यूपी पंचायत चुनाव में कोरोना से गई थी प्रधानाध्यापक की जान, 4 माह बाद भी नहीं मिला मुआवजा

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कोरोना से प्रधानाध्यापक की गई थी जान, परिवार को अब तक नहीं मिला मुआवजा | UttarPradesh

सरकार ने बाद में इन शिक्षकों को मुआवजा देने के लिए कहा था. लगभग 30 लाख रुपये की राशि कोविड के संक्रमण से मरने वाले शिक्षकों को मिलनी थी. जौनपुर जिले के भी कई शिक्षकों की भी कोविड की चपेट में आने से मौत हो गई थी. इन्हीं में से एक शिक्षक डॉ. सभाजीत यादव भी थे. वह जौनपुर के जूनियर हाईस्कूल जप्टापुर में बतौर प्रधानाध्यापक नियुक्त थे. मौत के कई महीनों के बाद भी उनके परिवार वालों को मुआवजा नहीं मिला है, जिससे वह काफी परेशान हैं.पंचायत चुनाव में डॉक्टर सभाजीत यादव की ड्यूटी लगी थी.

बिना पिता और पति के इस परिवार का जीवन कठिन हो चला है. मकान बनवाने के लिए डॉ. सभाजीत यादव ने लोन ले रखा था. इसके अलावा अभी तीन बेटियों की शिक्षा भी पूरी होनी है. बेटी सृष्टि नीट की तैयारी कर रही है. उसके आगे का भविष्य भी अधर में है. बड़ी बेटी की शादी भी है. ऐसे में परिवार के सामने बड़ी समस्याएं हैं. लेकिन मुआवजा ना मिलने के कारण परिवार आर्थिक रूप से टूट चुका है. बेटी बार बार मुआवजा के लिए बार बार न्याय की गुहार लगा रही है.

 

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