मप्र : कांग्रेस ने किया सरकार बनाने का दावा, राज्यपाल को सौंपी 122 विधायकों की सूची

  • 📰 Webdunia Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 1 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 4%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

कांग्रेस ने पेश किया एमपी में सरकार बनाने का दावा, राज्यपाल को सौंप दी 122 विधायकों की सूची AssemblyElections2018 MadhyaPradeshElections2018 Congress

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 17. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

नासिक के किसान का PMO को पत्र, खराब गुणवत्ता के प्याज की रिपोर्ट को बताया ‘गलत’साठे ने इससे पहले खुदरा बाजार में बेची गई प्याज से मिले 1,064 रुपये को विरोध स्वरूप 29 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेज दिया था. Kiya situation hai kishano ka मोदीजी पुना में भी अच्छे प्याज को 2 r /kg कीमत मील रही है आपने किसानों का उत्पादन दो गुना नही कीया लेकिन कीमत भी नहीं मील रही
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »

लोगों के कम्प्यूटर की निगरानी का अधिकार दस एजेंसियों को देने की अधिसूचना को चुनौतीकेंद्र की मोदी सरकार ने 20 दिसंबर को एक अधिसूचना जारी कर देश की 10 एजेंसियों को लोगों के कम्प्यूटर की सामग्री का विश्लेषण करने का अधिकार दे दिया है. याचिका में निगरानी की खुली छूट देने के इस आदेश का परीक्षण निजता के मौलिक अधिकार की कसौटी पर करने की मांग की गई है. यह लोगों की निजता के अधिकार का पुरा हनन है। सभी कम्प्यूटर ओर मोबाइल की जासूसी के बाद,एक ही बात निकल के आएगी,,की ,(चोकीदार ही चोर है)☺️ यह अधिसुचना गैरकानूनी ,असंवैधानिक व कानून के विपरित है इस अधिसूचना का उपयोग राजनैतिक विरोधियों, विचारकों, वक्ताओं के विरुद्ध कर पुरे देश को नियंत्रण मे लेना है भारत का संविधान इसकी इजाजत नहीं देता याचिकाकर्ता शर्मा जी से सहमत है।
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »

प्रियंका में इंदिरा की छवि तो पति पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की परछाई भी2014 में हुआ लोकसभा चुनाव छवि बोध की जंग भी था। छवि की ब्रांडिंग में जो आगे होगा, मैदान वही मारेगा। सपा-बसपा गठबंधन के बाद उत्तर प्रदेश के मैदान में कांग्रेस को मूर्छित ही माना जा रहा था, लेकिन ब्रांडिंग वाला बाजार इसी क्लाइमेक्स वाले समय को अहम मानता है। तुरुप का पत्ता भी इसी ब्रांडिंग का हिस्सा है। भारतीय राजनीति में इंदिरा गांधी को एक ब्रांड बना दिया गया है। 2019 के करो या मरो वाले हालात में इंदिरा जैसी छवि को औपचारिक तौर से उतारने का वक्त आ गया था। आज जब कांग्रेस की ओर से डंका बजा कर प्रियंका को उतारा गया है तो वे गांधी के साथ वाड्रा के भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरेवाले कुलनाम को भी ढो रही हैं। 2019 के बाजार में हर दल की चाल को मास्टर स्ट्रोक ही बताया जा रहा है तो आमद का जयकारा थमने के बाद उन्हें बताना ही होगा कि उनकी ओर से जनता के लिए नया क्या है। कभी-कभी तुरुप का पत्ता जोकर से भी मात खा जाता है, खेल के इस विडंबना की याद दिलाता बेबाक बोल।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

उत्तर प्रदेश: दोबारा ऐतिहासिक जनादेश हासिल करने साथ आई सपा-बसपाउत्तर प्रदेश में सपा-बसपा, कांग्रेस से गठबंधन नहीं चाहते, या कांग्रेस अकेले लड़ना चाहती है, इस पर बहस जारी है। लखनऊ में सपा-बसपा की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस, तस्वीरों में एक साथ मौजूद आंबेडकर और लोहिया की तस्वीर के बाद दिल्ली दरबार का पूरा विमर्श बदल गया। उत्तर प्रदेश वह प्रयोगशाला है, जहां कांशीराम और मुलायम की लहर में भी गोरखपुर की सीट भाजपा के पास थी। इसके उलट जब बसपा को शून्य पर टिका और सपा को पारिवारिक सदस्यों के बीच सिमटा दिया गया था तब गोरखपुर अलग ही राजनीतिक मोड़ लेता है। 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश ने जो ऐतिहासिक जनादेश दिया था आज उससे उबरने के लिए सपा और बसपा साथ हैं। इस सूबे की राजनीति, केंद्र की भी राजनीति है। लोहिया-आंबेडकर की तस्वीरों को साथ रख इस समीकरण का उद्देश्य है अपने-अपने वोट बैंक को साध ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करना। केंद्र की राजनीति में सपा-बसपा के अंक मजबूत हों, इसलिए जरूरी है कि कांग्रेस का गणित बिगड़ जाए। संसद में आर्थिक आधार पर दस फीसद आरक्षण पर साथ-साथ चलने के बाद ये दोनों दल अपने-अपने वोट बैंक के पास उसी ‘पहचान’ के साथ लौट आए हैं जो इनकी बुनियाद हैं। बुनियादी विरोधाभासों के साथ वोट बैंक की ऊंची इमारत पर बैठे दोनों दलों की साझीदारी से निकले पाठ पर इस बार का बेबाक बोल।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

ऐक्शन में कांग्रेस की सरकारें, कमल नाथ के बाद छत्तीसगढ़ के CM बघेल ने भी ढाई घंटे के भीतर लिया बिग डिसीजनरायपुर न्यूज. मध्यप्रदेश में कर्जमाफी के बाद छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनते ही भूपेश बघेल ने ढाई घंटे के भीतर किसानों की कर्जमाफी की फाइल पर दस्तखत कर दिए। इसके तहत मौजूदा और बैंकों की लिस्ट में शामिल डिफॉल्टर किसानों को भी कर्जमाफी का फायदा होगा। गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्य में कांग्रेस की सरकार बनते ही 10 दिन के अंदर किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था। बघेल ने शपथ ग्रहण के बाद कहा, वादे के मुताबिक किसानों के को-ऑपरेटिव और सोसाइटियों से लिए गए कर्ज माफ किए जाएंगे। साथ ही उन्होंने अन्य मदों में बैंकों से लिए गए कर्ज को भी जांच के बाद माफ करने का भरोसा दिलाया है। OfficeOfKNath Decision is ok. Will see when it be actuated OfficeOfKNath CONG डिसीजन लेने में अव्वल है, बस डिसीजन पूरा होना ना होना उनके बस में नहीं है, सत्तर के दसक की गरीबी हटाओ भी एक डिसीजन ही था, नतीजा हमारे सामने है !! CONG ना कभी भरोसा के लायक था ना रहेगा !! OfficeOfKNath 2019_लोकसभा_चुनाव पर नजर।
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

वारदात: अब पूरी जिंदगी सलाखों के पीछे गुजारेगा राम रहीम Ram Rahim gets life imprisonment for murder - Vardaat AajTakडेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सबसे बड़ी सजा का ऐलान हो गया है. गुरुवार को पंचकूला की सीबीआई कोर्ट ने पत्रकार की हत्या के दोष में गुरमीत राम रहीम को उम्र कैद की सजा दी है. यानी अपनी आखिरी सांस तक डेरा प्रमुख को जेल की सलाखों के पीछे ही रहना पड़ेगा.  इससे पहले ही उसे दूसरे केस में दस-दस साल यानी कुल बीस साल की सजा हो चुकी है. गुरमीत राम रहीम के अलावा उसके तीन गुर्गों को भी पत्रकार रामचंद्र प्रजापति के कत्ल की सजा सुनाई गई है. हालांकि, सीबीआई के वकील ने कोर्ट से फांसी देने की मांग की थी. आपको बता दें कि 24 अक्टूबर 2002 को दिनदहाड़े बाइक पर सवार दो शूटरों ने पत्रकार रामचंद्र को पांच गोलियां मारी थी. जिसके बाद 21 नवंबर 2002 को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में रामचंद्र की मौत हो गई थी. ShamsTahirKhan ऐसे बाबा की ऐसी की तैसी ShamsTahirKhan ऐसे बाबा को फांसी की सजा मिल जाना चाहिए ShamsTahirKhan इंडिया सरकार ने 7th पे Comission लागु किया ख़ुशी की बात है.पर प्राइवेट नोकरी करने वाले लोगो के लिए किया कीया है जो आज वी 5 से 7 हजार में नोकरी कर रहे है.इस करह की Post को ज़ियादा से ज़ियादा like&Share करे.
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

यहां जमीन से 400 फीट नीचे चल रहा कैफे, 18 साल से ज्यादा उम्र वालों को ही जाने की अनुमतिइंटरनेशनल डेस्क। सर्बिया में जमीन के नीचे 400 मीटर की गहराई में खदान के अंदर एक कैफे चलाया जा रहा है। इसकी खासियत यह है कि खतरे को देखते हुए 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ही इसमें जाने की अनुमति है। यहां जाने वाले व्यक्ति के लिए हैलमेट पहनना जरूरी होता है। कैफे में जाने के लिए लिफ्ट भी लगी है।‘चिंता थी कि वापस आऊंगी या नहीं'एक महिला मिलिका इवकोविच ने बताया, ‘‘मैं पहली बार ऐसे कैफे में जा रही थी। अंदर जाने से पहले मैं काफी डरा हुआ और असहज महसूस कर रही थी। मुझे चिंता हो रही थी कि वापस आ पाऊंगी या नहीं। लेकिन सबकुछ ठीक रहा। खदान के गाइड और कर्मचारी सासा सरबुलोविच कहते हैं कि यहां आने वालों के लिए कुछ नियम तय किए गए हैं। मसलन 18 साल से कम उम्र वालों को यहां आने नहीं दिया जाता। साथ ही यहां आने वालों का शारीरिक रूप से सक्षम होना जरूरी है। एक अकेले व्यक्ति को भी यहां आने की इजाजत नहीं है। यहां आप समूह में ही आ सकते हैं।’’ अंडरवॉटर रेस्त्रां 'अंडर'नॉर्वे के लिंडेसनेस इलाके में उत्तर सागर के तट पर दुनिया का सबसे बड़ा अंडरवॉटर रेस्त्रां बनाया जा रहा है। 110 फीट लंबा यह रेस्त्रां समुद्र से निकल रहे बड़े दूरबीन की तरह दिखाई देता है। इसमें 100 लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेगी। रेस्त्रां के 2019 तक शुरू होने का अनुमान है। रेस्त्रां को अंडर नाम दिया गया है। इसे नॉर्वे की कंपनी स्नोहेता बना रही है। तो वहा कैफे बनाना क्या जरुरी था?
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

डिप्टी कमिश्नर सहीराम का गलत काम...300 करोड़ की बेशुमार दौलत बनाकर भी शांत नहीं हुई पैसों की भूख, बहू के बैंक लॉकर को देख फिर हैरान थी जांच टीमjaipur news IRS Sahi Ram Meena had run bribe money on interest news updates जयपुर/कोटा. अफीम खेती मामले में एक लाख रु. की घूस लेते पकड़े गए नारकोटिक्स विभाग के डिप्टी कमिश्नर डॉ. सहीराम मीना (Sahi Ram Meena arrested for taking Bribe) ने अवैध तरीके से भले ही 106 प्लॉट, 25 दुकानों सहित 300 करोड़ रु. की बेशुमार दौलत जुटा ली, लेकिन पैसों की भूख शांत नहीं हुई। एसीबी को उनके घर से लाल रंग की एक बही और डायरी मिली है। इसमें गैरकानूनी तरीके से सूदखोरी का धंधा करने का खुलासा हुआ है। इनमें कई लोगों को डेढ़ रुपए सैकड़ा के ब्याज पर पैसे देने का लेखा-जोखा है। एसीबी का मानना है कि घूस के जरिये एकत्र की गई राशि को सहीराम ब्याज पर चलाते थे। उधर, एसीबी को सहीराम और उनके परिजनों के जयपुर, मुंबई व मंदसौर में 15 बैंक खाते मिले। सोमवार को जयपुर (Jaipur news) के मालवीय नगर स्थित एचडीएफसी बैंक में बेटे मनीष व बहू विजय लक्ष्मी के ज्वाइंट लॉकर की तलाशी ली गई। इसमें करीब 24 लाख रु. के 850 ग्राम सोने के जेवरात मिले। लॉकर और खातों को सीज कर दिया गया है। ऐसे भ्रस्टाचारी लोग जबतक है ! तबतक देशकी गरीबी नहीं मिटानेवाली ! और ये लोग देश की और गरीबों की संपत्ति लूट कर अपनी शान शोक पूरे करनेकी कोशिश देश के प्रगति को रोकनेका काम करते है !! इनको छोटी चंदा कोचर समझा जाये
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

दंगल: EVM से निकलेंगे एग्जिट पोल जैसे नतीजे? Dangal: Assembly Election Results like Exit Poll? - Dangal AajTak5 राज्यों के चुनाव नतीजों में कुछ घंटों का इंतजार और है.  इन 5 राज्यों में से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के नतीजों को लेकर सबसे ज्यादा दिलचस्पी है क्योंकि इन तीनों हिंदी भाषी राज्यों में बीजेपी की सरकारें हैं और यही वजह है कि इन राज्यों के नतीजों से 2019 के चुनाव को लेकर जनता के मन की बात को समझने-समझाने की बातें शुरू हो जाएंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुद की लोकप्रियता को लेकर और दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के महागठबंधन के नेता बनने को लेकर ये नतीजे लिटमस टेस्ट बनने वाले हैं. sardanarohit Great Modi ji sardanarohit चुनावों से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल जी जो किसानों के लोन माफ़ करने की बात करते है तो मित्रों आपको नही लगता ये नोट देकर वोट खरीदने जैसा है। कौन किसान नही चाहेगा कि उनका लोन माफ नही हो😊 मुझे लगता है राहुल जी के इस लोलीपोप पर चुनाव आयोग को एक्शन लेना चाहिए । narendramodi sardanarohit modi ji jitenge 🙏🇮🇳🙏
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

छविबोध की लड़ाई में पप्पू से प्रधानमंत्री के विकल्प वाले चेहरे तक का सफरछविबोध की लड़ाई में पप्पू से प्रधानमंत्री के विकल्प वाले चेहरे तक का सफर। हिंदी पट्टी के तीन हृदयप्रदेशों ने ‘पप्पू’ को श्रद्धांजलि देते हुए राहुल गांधी को 2019 के अहम खिलाड़ी के तौर पर खड़ा कर दिया। हर चुनावों के बाद पिक्चर अभी बाकी है की संवाद अदायगी करने वालों को तस्वीर से ही बाहर कर दिया गया। नब्बे के दशक के बाद से कॉल सेंटर और डोनेशन वाली इंजीनियरिंग, मेडिकल और प्रबंधन की सीटों पर झूम रहे मध्यवर्ग ने अपने शहरी मैदान में किसानों का स्वागत किया और एक-दूसरे की तकलीफों को साझा कर अपनी बेरोजगारी और उनकी आत्महत्या के बीच तार जोड़ा। मध्यवर्ग के अभाव के भाव में खेती-किसानी का प्रवेश हुआ। चुनावी नतीजों में जीते हुए उम्मीदवार उन राजनीतिक विद्वानों और टिप्पणीकारों से भी सवाल पूछ रहे हैं जो छत्तीसगढ़ सरकार के जनसंपर्क विभाग से हार गए। कांग्रेस को भी सबक देते हुए मध्य प्रदेश की जनता ने बहुमत से दो कदम दूर रखा। ताजा चुनाव नतीजों पर बेबाक बोल। गप्पू से तो पप्पू अच्छा होता है जो सब का प्यारा होता है और गप्पू कभी भी गप्प मारकर किसी का भी नुक्सान कर सकता है, जैसे नोटबंदी, जीएसटी, पंद्रह लाख, रफाएल आदि आदि
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »