चिट्ठी और पार्सल से फैलता है कोरोना? चीन के नए दावे ने दुनिया को चौंकाया; जानिए क्या है सच?चीन ने राजधानी बीजिंग में पहला ओमिक्रॉन केस मिलने के बाद सनसनीखेज दावा किया है। चीन का कहना है कि देश में इस नए वैरिएंट की एंट्री की वजह विदेश से आने वाली चिट्ठियां और पार्सल हो सकते हैं। दुनियाभर के कई एक्सपर्ट चीन के इस दावे पर सवाल उठा रहे हैं और इसे साइंस की बयाज थ्योरी बता रहे हैं।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, चीन के 31 प्रांतों में से राजधानी बीजिंग समेत कम से कम 7 प्रांतों में ओमिक्रॉन के केस मिले हैं, जिनमें से ज्यादातर चीन के बड़े शहर हैं। इसे देखते हुए चीन ने फिर से कोरोना को लेकर पाबंदियां बढ़ा दी हैं। चीन में 17 जनवरी को 163, 18 जनवरी को 127 और 19 जनवरी को 66 नए कोरोना केस मिले हैं।चीन ने 2019 में वुहान में पहली बार कोरोना केस मिलने के बाद से ही जीरो कोविड पॉलिसी अपना रखी...
रॉयटर्स के मुताबिक, लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन में महामारी विज्ञान के प्रोफेसर डेविड हेमैन का कहना है कि यह स्पष्ट नहीं है कि चिट्ठी में वायरस का जीवित रहना कैसे संभव होगा, क्योंकि यह नमी वाले ड्रॉपलेट या बूंदों से फैलता है और सूखने के बाद संक्रामक होना बंद हो जाता है। WHO का कहना है कि कोई व्यक्ति अगर संक्रमित सतह को छूने के बाद अपनी आंखों, नाक या मुंह को छूता है तो वह भी संक्रमित हो सकता है। हालांकि संक्रमित सतह के जरिए कोरोना फैलने की संभावना बेहद कम होती है।
चीन के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 20 जनवरी 2022 तक वहां कोरोना से महज 4,636 लोगों की मौत हुई थी। वहीं अमेरिका में अब तक 8 लाख 80 हजार से ज्यादा और भारत में 4 लाख 87 हजार से ज्यादा मौतें दर्ज हो चुकी हैं।