं. इसके लिए चिराग ने बिहार फर्स्‍ट, बिहारी फर्स्‍ट का नारा दिया है और बकायदा एक विजन डॉक्यूमेंट के जरिए बिहार के विकास का रोड मैप पेश करने की कवायद में हैं. imkubool यह भी अपने आप को मौसम विभाग, का दादा समझने लगे हैं, imkubool बिहार ईश्वर के सहारे चल रहा है। भाषण तो हम भी अच्छा दे लेते हैं और रही बात विजन का तो मूर्खों को भी गद्दी पर बैठा दो उम्मीद रखना बिहार में जितने महानुभाव नेता जी है।उन सब से भी अच्छा परिणाम दे सकता है। imkubool बस इनको इतना ही काम हैं। विजन और डिवीजन पेश करना। बाकी कुछ करते हैं क्या ये लोग। 🤣🤣🤣🤣
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

शह और मात: राज्यपाल ने क्यों टाला सत्र का प्रस्ताव, क्या है गहलोत का प्लान?राजस्थान का सियासी दंगल अभी भी जारी है. अब अदालत से बाहर आकर ये लड़ाई राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच में अटक गई है. As per ANI Governor orders State Govt to call assembly session must check facts अब समझ आई घाघ की परिभाषा ।।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »