45% कंज्यूमर ड्यूरेबल, 67% कंपोनेंट आयात होते हैं। 38% आयात होता है।34% पेट्रोकेमिकल्स आयात होता है।सीफूड एल्युमीनियमसोर्स: क्रिसिलभारत के कई उद्योग चीन से आयातित सामानों पर निर्भर हैं, इसलिए चीन से आयात बंद करने से पहले इन उद्योगों के लिए जरूरी चीजों का विकल्प तलाशना होगा। कच्चा माल और मटेरियल की आपूर्ति गड़बड़ाने से भारत में स्टील, ऑयल एंड गैस, फार्मा, ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेब्ल्स, आईटी सर्विस और केमिकल सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित...
भारत मोबाइल हैंडसेट, टीवी सेट और कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के मामले में भी चीन पर निर्भर है। लिहाजा निर्यात सेक्टर की कंपनियां कीमत और सप्लाई चेन की वजह से संकट में फंस जाएगी। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्शन 76 हजार 300 करोड़ रुपए का है। इसमें चीन से आयात 45% है। इलेक्ट्राॅनिक्स सेक्टर मार्केट 5.
फेडरेशन ऑफ रिटेल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रेसीडेंट विरेन शाह का कहना है कि चाइनीज सामानों का भारत में बायकॉट लगभग असंभव है। डंपिंग ड्यूटी बढ़ाकर, हम इन पर दबाव जरूर डाल सकते हैं। हम चाहें तो वियतनाम, थाईलैंड, बांग्लादेश और दक्षिण कोरिया, सिंगापुर जैसे देशों से आयात होने वाले सामानों पर ड्यूटी घटा सकते हैं। आत्मनिर्भर भारत कैम्पेन के तहत देश में लगने वाली फैक्ट्रियों या कंपनियों को ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए।चीन से आयात बंद करने से दवाएं, मोबाइल और वाहन महंगे हो सकते...
भारत के कई उद्योग कच्चे माल और मटेरियल्स के लिए चीन से होने वाले आयात पर काफी हद तक निर्भर हैं। दोनों देशों के बीच व्यापार रुकने से इन उद्योगों के उत्पाद महंगे हो सकते हैं। खासतौर से दवा, मोबाइल और वाहन उद्योग की चीनी माल पर निर्भरता काफी अधिक है।चीन, भारत के सबसे बड़े ऑटोमोटिव कंपोनेंट सप्लायर में से एक है। व्यापार बंद होने की हालत में चीन में तैयार कल-पुर्जों की आपूर्ति घट जाएगी और इसके कारण भारतीय ऑटो इंडस्ट्री को प्रोडक्शन घटाना पड़ेगा। भारत के ऑटो कंपोनेंट की जरूरत का 10% से 30% आयात चीन...
CAITIndia virenroopam CimGOI PiyushGoyal PMOIndia RahulGandhi आज गवर्नमेंट का सपोर्ट रहेगा तो चीन से भी अच्छा और सस्ता माल बन सकता है इंडिया में
praveendel CAITIndia virenroopam CimGOI PiyushGoyal PMOIndia RahulGandhi इंडस्ट्री को खड़ा करने में और उत्पादक तथा विश्वस्तरीय बनाने में वर्षों लगेंगे। हमें उस लंबी लड़ाई के लिए संयम और अडिग विश्वास की जरूरत है ना कि सामायिक भावुकता की।विध्वंस सरल है सृजन कठिन है। भारत निर्माण पर ध्यान केंद्रित कीजिये चीन के नुकसान पर नहीं। जय हिंद
praveendel CAITIndia virenroopam CimGOI PiyushGoyal PMOIndia RahulGandhi केवल भावनात्मक स्तर पर नहीं विरोध होना चाहिये। हम इंडिसर्टियाल रेवोल्यूशन का समय गवां कर सीधे सर्विस सेक्टर में चले गये। लेकिन सर्विस तो इंडस्ट्री को ही चाहिये और वो हमारे पास है नहीं। सभी सॉफ्टवेयर इंजीनियर और प्रॉडक्ट कौन मांगता है। साइंस और इंडस्ट्री। हम दोनों में कहां हैं2/3
praveendel CAITIndia virenroopam CimGOI PiyushGoyal PMOIndia RahulGandhi उल्टा सोचिये, चीन की अर्थव्यवस्था भारत से कई गुना बड़ी है।यदि भारत को1.37 लाख करोड़ की परवाह नहीं तो चीन को 5.37 लाख करोड़ की कितनी होगी।स्पष्ट है पूरा आयात नहीं रुकेगा।सो 5.37 अधिकतम है ना कि न्यूनतम।1.37 लाख करोड़ की भरपाई के लिए भारत में कितना और निवेश चाहिए। 1/2
CAITIndia virenroopam CimGOI PiyushGoyal PMOIndia RahulGandhi India is too much dependent on China.Even in vietnam,Indonesia,Malasia,Thailand & other asian countries are also dependent on Chinese businessmen.India does not have that manufacturing culture.
CAITIndia virenroopam CimGOI PiyushGoyal PMOIndia RahulGandhi ALL can Work Except our Out:DISTRICT-staff? 1 REMOVEDISTRICT-closeDOWN SoOut:DISTRICT_MSME~Staff Can-WORK 2 No~INCOME as No~JoB Due-to No~TRAIN SoSTART_LOCAL_by TICKET-with-TRAIN_TIME SEAT_NUMBER&📝NOTE 3 For_TRACE+TEST & SOP ALL-on-ROAD/TRAIN MUST*Have No-CORONA-symptom📝NOTE
CAITIndia virenroopam CimGOI PiyushGoyal PMOIndia RahulGandhi दिल बहलाने को ख़याल अच्छा है चमचागिरी और वाहवाही दोनो एक साथ PMOIndia इसके विज्ञापन बढ़ाओ ये देश से ज़्यादा narendramodi का खास है .
CAITIndia virenroopam CimGOI PiyushGoyal PMOIndia RahulGandhi गलत भारत को ज्यादा luksaan पहुचेगा
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