महानगर के बहुत सारे हिस्से देख कर लगता है- ये शीला दीक्षित की दिल्ली है– News18 हिंदी

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मुख्यमंत्री के तौर पर शीला दीक्षित ने दिल्ली का रंग रूप कुछ ऐसा सजाया कि उन्हें इसके लिए लंबे समय तक याद रखा जाएगा. SheilaDixit

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, कॉमनवेल्थ की तैयारियों में महानगर को सजाने और फ्लाइ ओवरों के जरिए यातायात सुगम बनाने के लिए लंबे समय तक याद की जाएंगी. दिल्ली और खासतौर से नई दिल्ली के कई रूप है. आज जो रूप हमारे सामने है, उसे शीला की दिल्ली कहा जाय तो कोई गलत नहीं होगा. इसका सुबूत ये है कि अगर किसी के दिमाग में 2010 से पहले की दिल्ली के रास्तों का नक्शा है तो बहुत से रास्तों पर वो भटक जाएगा.

ये भी ध्यान रखने वाली बात है कि 15 वर्ष तक मुख्यमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल में शीला दीक्षित ने 1998 में मुख्यमंत्री पद की कुर्सी संभालने के बाद केंद्र में एनडीए की सरकार आ गई. उस दौर में बीजेपी के पसंद के उप राज्यपाल से मुख्यमंत्री खटपट भी रही. बावजूद इसके सरकार का कामकाज चलता रहा और आज जैसा राज्यपाल बनाम मुख्यमंत्री का मसला सड़क तक आ गया है, वैसा उस दौर में नहीं रहा. दरअसल अपने काम काज के बूते लगातार तीन चुनाव जीतने वाली शीला दीक्षित को इसका मौका भी मिल सका कि वे शीला की दिल्ली बना सकें.

 

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