उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने पशुपालन के लिए शेड बनाने को लेकर गौशाला परियोजना शुरू की थी। लेकिन अब सरकार गायों के लिए फंड नहीं दे रही है। द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कई महीने से गौशाला परियोजना की फंडिंग बंद कर दी गई है। जिसके चलते जानवरों की मौत हो रही है। पत्र में कहा गया है, हम 2018 से 43 गौशालाएं चला रहे हैं, जब राज्य सरकार ने लावारिस पशुओं के लिए गौशाला बनाए
थे। पत्र में पंचायत प्रमुखों ने कहा कि अप्रैल 2020 के बाद हमें कोई धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। हम अपने आप ही गौशाला चला रहे हैं। प्रमुखों ने कहा कि आशा है कि धनराशि जल्द ही जारी की जाएगी। जिले के ग्राम प्रधान संघ का एक नेता ज्ञान सिंह ने संवाददाताओं से कहा, "ग्राम पंचायत प्रमुख के रूप में हमारे कार्यकाल 25 दिसंबर को समाप्त हो जाएंगे। हम तब मवेशियों को छोड़ देंगे, ताकि वे गौशाला में भूख से न मर...