पीयूष गोयल ने कहा कि भारत में 286 बिलियन डॉलर का एफडीआई आया है. भारत को कम्पनियां मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट बनाना चाहती हैं, लेकिन कानून में कुछ कठिनाइयां थीं जिन्हें आज काफी उदार किया गया है. इससे बड़ी मात्रा में विदेश से निवेश आएगा. इससे आर्थिक प्रगति भी बढ़ेगी. साथ ही बड़े रूप में युवाओं को रोजगार मिलेगा.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 75 नए मेडिकल कॉलेज खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली है. इस पर 24 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस फैसले से 15 हजार 700 नई मेडिकल सीटें हो जाएंगी. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि ये सभी मेडिकल कॉलेज वहां बनेंगे, जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज नहीं हैं. उन्होंने बताया कि पिछले पांच साल में एमबीबीएस और पीजी मिलकर 45 हजार सीटें बढ़ाई गई हैं और बीते पांच साल में 82 और अभी 75 नए कॉलेजों को मंजूरी मिली है.
पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में फैसला- 75 नए मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे, बढ़ेंगी MBBS की 15700 सीटें जावड़ेकर ने कहा कि गन्ना किसानों को 60 लाख मीट्रिक टन चीनी निर्यात करने के लिए एक्सपोर्ट सब्सिडी देने का फैसला भी किया गया. इस पर 6268 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा. यह पैसा सीधे किसान के खाते में जाएगा. इससे किसानों का घाटा भी कम होगा. इसका फायदा लाखों किसानों को मिलेगा. वहीं, इंटरनेशनल कोलिशन फॉर डिजास्टर रेजिलिएंट इफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी फैसला लिया गया है. कैपिसिटी बिल्डिंग और एक्सचेंज ऑफ इन्फॉरमेंशन जरूरी है. पीएम इस योजना को यूएन में जाकर लॉन्च करेंगे.
Pahle bhi east india company aai thi ke, Esi sankirn manshikta walo ki wajah se laai gai thi, Desh k log aage nhi aane chahiye chahe videshi phir bharat ko lutane aaye, Ye kesa rastrawad, Isse pata chalta he ki engrejo k dalal kon the...
Jo FDI ke against they Manmohan singh ki term mein aaj wo khud FDI kar rahe hain Another example of double standard
भाजपा जब बिपक्ष में थी तोFdi का पुरजोर विरोध करती थी सत्ता में आने के बाद१००प्रतिसत FDI ये कैसा बदलाव है
Ye wahi BJP4India hai jo Congress ke time pe 50% fdi ka virodh kar rahi thee Lekin bhakto ko ye kahan malum hoga INCIndia TheDeshBhakt kanhaiyakumar Nehr_who RajatSharmaLive ArnabGoswamiRtv
ऐसे ही बाजार की हालत खराब है। सिंगल ब्रांड रिटेलिंग को बढ़ावा देके छोटे और मझोले ब्यापारियों की टूटी हुई कमर को नकारा करने का काम ही होगा, क्योंकि उनकी मोनोपोली जो हो जायेगी।
क्या यह हमें फिर से कंपनी राज में ले जाने की योजना नहीं है?
FDI का विरोध करने वाले आज FDI के बिना काम ही नहीं चल रहा है।देश के लोगों देश की कम्पनी को कमजोर कर विदेशी कम्पनी को लाभ दिया जा रहा।🤫
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