- फोटो : अमर उजालासुप्रीम कोर्ट ने सरकार को नया ट्रस्ट बनाकर रामलला विराजमान का मंदिर बनाने का आदेश दिया है। इसे लेकर स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंभीर हैं और उनकी इच्छा के अनुरूप ट्रस्ट के गठन की तैयारी भी चल रही है। इसके बावजूद यहां राममंदिर निर्माण के लिए तीन पुराने ट्रस्टों के बीच अपने-अपने दावे को लेकर खींचतान शुरू हो गई है।
विहिप की अगुवाई वाले श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास हैं। इस ट्रस्ट में राम मंदिर निर्माण के लिए यहां 1990 में खोली गईं पत्थर तराशी और मूर्ति निर्माण की तीन कार्यशालाएं चलती हैं। ट्रस्ट की अरबों की जमीन है, राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के खाते में शिलादान अभियान से मिली करीब आठ करोड़ की नकदी है।
फैसले में यह भी कहा गया है कि अधिनियम की धारा 6 व 7 के द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए सरकार कोई ट्रस्ट स्थापित करे। अथवा कोई अन्य समुचित कार्यनिधि स्थापित करे जिसको वाद में न्यायादेशित भूमि दी जा सकी है। उन्होंने कहा कि इस फैसले के आधार पर 1995 में पंजीकृत रामालय ट्रस्ट को राममंदिर निर्माण के लिए पर्याप्त आधार हासिल है। कोर्ट में भी हमारे वकील ने पैरवी की।रामालय ट्रस्ट के सचिव अविमुक्तेश्वरानंद ने दावा किया कि विश्व हिंदू परिषद का श्रीराम जन्मभूमि न्यास अधिग्रहण के पहले बना हुआ है।...
सभी ट्रस्ट राम जी के लिए बने हैं। रामालय को भी विरोध नहीं करना चाहिए। जिन लोगों ने आंदोलन में आहुति दी है उनका प्रतीक चिह्न जरूर होना चाहिए ताकि मंदिर में जो जाए उनके बारे में जान सके। सबको केवल मंदिर पर ध्यान देना चाहिए न कि अपने-अपने ट्रस्ट और हित पर। सरकार को चाहिए कि सभी न्यासों से एक-एक को लेकर सामंजस्यता से एक ट्रस्ट बनाए। इसकी मॉनीटरिंग केंद्र सरकार करे।रामलला विराजमान के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया है। इसी आदेश...
बता दें कि यह विवाद अदालत में होने के बावजूद विराजमान रामलला का भव्य मंदिर बनाने के लिए तीन ट्रस्ट सक्रिय थे। सबसे पुराना साल 1985 में बना ट्रस्ट विश्व हिंदू परिषद का श्रीराम जन्मभूमि न्यास है, दूसरा विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद प्रधानमंत्री पीवी नरसिंहराव की पहल पर बना रामालय है। तीसरा ट्रस्ट जानकीघाट बड़ा स्थान के महंत जन्मेजय शरण की अगुवाई में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास भी इन्हीं दोनों ट्रस्टों से इतर दावेदारी करता है।विहिप की अगुवाई वाले श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष...
मंदिर का निर्माण हमारा ट्रस्ट करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोई नया ट्रस्ट नहीं बनाने जा रहे हैं। दूसरे जो ट्रस्ट दावा कर रहे हैं उनकी कोई अहमियत नहीं है। संघ और संतों ने मिलकर राम मंदिर की लड़ाई लड़ी। इसी लहर में भाजपा सत्ता में आई। हमारे ट्रस्ट का अधिकार कोई नहीं छीन सकता। मंदिर निर्माण की हमारी तैयारी पूरी है।आज दिल्ली में दावा करेगा रामालय ट्रस्ट
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