महामाया प्रसाद: बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री, जिनकी 1 साल में गिर गई सरकार

  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 26 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 14%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

बिहार में वर्ष 1967 में पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनी थी. BiharElections2020 VoteOnBihar

कहा जाता है कि चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस अंदरूनी कलह की शिकार थी. कांग्रेस के ही दो बड़े नेताओं ने तत्कालीन राज्यपाल अनंत शयनम पर दबाव बनाया था कि अगर महेश बाबू को सरकार बनाने का न्यौता दिया तो कांग्रेस के 32 विधायक पार्टी छोड़ देंगे. इसलिए राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने के लिए नहीं बुलाया. फिर उस समय की विपक्षी पार्टियां एकजुट हो गईं.

संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी, जनसंघ, सीपीआई, जन क्रांति दल और प्रजा समाजवादी आदि पार्टियों ने मिलकर सरकार बनाई. हालांकि कांग्रेस के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी थी और उसके नेता कर्पूरी ठाकुर की मुख्यमंत्री के पद पर दावेदारी बनती थी, लेकिन अन्य पार्टियां तैयार नहीं हुईं. ऐसे में जन क्रांति पार्टी के महामाया प्रसाद सिन्हा के नाम पर सभी दल सहमत हो गए. पार्टी के अकेले विधायक होने के बाद भी महामाया प्रसाद मार्च 1967 में बिहार के मुख्यमंत्री बने, जबकि कर्पूरी ठाकुर उप मुख्यमंत्री.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Shushant Tak

एक बिका हुआ पत्रकार किसी आतंकवादी से 100 गुना ज्यादा खतरनाक होता है। आतंकी गरीब तो एक जगह हमला कर सकता है .. लेकिन एक नीच निकृष्ट 'मालामाल' पत्रकार पूरे देश में दंगा करा सकता है.. अभी हाथरस में लगे थे तुम..अब R-Bharat, Sudarshan के पीछे लगे हैं।तो फिर ये दल्ले क्या हैं,समझ लीजिए

Jai RJD 💞

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

केंद्र में एनडीए के 'चिराग' पर बिहार विधानसभा चुनाव के बाद होगा फैसला: अमित शाहकेंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा है कि एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) के साथ कई दौर की बातचीत हुई। लेकिन, उन्होंने एनडीए (NDA) से अलग होने का फैसला किया। मतलब यहां सफल हो गए तो एनडीए में जारी रहेंगे।
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

हैदराबाद-महाराष्ट्र के कई इलाकों में बाढ़ के हालात, पानी से घिरे इलाके में फंसे लोगतेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में भारी बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में बाढ़ (Flood Like Situation) की स्थिति बनी हुई है. इस बीच मौसम विभाग ने तेलंगाना के अधिकतर इलाकों में 19 से 22 अक्टूबर तक भारी बारिश (Heavy Rain) का अलर्ट जारी किया है.
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

IPL: पोंटिंग के इंटरव्यू के बीच में कूदे ऋषभ पंत, इस अंदाज में किया मजाकऋषभ पंत बेशक शनिवार को दिल्ली कैपिटल्स के लिए चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मैदान पर नहीं उतरे हों, लेकिन वह किसी तरह टीवी पर दर्शकों का ध्यान खींचने से पीछे नहीं रहे.
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में उमड़े श्रद्धालु, नियंत्रित करने में प्रशासन के छूटे पसीनेमंदिर में दर्शन के लिए प्रशासन ने सुबह श्रृंगार दर्शन से लेकर राजभोग आरती और शाम को उत्थापन दर्शन से लेकर शयन भोग आरती तक की झांकियों की दोनों पालियों के लिए दो-दो सौ भक्तों को ऑनलाइन पास के जरिए मंदिर में प्रवेश की इजाजत दी थी. mewatisanjoo Worrisome liberal media must force authorities to close temples
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

बिहार चुनाव में बीजेपी के लिए क्यों वीआईपी हो गए मुकेश सहनी, समझिए गणितBihar election 2020: भारतीय जनता पार्टी ने विकासशील इंसां पार्टी (VIP) को 11 सीटों दी हैं। इसी के साथ बीजेपी के कोटे में 110 सीटें बची हैं। वहीं जेडीयू के पास 115 सीटें हैं।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

अमेरिकी चुनाव में अब ‘समोसा कॉकस’, भारतवंशी सांसदों के लिए गढ़ा गया शब्दडेमोक्रेटिक पार्टी ने इस चुनाव में उपराष्ट्रपति पद के लिए भारतीय मूल की कमला हैरिस को उम्मीदवार बनाया है. यही कारण है कि इस चुनाव में भारतीय मूल के वोटरों और एशियन वोटरों का महत्व बढ़ गया है. 🙏 बीबीसी बता रहा है ये ईरान से चला एक बिका हुआ पत्रकार किसी आतंकवादी से 100 गुना ज्यादा खतरनाक होता है। आतंकी गरीब तो एक जगह हमला कर सकता है .. लेकिन एक नीच निकृष्ट 'मालामाल' पत्रकार पूरे देश में दंगा करा सकता है.. अभी हाथरस में लगे थे तुम..अब R-Bharat, Sudarshan के पीछे लगे हैं।तो फिर ये दल्ले क्या हैं,समझ लीजिए।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »