मनीष सिसोदिया ने नई शिक्षा नीति में गिनाई कमियां, कहा- 20-25 साल के लिए पॉलिसी बन रही है, ऐसा मजाक मत कीजिए

  • 📰 NBT Hindi News
  • ⏱ Reading Time:
  • 26 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 14%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

मनीष सिसोदिया ने नई शिक्षा नीति में गिनाई कमियां, कहा- 20-25 साल के लिए पॉलिसी बन रही है, ऐसा मजाक मत कीजिए via NavbharatTimes NewEducationPolicy2020

मनीष सिसोदिया ने कहा कि नर्सरी से 12वीं तक फ्री एजुकेशन होगी, कैसे होगी, इस पर भी पॉलिसी चुप है। पॉलिसी फंडिंग की कमी का रोना रो रही है। नई पॉलिसी में अर्ली चाइल्डहुड में दो मॉडल दिए गए हैं– एक आंगनवाड़ी और दूसरा प्री प्राइमरी। ऐसे में समान एजुकेशन कैसे मिलेगी? उन्होंने कहा कि क्वालिटी एजुकेशन हर बच्चे को देना सरकार की जिम्मेदारी है। यह पॉलिसी इस पर कोई बात नहीं करती कि सरकारी एजुकेशन सिस्टम को कैसे बेहतर किया जाएगा, बल्कि यह प्राइवेट एजुकेशन को बढ़ावा दे रही है। यह पॉलिसी की सबसे बड़ी कमी...

एजुकेशन मिनिस्टर मनीष सिसोदिया ने कहा कि पॉलिसी के मुताबिक, हायर एजुकेशन में सबसे ज्यादा जोर सभी इंस्टिट्यूशन को मल्टी-डिसिप्लिनरी बनाया जाएगा। पॉलिसी यहां भूल कर रही है। क्या आईआईटी में एक्टिंग की क्लास होगी, एफटीआईआई में इंजिनियरिंग की पढ़ाई होगी? यह कैसा विजन है! दुनियाभर में सेक्टर स्पेसिफिक यूनिवर्सिटी की जरूरत है। सिसोदिया ने कहा कि पूरी पॉलिसी में स्पोर्ट्स मिसिंग है। यह समझ से परे है। अभी भी वक्त, केंद्र इसे ठीक कर लें। उन्होंने कहा कि अगले 20-25 साल के लिए एजुकेशन पॉलिसी बन रही है। ऐसे...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

ये टकला सुतिय है जिसने बोलै था दिल्ली में जुलाई अंत तक 5 लाख कोविद19 संक्रमित होंगे। अब फिर सुतियापा कर रहा है।

मज़ाक खुद कह रहा है मज़ाक मत कीजिए।🤡

Ye illiterate government ne hr chij mazaak hi bnakr rakh di h

चुसोदिया

इनके लिये शाहीनबाग ही ठीक है बाकी सब खराब ।

Thanks NBT and mr.Sisodiya ji for this kind of review which is factual not for only blind support.

इनके पास हर विषय का ज्ञान है, सिवाय, अपनी समस्यायों के l

अरे मूर्ख शासन मिल गया है दिल्ली का चुपचाप शासन कर आता जाता कुछ नहीं है दिल्ली की जनता के कितना ज्ञान है तुझे वोट देकर ही बता देती है

तू इसरो चीफ कस्तूरीरँगन से भी बड़ा वैज्ञानिक है, जो नई शिक्षा नीति में कमी निकाल रहा है! अबे बेशर्म नेताओं का काम शिक्षा नीति बनाना नही है, यह काम वैज्ञानिकों और विद्वानों का है।वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ही नई शिक्षा नीति बनी है।अपना मुँह बन्द रख।

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 20. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

नई शिक्षा नीति की घोषणा, सरकार ने स्कूल और उच्च शिक्षा में किए बड़े बदलावनई शिक्षा नीति को मंजूरी मिल गई है. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि कैबिनेट बैठक में आज नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी गई है. उन्होंने बताया कि 34 साल से शिक्षा नीति में परिवर्तन नहीं हुआ था, इसलिए ये बेहद महत्वपूर्ण है. इसके बाद बाकायदा प्रीजेंटेशन देकर नई शिक्षा नीति के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है. इस दौरान केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद रहे. Haaaaa.... 'Bade Badlao' Notebandi aur GST ki tarah......
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

Education Policy : स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक, किए गए अहम बदलावEducation Policy : स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक, किए गए अहम बदलाव EducationPolicy prakashjavdekar DrRPNishank PrakashJavdekar DrRPNishank जी हा सर वो तो हम देख ही रहे हैं,बिना अध्यापको व कर्मचारियों के बच्चे पढेगे अब से,इस अहम बदलाव की शुरूआत तो,1जुलाई को,FDDIके MDने ही कर दी थी,80लोगों को निकाल कर,बिना ये सोचे कि इससे कार्यालय की साख तो गिरेगी ही, बच्चों,अभिभावको पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा,पर किसी को परवाह नहीं
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

शिक्षा नीति का कांग्रेस नेता ने समर्थन कर राहुल से माफी मांगी, कहा- मैं रोबोट नहींकांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 पर मेरा स्टैंड मेरी पार्टी से अलग है और मैं इसके लिए राहुल गांधी से माफी मांगती हूं. लेकिन मैं कठपुतली या रोबोट की तरह सिर हिलाने के बजाए तथ्यों पर बात करती हूं. अब कांग्रेस इसे पार्टी से निकाल देगी। Shandar Lo ho gaya kalayan
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

पांचवी कक्षा तक मातृ भाषा में होगी पढ़ाई: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के 10 प्रमुख पॉइंटकेंद्र सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) को मंजूरी दे दी है. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने कहा कि कैबिनेट बैठक में आज नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी गई है. उन्होंने बताया कि 34 साल से शिक्षा नीति में परिवर्तन नहीं हुआ था, इसलिए ये बेहद महत्वपूर्ण है. नई शिक्षा नीति में स्कूल एजुकेशन से लेकर हायर एजुकेशन तक कई बड़े बदलाव किए गए हैं. अब पांचवी कक्षा तक की शिक्षा मातृ भाषा में होगी. हायर एजुकेशन के लिए सिंगल रेगुलेटर रहेगा (लॉ और मेडिकल एजुकेशन को छोड़कर). उच्च शिक्षा में 2035 तक 50 फीसदी GER पहुंचने का लक्ष्य है. Lo jo bachi kuchi kasar thi wo bhi poori hogayi. Ban jao Vishwa Guru! Lallu ji ka Ghanti To fir engineering ar medical ki padai bhi hindi me honi chahiye Aur ye bhi btaya jaye k upsc me hindi medium k bachhe itne kam q hain ये सारी व्यवस्था किसलिए चौपट कर रहे है? या तो RBI के गवर्नर की तरह इन्हें कुछ आता जाता नही है? या ये कुछ करते हुए करना दिखना चाहते है,भले ही मुर्ख साबित हो? या ये लोगो को उलझाए रखना चाहते है जिससे दूसरे निकम्म्मेपन पर ध्यान न जाये। या ये देश बर्बाद करने की कसम खा के आये है?
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

नई शिक्षा नीति-2020: विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए खुले दरवाज़ेशिक्षा से जुड़े अहम बदलावों में सरकार ने आरएसएस की कितनी मानी. पढ़िए अख़बारों की कुछ अहम सुर्ख़ियां. अशिक्षित बतायेंगे अब कि शिक्षा कैसे होगी किस चीज को कैसे बेचा जा सकता है? इसको गुजरातियों से ज्यादा कोई नहीं जानता!!!! What they goona learn there Hate! Religious intolerance, roits..
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

नई शिक्षा नीति को मंजूरी, शिक्षा के अधिकार कानून से लेकर विश्वविद्यालयों में शोध पर पड़ेगा असरIndia News: नई शिक्षा नीति के बारे में 3 वर्षो से अधिक समय तक अध्यापकों, छात्रों, जन प्रतिनिधियों, शिक्षाविदों, राज्य सरकारों आदि के साथ परामर्श किया गया। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा था कि 33 वर्ष के अंतराल के बाद तैयार नई शिक्षा नीति में ज्ञान, विज्ञान, अनुसंधान के साथ धरोहर को आगे रखने का संकल्प एवं विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने का खाका है।
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »