यूपी: अस्तित्व बचाने के लिए संघर्षरत टैनरियों की स्थिति का ज़िम्मेदार आदित्यनाथ का (कु)शासन है

  • 📰 द वायर हिंदी
  • ⏱ Reading Time:
  • 68 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 30%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

यूपी: अस्तित्व बचाने के लिए संघर्षरत टैनरियों की स्थिति का ज़िम्मेदार आदित्यनाथ का (कु)शासन है UttarPradesh Kanpur Tanneries YogiAdityanath उत्तरप्रदेश कानपुर योगीआदित्यनाथ चमड़ाउद्योग LeatherIndustry

हिंदुत्ववादी पोंगापंथी, दूरदर्शिताविहीन शासन और योगी सरकार की टैनरी कामगारों के प्रति बेरुख़ी ने कानपुर के चमड़ा उद्योग को अब तक के सबसे बड़े संकट में धकेल दिया है.उत्तर प्रदेश के औद्योगिक केंद्रों की सियासी बहसें मुख्य तौर पर औद्योगिक संकटक के इर्द-गिर्द केंद्रित हैं.

इस विधानसभा क्षेत्र के सबसे बड़े मोहल्ले जाजमऊ में तीन साल पहले तक 400 से ज्यादा टैनरियां हुआ करती थीं. इनमें प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से 10 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हुआ था. लेकिन 2018 के बाद से केंद्र और राज्य सरकार केटैनरी मालिकों का कहना है कि इसके नतीजे के तौर पर पिछले तीन साल से ज्यादा समय के दौरान पैदा हुई बेरोजगारी के संकट को लेकर राज्य सरकार ने पूरी तरह से अपनी आंखें मूंद ली हैं.

एक टैनरी मालिक ने कहा, ‘लेकिन एक के बाद आनेवाली सरकारों ने इस दिशा में कुछ ख़ास नहीं किया है. मुझे लगता है कि वर्तमान भाजपा सरकार ने हमारे चमड़ा उद्योग को बचाए रखने की फिक्र करने की जहमत ही नहीं उठाई है.’ वहां बैठे एक मुस्लिम टैनरी मालिक ने टैनरी उद्योग, जिसका आकार पांच साल पहले अनुमानित तौर पर 50,000 करोड़ था, को हुए नुकसान का थोड़ा अंदाजा दिया. ‘तीन साल पहले सिर्फ जाजमऊ में 410 टैनरियां थीं. कानपुर के दूसरे हिस्सों की टैनरियां इससे अलग थीं. अब यहां सिर्फ 270 टैनरियां हैं. पिछले कुछ वर्षों में कई टैनरियों के सालाना टर्नओवर में भारी गिरावट आई है. मैं ऐसी कई टैनरियों के नाम बता सकता हूं.

केंद्र सरकार के दो फैसलों ने भी उद्योग को समान तरीके से नुकसान पहुंचाया. पहला, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने पिछली यूपीए सरकार में चमड़ा उद्योग को मिलने वाले वाले इंसेंटिव को बंद कर दिया.द वायर साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि कभी खत्म हो रहे संकटों के मद्देनजर उन्हें अपने खरीददारों को बनाए रखने में संघर्ष करना पड़ रहा है.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

जो व्यक्ति कुछ भी नहीं कर सकता वह दूसरे को कोसता है और गाली देता है। और बाद में माफी भी मांग लेता है। कुछ ऐसा ही है।

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 3. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

गंगूबाई काठियावाड़ी के निर्माता फिल्म का नाम बदलें, सुप्रीम कोर्ट का सुझावयाचिकाकर्ता ने कहा कि फिल्म में मेरी मां (गंगूबाई) को एक वैश्या और माफिया रानी के रूप में दिखाया है GangubaiKathiawadi
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »

रूस का यूक्रेन पर हमले का क्या है नाटो कनेक्शन, जानें NATO के बारे में सबकुछWhat is NATO : रूस ने यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है। रूसी सेना यूक्रेन के डोनबास इलाके में घुस चुकी हैं। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश के बाद यूक्रेन की राजधानी कीव के आसमान में लड़ाकू विमान के साथ ही युद्ध के सायरन सुनाई दे रहे हैं। रूसी सेना की कार्रवाई के बाद यूक्रेन ने भी रूस की सेना के लड़ाकू विमानों को मार गिराने का दावा किया है।
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

EV का हब बनने के लिए Ola इलेक्ट्रिक इंडिया में लगाएगी 50GWh का बैटरी प्‍लांट!ओला को 10 मिलियन इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने के अपने सालाना लक्ष्य को पूरा करने के लिए 40GWh बैटरी कैपिसिटी की जरूरत होगी।
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम के साथ मिलेगा 6.8 प्रतिशत का आकर्षक ब्याज दरPost office Scheme: नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) में मूलधन पर चक्रवर्ती ब्याज मिलता है। जिसके कारण यह बैंक एफडी की तुलना में अधिक रिटर्न देता है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

यूक्रेन पर हमले का फैसला: पुतिन के बचपन की एक घटना भी हो सकती है वजहUkraineRussiaCrisis | जासूस से जिम्नास्ट तक से इश्क के चर्चे, पत्नी को दे चुके तलाक, Putin की लव स्टोरीज | rkhamariya rkhamariya war ho rhi hai aur tumlog ko zee news banna hai abhi
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »

'काली दुल्हन की ब्यूटी पार्लर से लीपापोती', राजस्थान के बजट पर सतीश पूनिया का विवादित बयानRajasthanBudget2022 : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज 15वीं विधानसभा में 2022 के बजट की घोषणा 2023 के चुनाव को देखते हुए की. वहीं बजट के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है. Rajasthan AshokGehlot
स्रोत: ABP News - 🏆 9. / 59 और पढो »