भास्कर एक्सप्लेनर- 70% अग्निवीरों को स्थायी नौकरी:लेखक: धर्मेन्द्र चौहान27 मई 2024 को बिहार के बख्तियारपुर में चुनावी रैली में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि हम सत्ता में आए तो अग्निवीर योजना खत्म कर देंगे। 2024 चुनाव में राहुल कमोबेश हर रैली में अग्निवीरों का मुद्दा उठाते रहे। राहुल गांधी सत्ता में तो नहीं आए, लेकविपक्ष के तीखे तेवरों के बीच सरकार ने भी अग्निवीर योजना में बदलाव की कवायद शुरू कर दी है। सरकार ने एक रिव्यू ग्रुप बनाया है, जो अग्निपथ योजना की कमियों और सुधार पर प्रेजेंटेशन...
इस स्कीम में ऑफिसर रैंक के नीचे के सैनिकों की भर्ती होगी। यानी इनकी रैंक पर्सनल बिलो ऑफिसर रैंक यानी PBOR के तौर पर होगी। इन सैनिकों की रैंक सेना में अभी होने वाली कमीशंड ऑफिसर और नॉन-कमीशंड ऑफिसर की नियुक्ति से अलग होगी। साल में दो बार रैली के जरिए भर्ती की जाएगी। अग्निवीर बनने के लिए 17.
कुछ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सरकार ने ये योजना साल दर साल बढ़ते डिफेंस पेंशन अमाउंट को कम करने के लिए लॉन्च की है। नई परमानेंट भर्तियों के चलते हर साल सरकार पर पेंशन का बोझ बढ़ता जा रहा था। इसके अलावा एजुकेशनल क्वालिफिकेशन नहीं बढ़ पाना, पेंशन और कैंटीन जैसे दूसरे लाफ न मिलना, कोई एक रेजिमेंट न होना जैसी अन्य कई कमियों की तरफ एक्सपर्ट्स इशारा करते हैं।अग्निपथ योजना में क्या बड़े बदलाव कर सकती है सरकार?
सरकार अग्निवीरों की नौकरी 4 से बढ़ाकर 7 साल कर सकती है। उन्हे पूर्व सैनिक का दर्जा दे सकती है। अग्निवीरों की सैलरी और एक मुश्त दी जाने वाली राशि में भी बढ़ोतरी की संभावना है।
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