राजस्थान: गहलोत के इस 'जादुई गणित' से टल सकता है मंत्रिमंडल विस्तार, राज्यसभा चुनाव में नुकसान को लेकर क्यों परेशान है कांग्रेस

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राजस्थान: गहलोत के इस 'जादुई गणित' से टल सकता है मंत्रिमंडल विस्तार, राज्यसभा चुनाव में नुकसान को लेकर क्यों परेशान है कांग्रेस RajsthanPolitics AshokGehlot

रखने वाले चेहरे को आगे कर उन्हें मौका देने के मूड में नजर आ रहा है। क्योंकि राज्य के विधानसभा चुनाव के प्रदर्शन के आधार पर ही पार्टी का लोकसभा चुनाव का दारोमदार टिका है। इसलिए शीर्ष नेतृत्व जमीनी स्तर से जुड़े सभी वर्गों के नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह और राजनीतिक नियुक्तियां देना चाहता है। गहलोत और पायलट गुट दोनों हाईकमान को अपने नामों की सूची दे चुके हैं। अब हाईकमान अपने हिसाब से नामों को तय करेगा जिसके बाद राज्य में कभी भी विस्तार हो सकता है।कांग्रेस की राजनीति को क़रीब से समझने वाले वरिष्ठ...

मोटे तौर पर मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चल रही खींचतान के बीच अपनी ताकत को साबित करने के लिए गहलोत ने अपने मंत्रिमंडल की बैठक भी बुलाई है ताकि ये संदेश दिया जा सके कि वो अपनी टीम के साथ खुश हैं और प्रदेश में ठीक से काम कर रहे हैं।राजस्थान के मंत्रिमंडल को लेकर दिल्ली में लगातार बैठकों का दौर जारी है। कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन लगातार राजस्थान के मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर मंथन कर रहे हैं। सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन...

उच्च सदन में इस समय प्रदेश से कांग्रेस की संख्या तीन हैं लेकिन सीएम की नजर चार सीटों पर है। विधानसभा में विधायकों की संख्या के हिसाब से कांग्रेस को 4 में से 2 पर जीत लगभग तय है लेकिन ज्यादा की उम्मीद के लिए कांग्रेस को निर्दलीय और सहयोगी दलों का सहारा लेना पड़ेगा। इसके लिए गहलोत को निर्दलीय विधायकों समेत अन्य दलों को साथ लेना बेहद जरुरी होगा। राजस्थान में डेढ़ वर्ष पहले तक राज्यसभा में कांग्रेस के पास एक भी सीट नहीं थी। लेकिन गहलोत शासनकाल में पिछले साल जून में राज्यसभा में कांग्रेस शून्य से बढ़कर...

 

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