12 प्रतिशत लोगों ने कहा कि बिगड़े हैं हालातकेंद्र की मोदी सरकार ने लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम शुरू किए हैं. मोदी सरकार किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुना करने की बात कहती आई है. वहीं इंडिया टुडे और कार्वी इनसाइट्स की ओर से आयोजित मूड ऑफ द नेशन सर्वे में लोगों से यह जानने की कोशिश की गई कि मोदी सरकार के कार्यभार संभालने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति में क्या बदलाव आया है.
आर्थिक स्तर के सवाल पर 49 फीसदी ने स्वीकार किया कि उनके हालात सुधरे हैं जबकि 12 फीसदी लोगों ने माना कि उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ी है. आर्थिक स्तर को लेकर क्षेत्र, धर्म और जाति के हिसाब से भी अलग-अलग जवाब मिले. बातचीत के दौरान जवाब देने वाले जिन लोगों ने कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति खराब हुई है, उनके एक तिहाई मुस्लिम थे.
सर्वे के मुताबिक, 52 फीसदी हिन्दू लोगों ने कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आया है जबकि 38 हिन्दुओं ने इससे इनकार किया. वहीं सर्वे में हिस्सा लेने वाले 23 फीसदी मुस्लिम उत्तरदाताओं ने कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है जबकि 40 फीसदी ने बताया कि उनकी स्थिति जस की तस है और 36 प्रतिशत ने कहा कि हालात बिगड़े हैं.
जातियों के नजरिये में भी अंतर देखने को मिला. सर्वे में शामिल अपर कास्ट के 49 फीसदी लोग बोले कि उनके आर्थिक हालात सुधरे हैं जबकि 40 फीसदी अपर कास्ट ने माना कि उनकी स्थिति पहले की तरह ही है. 11 फीसदी बोले कि उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ी है. अनुसूचित जाति, जनजाति के 48 फीसदी लोगों ने कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति सुधरी है, 39 फीसदी ने कहा कि पहले की तरह ही उनकी स्थिति है. 13 प्रतिशत बोले कि उनके आर्थिक हालात बिगड़े हैं. अन्य पिछड़ा वर्ग यानी 51 फीसदी ओबीसी ने माना कि उनकी आर्थिक स्थिति सुधरी है जबकि 37 प्रतिशत अन्य पिछड़े लोगों के हालात जस के तस हैं. 12 फीसदी ने कहा कि उनकी स्थिति पहले से बिगड़ी है.
सभी गोदी मीडिया पहले अपना आर्थिक स्तर सुधार लो क्योकि अंधभक्त में काफी गिरावट आई है, अंधभक्त दिनों दिन कम हो रहे है, क्योकि ज्यादा दिन तू और तेरा आका नही चलने वाला है ये फेक न्यूज़ फैलाना बंद करो
सरकार ने moratorium करके मात्र बैंकों को फायदा पहुंचाने का काम किया और कुछ नहीं
ये हरामखोर मीडिया वाले पता नहीं कहा से लाते हैं ऐसा सर्वे
12000 लोगो से ही 125 करोड़ का पता लगा लिया क्या बात है ☺️☺️☺️☺️ डूब मरो ऐसी खबरों को दिखाने से पहले
2020 se abhi tak kuch nahi badla pehle she bhi buri halat hai na jane kaha she data mila hai aap ko job lass bando she puchuo kya problem me hai मीडिल class ka banda aaj bhi banko ki EMI me mar raha aap un logo ki help karo na ki or karz ke tor pr fund do life ki problem samjho
Apne studio me hi poll kara lete ho kya 49 % wale wahi dalaal honge Godi Media wale, unhi ko dalali ki income extra milne lagi hai.
Kahan na kahe survey karwa rahe ho.. wobhi 12, 15 k logon ke sath.. yahan Twitter pe hi ek poll karwado. Dekhte hein result kya ata hai.
What is the scale of your survey. Just collecting data from few thousands out of billions is dumb analytics❌
Kon bhag leta hai be
Tum log kaha se or kese pata lagate ho?
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