भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर 'रावण' का यू-टर्न, वाराणसी से PM मोदी के खिलाफ नहीं लड़ेंगे चुनाव, यह है कारण...

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भीम आर्मी (Bhim Army) प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रावण (Chandrashekhar Ravan) ने अपने उस बयान से यू-टर्न ले लिया है, जिसमें उन्होंने वाराणसी से पीएम मोदी (PM Modi) के खिलाफ चुनाव लड़ने की बात कही थी. चंद्रशेखर रावण (Chandrashekhar Ravan News) ने कहा कि भाजपा को हराने के लिए दलित वोट संगठित रहना चाहिए और उनका संगठन सपा-बसपा गठबंधन का समर्थन करेगा. बता दें कि चंद्रशेखर के इस यू-टर्न से कुछ ही दिन पहले बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने उन्हें भाजपा का एजेंट बताते हुए उन पर दलित वोट बांटने का आरोप लगाया था.

खास बातेंनई दिल्ली: भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद 'रावण' ने अपने उस बयान से यू-टर्न ले लिया है, जिसमें उन्होंने वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की बात कही थी. चंद्रशेखर 'रावण' ने कहा कि भाजपा को हराने के लिए दलित वोट संगठित रहना चाहिए और उनका संगठन सपा-बसपा गठबंधन का समर्थन करेगा. बता दें कि चंद्रशेखर के इस यू-टर्न से कुछ ही दिन पहले बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने उन्हें भाजपा का एजेंट बताते हुए उन पर दलित वोट बांटने का आरोप लगाया था.

दलित संगठन के संस्थापक ने यह भी कहा कि यदि सपा-बसपा गठबंधन सतीश चन्द्र मिश्रा को वाराणसी सीट से टिकट देती हैं तो भीम आर्मी गठबंधन का समर्थन करेगी. मिश्रा बसपा के महासचिव और पार्टी का ब्राह्मण चेहरा हैं. चंद्रशेखर ने पहले कहा था कि यदि उनकी उम्मीदवारी से मोदी को लाभ हो रहा है तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. मायावती द्वारा की गई आलोचना पर उन्होंने कहा, 'हमारे अपने लोग हमें भाजपा का एजेंट बता रहे हैं, लेकिन मैं अभी भी चाहता हूं कि वह प्रधानमंत्री बनें.' मध्यप्रदेश के मऊ में भीम राव आंबेडकर की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान 14 अप्रैल को चंद्रशेखर ने कहा था कि मायावती नहीं बल्कि भीम आर्मी दलितों की 'शुभेक्षु' है.

चंद्रशेखर ने कहा कि अगर सपा-बसपा गठबंधन वाराणसी से मिश्रा को उम्मीदवार बनाता है तो उन्हें अगड़ी जातियों का भी कुछ वोट मिल सकता है. इससे पहले उन्होंने दलितों के खिलाफ अत्याचार करने वाले अधिकारियों की पदोन्नति को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव की आलोचना की. उन्होंने कहा, 'उनके पिता संसद में कहते हैं कि वह मोदी को फख्र से प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. वह भाजपा के एजेंट हैं, हमारे नहीं.

 

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😝😝😝😜😜😜 जमानत जब्त होने का डर

फट के गले में आगई क्या?

अगर चुनाव लड़ने के लिए सोचा भी तो सी बी आई दुबारा गिरफ्तार कर लैगी इसलिए

चलो देर से ही सही सामने वाले का सम्मान तो किया नहीं तो जितनी भीम आर्मी के लोग है उतने भी वोट ना मिलते

Action speak louder than words it's a famous phrase which really justify this case which has all the element!

BhimArmyChief ko sadhu wad, unke is nirnay ke liye. Aap mayawati se rubaru milo aur baaten kare ki samaj ko kaise majbut kiya jaye. BhimArmyIndia NationalDastak Mayawati yadavakhilesh yadavtejashwi ndtv ek paripkwa kadam

रविशकुमार भूमिहार तू अपने बलात्कारी भाई को ही मोदीजी के सामने चुनाव में खड़ा क्यों नहीं कर देता, तुझे और तेरे जैसे मोदी विरोधी पत्रकारों,राजनेताओं, इस्लामी फिल्मकारों/ तथा अवार्ड वापसी गिरोह, के दिलों को ठंडक जरूर पड़ जाएगी, भूमिहार तू कुत्ते की पूँछ है,कुत्ते कहीं के ।

nayyar76 Very good....Now dalit votes won't split

😹😹

बहुत अच्छा हुआ है इस बार वाराणसी में तेज बहादुर यादव को मिलकर जिताये😊😂🙏

Phat gayi

फट गई

फलाना फट गया क्या ? अरे लड़ो भी बसपा कुछ कहे आप की भी तो कुछ वकत है , उसको सिद्ध करने का वक्त आ गया था , आप तो पहले ही दौर में निकल लिए 😜

अब हवेली से बाहर निकलना चाहिए हवेली वाले को औकात पता चले ?

ये भी केजरी की तरह यु टर्न मारने लगा अभी से ये हाल भाई मोदी है तो सब मुमकिन है।

🤣🤣🤣butt main nahi dam ham kisi se nahi kam

Kyaa kare ab mann nahi kartaa to

ई भाजपा का मोहरा है।

Welcome

लगता है अफसोस है आपको

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