मोदी की चुनावी कामयाबी पर आर्थिक सुस्ती का कितना असर

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मोदी की चुनावी कामयाबी पर आर्थिक सुस्ती का कितना असर - नज़रिया

हरियाणा में लोगों की जो नौकरियां गई हैं, उनमें से कुछ छंटनी गुरुग्राम के पास ऑटोमोबाइल कंपनियों के केंद्र से भी हुई है. लेकिन, हरियाणा में कृषि क्षेत्र के साथ भी कुछ मसले रहे हैं. राज्य में फसल की क़ीमतें पिछले दो साल से लगातार गिर रही हैं.

महाराष्ट्र में बीजेपी ज़्यादा आसानी से सरकार बनाने जा रही है. लेकिन, उसकी सीटों की संख्या में कमी आई है. अब बीजेपी अपनी नख़रेबाज़ सहयोगी शिवसेना पर ज़्यादा निर्भर होगी. बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन को वोटों का मामूली नुक़सान ही हुआ है.आमतौर पर इसे अच्छा चुनावी प्रदर्शन ही कहा जाना चाहिए. क्योंकि पाँच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद बहुत कम ही सरकारें दोबारा सत्ता में वापस आती हैं.

संविधान का अनुच्छेद 370 हटाना बीजेपी के चुनाव प्रचार का प्रमुख मुद्दा था. ऐसा कर के बीजेपी ने ये सुनिश्चित करना चाहा था कि प्रचार के दौरान उसे आर्थिक सुस्ती को लेकर बैकफ़ुट पर न जाना पड़े. हरियाणा और महाराष्ट्र के मतदाताओं ने ये संदेश दिया है कि अर्थव्यवस्था के मसले भी उनके लिए अहम हैं. मोदी सरकार मोटे तौर पर आर्थिक सुस्ती की बात से ही इनकार करती रही है. कई बार तो इसके ख़िलाफ़ सरकार के मंत्रियों ने बड़े हास्यास्पद बयान भी दिए हैं. जैसे कि भारत की जनता ख़ूब फ़िल्में देख रही है. आइंस्टाइन को गुरुत्वाकर्षण की खोज में गणित ने कोई मदद नहीं की थी और नई पीढ़ी कार ख़रीदना नहीं पसंद करती है. अर्थव्यवस्था के आंकड़ों को सही साबित करने के लिए मोदी के मंत्रियों ने ऐसे ही बयान दिए हैं.

मोदी सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने एक लेख में तर्क दिया था कि भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर का अनुमान 2.5 प्रतिशत बढ़ाकर लगाया जा रहा है. दूसरे शब्दों में कहें, तो भारत की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ वर्षों में 5 फ़ीसद की विकास दर से ही बढ़ रही है. ऐसा कई साल बाद हो रहा है. कांग्रेस ने सितंबर में ऐलान किया था कि वो अक्टूबर महीने में आर्थिक सुस्ती को लेकर देशव्यापी अभियान शुरू करेगी. लेकिन, अक्टूबर महीने में पार्टी ने कहा कि वो ये अभियान नवंबर में चलाएगी.

 

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BBC Propegenda मास्टर

एक जमाना था, बीबीसी का कुछ मायने हुआ करता था, क्या दिन आया बीबीसी और उस बीबीसी ना रहा🤡👻😆 पूरी खबर हिंदुस्तान पर; बाकी लोग क्या मर गए🥺

OPPOSITION PARTIES ARE NOT DO SERIOUS AS NOW THE CONCLUSION THEY REACHED THAT GUPPIRS FAILED ON EVERY FRONT RUINRD NATION WORST ECONOMY WORST LAW AND ORDER 3.5 CRORES JOBS LOST RBI LOOTED DAILY LOOT ON PETROL GAS BHAIO BEHNO WILL BE SUFFICIENT TO THROW AWAY GIPPIES BY PUBLIC

EVM में तोते ( मोदी )की जान है

बैंक के बैंक दिवालियेपन की घोषणा कर रहें है. आम भारतीयों के अपने कमाये पैसे अधर में लटका है उसका तो असर नही दिख रहा है,, आप आर्थिक मंदी पर नजरें लगायें बैठें हैं,, EVM मोदी कामयाबी का मूल (रक्षा कवच) है,, EVM के रहते मोदी अमर है ...! आम भारतीय की नज़रिया

You Pakistani dalal will not understand our political situation. The mandate in Haryana and Maharashtra are not against Modi govt or state govt but cast politics. In Haryana Jat were told they are marginalised and in Maharashtra NCP told that Maratha is marginalised by BJP.

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