दाम में 15 से 17 प्रतिशत की कमी आएगी। नीति में ईज आफ डुइंग बिजनेस और गुड गवर्नेंस को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है।
नई नीति लागू होने के बाद बीयर के दाम में 15 से 20 रुपये तक की गिरावट आएगी। ऐसा बीयर की डिमांड कम होने से किया गया है। दाम कम होने से दूसरे राज्यों से होने वाली तस्करी पर भी अंकुश लगेगा क्योंकि सस्ती बीयर के लिए ही दूसरे राज्यों से इसकी तस्करी की जाती रही है। सरकार ने नई नीति में व्यवस्था की है कि निजी प्रयोग के लिए व्यक्तियों को निर्धारित फुटकर सीमा से अधिक शराब खरीदने, परिवहन व निजी कब्जे में शर्तों के अधीन रखने के लिए सालाना 12 हजार रुपये का होम लाइसेंस लेना होगा। इसके लिए 51 हजार रुपये सिक्योरिटी मनी भी जमा करनी होगी।आने वाले सत्र में वाइन के उत्पादन को प्रोत्साहित करने की योजना है। प्रदेश में निर्मित वाइन को प्रतिफल शुल्क से मुक्त रखने की योजना है। 90 एमएल की बोतलों में विदेशी शराब की बिक्री रेगुलर श्रेणी में भी उपलब्ध होगी। यही नहीं आबकारी...
नई नीति के तहत पिछले स्टॉक को अगले वर्ष के लिए रोल ओवर प्रक्रिया में छूट दी गई है। इसके लिए लगने वाली फीस अब नहीं लगेगी। पिछले सत्र के शेष माल को अगले वर्ष के सत्र के पहले सप्ताह तक छूट दी जाएगी। यानी 7 अप्रैल तक पिछले वर्ष के स्टाक की बिक्री की अनुमति होगी। दूसरे जिलों की सीमा पर दोनों जिलों की अनुमति के बिना फुटकर दुकानों का लाइसेंस नहीं दिया जाएगा। देशी विदेशी शराबों की दुकानें के लाइसेंस फीस में 7.
योगी जी सबका ख्याल रखते हैं। किसी को नाखुश नहीं करते। jaswantsb1 HarryBisht07
पेट्रोल सस्ता करा रहे हैं कि नहीं
बीयर पर एक्साइज ड्यूटी कम करने के बजाए पेट्रोल-डीजल पर कम करना ज्यादा उचित होता। 🙄