आजमा रहे हैं। 2017 में इनमें से 50 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी, जबकि एक सीट भाजपा के गठबंधन वाली अपना दल ने जीती थी। बाकी, दो सीटों पर कांग्रेस, चार पर समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की थी। बहुजन समाज पार्टी के खाते में भी दो सीटें गई थीं।तीन चरण के चुनाव के बाद अब उत्तर प्रदेश में चौथे चरण का मतदान 23 फरवरी को होना है। इसके लिए सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। 624 प्रत्याशी चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं, लेकिन प्रमुख मुकाबला भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस के बीच...
जिन नौ जिलों में मतदान होना है, उनमें बांदा, फतेहपुर, हरदोई, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, पीलीभीत और उन्नाव शामिल हैं। इनमें से रायबरेली कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी खुद यहां से सांसद हैं। पिछली बार यानी 2017 में रायबरेली की दो सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, लेकिन दोनों विधायक अब भाजपा के उम्मीदवार हैं।शुरुआती तीन चरणों में सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले प्रत्याशी समाजवादी पार्टी के थे। इस बार कांग्रेस ने इस मामले में सपा को पछाड़ दिया है। चौथे...
राजधानी लखनऊ की मध्य विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा पर सबसे ज्यादा 22 मुकदमे दर्ज हैं। रविदास पर कुल 74 अलग-अलग धाराओं में मामले दर्ज हैं। इनमें 16 गंभीर धाराएं लगी हुई हैं। रविदास पर महिला को बदनियती के साथ प्रताड़ना करने, जाति, धर्म के नाम पर उन्माद फैलाने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।रायबरेली की सरेन सीट से भाजपा के प्रत्याशी धीरेंद्र बहादुर सिंह पर कुल 10 मामले चल रहे हैं। धीरेंद्र पर हत्या के प्रयास, धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप हैं। उन पर 37 धाराओं में मामले दर्ज...