मुकेश अंबानी केस में मुंबई पुलिस ऑफिसर सचिन वाझे विवादित कैसे बने - BBC News हिंदी

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मुकेश अंबानी केस में मुंबई पुलिस ऑफिसर सचिन वाझे विवादित कैसे बने

इससे पहले सचिन वाझे तब चर्चा में आए थे जब टीवी पत्रकार अर्णब गोस्वामी को हिरासत में लेने पहुँची टीम में भी उन्हें देखा गया था. ऐसे में सवाल यह है कि कौन है यह पुलिस अधिकारी जिनकी इतनी चर्चा हो रही है.मुंबई पुलिस में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर मशहूर सचिन वाझे अस्सिटेंट इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं. इन दिनों वे मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच की इंटेलिजेंस यूनिट के प्रमुख हैं. इस यूनिट की ज़िम्मेदारी मुंबई में होने वाले अपराधों के बारे में ख़ुफ़िया जानकारी एकत्रित करके अपराध को रोकना है.

सचिन वाझे का पूरा नाम सचिन हिंदुराव वाझे है. मूल रूप से वाझे महाराष्ट्र के कोल्हापुर ज़िले से हैं. 1990 में उनका चयन महाराष्ट्र पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर हुआ था. वाझे के पुलिस करियर पर नज़र रखने वाले एक सीनियर क्राइम रिपोर्टर ने बताया, "वाझे की पहली नियुक्ति नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली ज़िले में मिली थी. इसके बाद 1992 में उनका ट्रांसफ़र ठाणे में किया गया."

वाझे की तैनाती मुंबई के क्राइम ब्रांच में हुई थी. उनके करियर पर नज़र रखने वाले सीनियर क्राइम रिपोर्टर ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, "वाझे उन दिनों में प्रदीप शर्मा के अधीन काम करते थे. प्रदीप शर्मा की पहचान एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की थी. उस वक्त शर्मा अंधेरी क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट का नेतृत्व कर रहे थे." पहली बार सचिन वाझे तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने मुन्ना नेपाली का एनकाउंटर किया था. 2004 में निलंबित होने से पहले तक सचिन वाझे मुंबई के क्राइम ब्रांच में ही तैनात थे.मुंबई पुलिस ने मुंबई अंडरवर्ल्ड की कमर तोड़ने के लिए एनकाउंटर का सहारा लिया था. एक तरफ़ मुंबई पुलिस अंडरवर्ल्ड का ख़ात्मा कर रही थी लेकिन दूसरी तरफ़ 2000 के दशक के शुरुआती सालों में मुंबई में चरमपंथ की धमक पहुँच गई थी.

 

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मालिक अपने लिए वफादार कुत्ते ही पालते हैं . और फिर दाऊद के इशारे पर चलने वाला ही सरकार चला रहा है और क्या उम्मीद कर सकते हो?

क्योंकि इसने बाघरबिल्ला को गिरफ्तार किया था।।😜😜

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